Vikrant Shekhawat : Jul 11, 2020, 01:25 PM
जयपुर | सरकारें बदलती रहती है। हमारे यहां पर जनता का आदेश शिरोधार्य होता है। कभी विधायकों ने इस्तीफे नहीं दिए। बकरामंडी में जैसे बकरे बिकते हैं, वैसे विधायक खरीदकर आप राजनीति करना चाहते हो तो यह ठीक नहीं है। ये इतने बेशर्म लोग है, कि जगह—जगह होर्स ट्रेडिंग कर रहे हैं। गुजरात में विधायक खरीद लिए। राजस्थान में हम इनकी तिकड़म नहीं चलने लगे। ये अब वापस अपने असली चेहरे पर आ रहे हैं। 70 साल में कांग्रेस के नेताओं ने देश बनाने का काम किया है, इस तरह लोकतंत्र को तोड़ा नहीं है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को अपने आवास पर मीडिया से मुखातिब हुए और बीजेपी के नेताओं पर जमकर निशाने साधे। गहलोत ने कहा कि हम पांच साल सरकार चलाएंगे, यहां किसी तरह की अस्थिरता नहीं हैं। हम तो अगले चुनाव जीतने की तैयारी में जुट गए हैं। राजस्थान एसओजी और एसीबी सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट से करेगी पूछताछ। गहलोत ने कहा है कि इसके लिए उन्हें नोटिस मिला है।गहलोत ने कहा कि गुलाबचंद कटारिया आरएसएस के खांटी नेता है। बीजेपी के शेर नेता है। गुलाबचंद कटारिया जैसे लोगों की कांग्रेस में जगह नहीं है। सरकार गिराने का खेल सतीश पूनिया, राजेन्द्र राठौड़ जैसे नेता खेल रहे हैं। जनता के सामने बातें आ गई हैं। विधायकों को आफर दिए जा रहे हैं एडवांस में लो दस करोड़, सरकार गिर गई तो देंगे पन्द्रह करोड़। करीबी को एक्स्ट्रा ध्यान रखने की बात कही जा रही है। जिस प्रदेश की कभी होर्स ट्रेडिंग की परम्परा नहीं रही है। बीएसपी दो बार कानूनन पूरी मर्ज हुई है। हमारी ओर से कभी होर्स ट्रेडिंग नहीं हुई। गहलोत ने कहा है कि इकॉनमी पटरी से उतर गई है। रेवेन्यु करीब तीस प्रतिशत तक रह गई हैं वित्तीय प्रबंधन के बिना हम विकास नहीं कर सकते। ऐसे में इस तरह के खेल बेशर्मी से भरे है। मोदीजी और अमित शाह को जो घमंड है, उसे देश की जनता चकनाचूर कर देंगे। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी समेत विपक्षी नेताओं के सवालों का जवाब देने की बजाय झूठे आरोप लगाने के लिए बिना तथ्य अपने मंत्रिमंडल के लोगों को उतार रहे हैं। जो कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं, वे खुद कांग्रेस से डर रहे हैं।एक सवाल के जवाब में बोले गहलोत
गहलोत ने कहा कि ये तीनों लोग स्टेट में पदों पर बैठे हैं। इनके आका मोदी और अमित शाह दिल्ली में बैठे हों। वे मुझे तथा राजस्थान सरकार को टोलरेट नहीं कर पा रहे हैं। ये तीनों अपने नम्बर बढ़ाने के लिए तीनों आपसी कम्पीटीशिन में लगे हैं। रमिला खुड़िया, ओमप्रकाश हुड़ला, खुशवीरसिंह आदि के नाम मीडिया की ओर से आए तो गहलोत ने कहा कि उन्हें किसी का नाम नहीं लेना। मीडिया ट्रायल हम करना नहीं चाहते। हम चाहते हैं कि हकीकत सामने आए और हकीकत के आधार पर ही फैसले हो। सही रास्ता वही है कि सच्चाई क्या थी, वह सामने आई है। अनावश्यक हौव्वा नहीं खड़ा किया गया।सरकार गिराने के लिए उदयपुर से आया था फोन, एक हिरासत में
सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने की चाह के सवाल पर गहलोत ने कहा मुख्यमंत्री कौन नहीं बनना चाहता हैं हमारे यहां ही पांच—सात लोग होंगे। उनमें योग्यता और टैलेंट भी है। लेकिन सीएम तो एक ही बन सकता है। एक बनने के बाद सब लोग साथ हो जाते हैं। हमारे यहां घोर शांति हैं। इस मामले पर हुई प्रेस वार्ता
राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त करके कांग्रेस सरकार गिराने की साजिश का खुलासा करते हुए शुक्रवार को केस दर्ज किया गया था। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने बताया कि हथियारों की तस्करी से जुड़े मामले में दो मोबाइल नंबरों (9929229909 और 8949065678) को सर्विलांस पर लिया हुआ था। इन पर हुई बातचीत में सामने आया कि राज्यसभा चुनाव से पहले सरकार गिराने की साजिश रची गई थी। विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए देने की जानकारी भी सामने आई है। कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की रिपोर्ट पर जांच के बाद एसओजी ने यह खुलासा किया। सूत्रों के मुताबिक, इस एफआईआर में बांसवाड़ा जिले में कुशलगढ़ से महिला विधायक रमीला खड़िया और पूर्व मंत्री और वर्तमान में बांसवाड़ा जिले से कांग्रेसी विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय का नाम सामने आया है। इन्हें विपक्षी दल की ओर से मोटी रकम का लालच देकर खरीद फरोख्त की कोशिश की गई थी। इस बीच मामला प्रदेश के सीएम गहलोत तक पहुंच गया। इसके बाद मुख्य सचेतक महेश जोशी द्वारा राज्य सभा चुनाव से पहले एक लिखित रिपोर्ट एसओजी, जयपुर में दी गई थी।एसओजी को दी गई शिकायत में लगाए गए थे ये आरोप
राजयसभा चुनाव से पहले की गई शिकायत में जोशी का आरोप था कि वर्तमान कांग्रेस सरकार के विधायकों और समर्थन दे रहे विधायकों को लालच देकर राज्यसभा चुनाव में वोटिंग को प्रभावित करने और सरकार अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में दो मोबाइल नंबर दिए गए है। आरोप है कि इन्हीं नंबरों से फोन कर विधायकों से खरीद-फरोख्त कर सरकार को गिराने की कोशिश की गई थी।दो मोबाइल नंबरों से होगा खुलासा-किसने की थी खरीद फरोख्त की कोशिश
एसओजी के अनुसार इस बातचीत में यह भी कहा जा रहा है कि मौजूदा सरकार को गिराकर ये लोग नई सरकार बनवाकर 1000-2000 करोड़ रुपए कमा सकते हैं। इसी बातचीत में यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच झगड़ा चल रहा है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को तोड़कर सरकार गिराई जाए। रिपोर्ट के मुताबिक, फोन पर हुई चर्चा में यह भी सामने आया कि वर्तमान सरकार को गिराकर नया मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। लेकिन भाजपा का कहा कि मुख्यमंत्री हमारा होगा और उपमुख्यमंत्री को केंद्र में मंत्री बना दिया जाएगा। बता दें कि गहलोत ने भी राज्यसभा चुनाव से पहले भाजपा द्वारा विधायकों को 25-25 करोड़ रु का प्रलोभन देकर खरीदने की बात कही थी। इसके बाद यह मामला जांच के लिए एसओजी तक पहुंचा था।देर रात करीब 26 विधायकों का संयुक्त बयान जारी हुआ था
विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में शुक्रवार देर रात 26 विधायकों ने संयुक्त बयान जारी किया था। यह मुख्य सचेतक महेश जोशी और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी की तरफ से जारी किया गया। इसमें भाजपा पर आरोप लगाया कि वह सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। इन कांग्रेसी विधायकों ने भाजपा के शीर्षस्थ लोगों को इस साजिश में शामिल होने की बात भी कही।
गहलोत ने कहा कि ये तीनों लोग स्टेट में पदों पर बैठे हैं। इनके आका मोदी और अमित शाह दिल्ली में बैठे हों। वे मुझे तथा राजस्थान सरकार को टोलरेट नहीं कर पा रहे हैं। ये तीनों अपने नम्बर बढ़ाने के लिए तीनों आपसी कम्पीटीशिन में लगे हैं। रमिला खुड़िया, ओमप्रकाश हुड़ला, खुशवीरसिंह आदि के नाम मीडिया की ओर से आए तो गहलोत ने कहा कि उन्हें किसी का नाम नहीं लेना। मीडिया ट्रायल हम करना नहीं चाहते। हम चाहते हैं कि हकीकत सामने आए और हकीकत के आधार पर ही फैसले हो। सही रास्ता वही है कि सच्चाई क्या थी, वह सामने आई है। अनावश्यक हौव्वा नहीं खड़ा किया गया।सरकार गिराने के लिए उदयपुर से आया था फोन, एक हिरासत में
बीजेपी नेता का नाम आया है
एक पत्रकार ने पूछा कि ब्यावर से बीजेपी नेता सीए भरत मालानी को एसओजी को उठाया है। उसके दिल्ली से बड़े नेता से जुड़ाव सामने आया है। इस पर गहलोत बोले मैं एसओजी का डीजी नहीं हूं। ये हैं बीजेपी में गुटकांग्रेस में अनुशासनहीनता के सवाल पर गहलोत बने कि सतीश पूनिया गुट, वसुन्धरा गुट, गुलाबचंद कटारिया गुट, राजेन्द्र राठौड़ गुट, गजेन्द्रसिंह शेखावत गुट, कैलाश चौधरी गुट में बंटी है। बीजेपी में ये लोग नए—नए बने हैं कोई अध्यक्ष बना है, कोई नेता प्रतिपक्ष और कोई उप नेता बना है कोई मंत्री बना है। ये सभी अपने—अपने नम्बर बढ़ाने के लिए कुछ तरह के प्रयास कर रहे हैं।यह बोले पायलट के सीएम बनने के सवाल परसचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने की चाह के सवाल पर गहलोत ने कहा मुख्यमंत्री कौन नहीं बनना चाहता हैं हमारे यहां ही पांच—सात लोग होंगे। उनमें योग्यता और टैलेंट भी है। लेकिन सीएम तो एक ही बन सकता है। एक बनने के बाद सब लोग साथ हो जाते हैं। हमारे यहां घोर शांति हैं। इस मामले पर हुई प्रेस वार्ता
राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त करके कांग्रेस सरकार गिराने की साजिश का खुलासा करते हुए शुक्रवार को केस दर्ज किया गया था। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने बताया कि हथियारों की तस्करी से जुड़े मामले में दो मोबाइल नंबरों (9929229909 और 8949065678) को सर्विलांस पर लिया हुआ था। इन पर हुई बातचीत में सामने आया कि राज्यसभा चुनाव से पहले सरकार गिराने की साजिश रची गई थी। विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए देने की जानकारी भी सामने आई है। कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की रिपोर्ट पर जांच के बाद एसओजी ने यह खुलासा किया। सूत्रों के मुताबिक, इस एफआईआर में बांसवाड़ा जिले में कुशलगढ़ से महिला विधायक रमीला खड़िया और पूर्व मंत्री और वर्तमान में बांसवाड़ा जिले से कांग्रेसी विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय का नाम सामने आया है। इन्हें विपक्षी दल की ओर से मोटी रकम का लालच देकर खरीद फरोख्त की कोशिश की गई थी। इस बीच मामला प्रदेश के सीएम गहलोत तक पहुंच गया। इसके बाद मुख्य सचेतक महेश जोशी द्वारा राज्य सभा चुनाव से पहले एक लिखित रिपोर्ट एसओजी, जयपुर में दी गई थी।एसओजी को दी गई शिकायत में लगाए गए थे ये आरोप
राजयसभा चुनाव से पहले की गई शिकायत में जोशी का आरोप था कि वर्तमान कांग्रेस सरकार के विधायकों और समर्थन दे रहे विधायकों को लालच देकर राज्यसभा चुनाव में वोटिंग को प्रभावित करने और सरकार अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में दो मोबाइल नंबर दिए गए है। आरोप है कि इन्हीं नंबरों से फोन कर विधायकों से खरीद-फरोख्त कर सरकार को गिराने की कोशिश की गई थी।दो मोबाइल नंबरों से होगा खुलासा-किसने की थी खरीद फरोख्त की कोशिश
एसओजी के अनुसार इस बातचीत में यह भी कहा जा रहा है कि मौजूदा सरकार को गिराकर ये लोग नई सरकार बनवाकर 1000-2000 करोड़ रुपए कमा सकते हैं। इसी बातचीत में यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच झगड़ा चल रहा है। ऐसी स्थिति में कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को तोड़कर सरकार गिराई जाए। रिपोर्ट के मुताबिक, फोन पर हुई चर्चा में यह भी सामने आया कि वर्तमान सरकार को गिराकर नया मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। लेकिन भाजपा का कहा कि मुख्यमंत्री हमारा होगा और उपमुख्यमंत्री को केंद्र में मंत्री बना दिया जाएगा। बता दें कि गहलोत ने भी राज्यसभा चुनाव से पहले भाजपा द्वारा विधायकों को 25-25 करोड़ रु का प्रलोभन देकर खरीदने की बात कही थी। इसके बाद यह मामला जांच के लिए एसओजी तक पहुंचा था।देर रात करीब 26 विधायकों का संयुक्त बयान जारी हुआ था
विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में शुक्रवार देर रात 26 विधायकों ने संयुक्त बयान जारी किया था। यह मुख्य सचेतक महेश जोशी और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी की तरफ से जारी किया गया। इसमें भाजपा पर आरोप लगाया कि वह सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। इन कांग्रेसी विधायकों ने भाजपा के शीर्षस्थ लोगों को इस साजिश में शामिल होने की बात भी कही।