Ramcharitmanas / मायावती का रामचरितमानस पर बड़ा बयान, अखिलेश को लेकर कही ये बात!

हिंदुओं की पवित्र पुस्तक रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को लेकर हो रहे विवाद के बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने बड़ा बयान दिया है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी (BJP) और सपा (SP) को इस विवाद का जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि ये बीजेपी और सपा की मिली भगत है. मायावती ने रामचरितमानस विवाद पर सपा नेतृत्व की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं.

Vikrant Shekhawat : Jan 30, 2023, 10:40 AM
Ramcharitmanas Row: हिंदुओं की पवित्र पुस्तक रामचरितमानस (Ramcharitmanas) की कुछ चौपाइयों को लेकर हो रहे विवाद के बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने बड़ा बयान दिया है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी (BJP) और सपा (SP) को इस विवाद का जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि ये बीजेपी और सपा की मिली भगत है. मायावती ने रामचरितमानस विवाद (Ramcharitmanas Controversy) पर सपा नेतृत्व की चुप्पी पर भी सवाल उठाए हैं. मायावती ने कहा कि नए-नए विवाद खड़े करके जनता को असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश हो रही है. हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण की कोशिश का आरोप लगाते हुए भी मायावती ने बीजेपी और सपा पर निशाना साधा है.

रामचरितमानस विवाद पर मायावती का ट्वीट

मायावती ने ट्वीट किया, 'संकीर्ण राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ हेतु नए-नए विवाद खड़े करके जातीय व धार्मिक द्वेष, उन्माद-उत्तेजना व नफरत फैलाना, बॉयकाट कल्चर, धर्मांतरण को लेकर उग्रता आदि बीजेपी की राजनीतिक पहचान सर्वविदित है किन्तु रामचरितमानस की आड़ में सपा का वही राजनीतिक रंग-रूप दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण.'

सपा-बीजेपी पर लगाए ये आरोप

अगले ट्वीट में मायावती ने लिखा, 'रामचरितमानस के विरुद्ध सपा नेता की टिप्पणी पर उठे विवाद व फिर उसे लेकर बीजेपी की प्रतिक्रियाओं के बावजूद सपा नेतृत्व की चुप्पी से स्पष्ट है कि इसमें दोनों पार्टियों की मिलीभगत है ताकि आगामी चुनावों को जनता के ज्वलन्त मुद्दों के बजाए हिन्दू-मुस्लिम उन्माद पर पोलाराइज किया जा सके.'

घृणित राजनीति पर कही ये बात

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'उत्तर प्रदेश में विधानसभा के हुए पिछले आमचुनाव को भी सपा-बीजेपी ने षडयंत्र के तहत मिलीभगत करके धार्मिक उन्माद के जरिए घोर साम्प्रदायिक बनाकर एक-दूसरे के पूरक के रूप में काम किया, जिससे ही बीजेपी दोबारा से यहां सत्ता में आ गई. ऐसी घृणित राजनीति का शिकार होने से बचना जरूरी.