Vikrant Shekhawat : Oct 16, 2020, 08:11 AM
श्रीनगर. जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद, हिरासत में लिए गए प्रमुख राज्य नेताओं को अब रिहा कर दिया गया है। इन नेताओं में नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, उपराष्ट्रपति उमर अब्दुल्ला, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती शामिल हैं। गुरुवार को, इन नेताओं ने फारूक अब्दुल्ला के घर पर एक बैठक की, जहां गुप्कर घोषणा पर चर्चा की गई। वहीं, 221 दिनों तक नजरबंद रहने के बाद उमर अब्दुल्ला ने पहली बार साक्षात्कार दिया है।इसमें अब्दुल्ला ने कहा- 'धारा 370 के लिए संघर्ष जारी रहेगा। हमारी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में है। कोई भी सरकार हमेशा के लिए नहीं चलती। हम इंतजार करेंगे। हम हार नहीं मानेंगे
उमर अब्दुल्ला ने ये बातें एक इंटरव्यू में कही। उन्होंने कहा, 'हम अपने हक के लिए लड़ रहे हैं। धारा 370 (अनुच्छेद 370) के खिलाफ पहले भी आवाज उठाई गई थी और आज भी उठ रही है। केंद्र का निर्णय राज्य के लोगों के हित में नहीं है। उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'गुप्ताकर की समूह बैठक 4 अगस्त 2019 को शुरू हुई थी। आज हम इसे एक उचित नाम, औपचारिक संरचना और एक उचित एजेंडा देने के लिए मिले हैं। यह अवसरवादी गठबंधन नहीं है। लेकिन यह राजनीतिक है। आप इसे सामाजिक गठबंधन नहीं कह सकते।
उमर अब्दुल्ला ने ये बातें एक इंटरव्यू में कही। उन्होंने कहा, 'हम अपने हक के लिए लड़ रहे हैं। धारा 370 (अनुच्छेद 370) के खिलाफ पहले भी आवाज उठाई गई थी और आज भी उठ रही है। केंद्र का निर्णय राज्य के लोगों के हित में नहीं है। उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'गुप्ताकर की समूह बैठक 4 अगस्त 2019 को शुरू हुई थी। आज हम इसे एक उचित नाम, औपचारिक संरचना और एक उचित एजेंडा देने के लिए मिले हैं। यह अवसरवादी गठबंधन नहीं है। लेकिन यह राजनीतिक है। आप इसे सामाजिक गठबंधन नहीं कह सकते।