Rajendra Rathore / भाजपा-प्रभारी की टिप्पणी पर विवाद के बाद राठौड़ का आया जवाब

राजेंद्र राठौड़ ने सोशल मीडिया पर चल रहे #राजेंद्र_राठौड़_नहीं_तो_भाजपा_नहीं ट्रेंड का विरोध किया। राठौड़ ने कहा कि कुछ लोग भाजपा संगठन के खिलाफ गलत ट्रेंड चला रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन को भाजपा को समर्पित बताया और समर्थकों से अनर्गल टिप्पणियों से दूर रहने की अपील की।

Vikrant Shekhawat : Aug 24, 2024, 09:12 PM
Rajendra Rathore: राजेंद्र राठौड़ ने हाल ही में सोशल मीडिया पर चल रहे ट्रेंड #राजेंद्र_राठौड़_नहीं_तो_भाजपा_नहीं का विरोध किया है, जिसमें प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल पर टिप्पणी की गई थी। राठौड़ ने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर भ्रम फैलाकर गलत ट्रेंड चला रहे हैं और उन्होंने ऐसा करने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना पूरा राजनीतिक जीवन भाजपा को समर्पित किया है और भविष्य में भी एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे। राठौड़ ने अपने समर्थकों से अपील की कि वे सोशल मीडिया पर अनर्गल टिप्पणियां न करें।

यह ट्रेंड और आलोचनाएं राठौड़ के खिलाफ थी, जिसमें अग्रवाल के नेतृत्व पर सवाल उठाए गए थे। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने राठौड़ के बयान का तीखा विरोध किया और प्रदेश प्रभारी के खिलाफ टिप्पणियाँ की। कई समर्थकों ने राठौड़ के बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और पार्टी के संगठन पर उनके नजरिए को चुनौती दी है।

बीजेपी की बैठक में राधा मोहन दास अग्रवाल ने राजेंद्र राठौड़ की अनुपस्थिति को लेकर टिप्पणी की थी, जिससे यह विवाद और गहरा हो गया। राठौड़ ने हाल ही में हरियाणा में बीजेपी के सदस्यता अभियान में भाग लिया था और प्रदेश प्रभारी के खिलाफ नारेबाजी की गई थी।

इस विवाद ने पार्टी के भीतर की जटिलताओं को उजागर किया है, और यह दिखाया है कि भाजपा के भीतर के नेता और समर्थक विभिन्न मुद्दों पर कैसे प्रतिक्रिया कर रहे हैं।

समर्थकों को रास नहीं आया राठौड़ का बयान

राजेंद्र राठौड़ की तरफ से सोशल मीडिया पर चल रहे ट्रेंड का विरोध करने पर कई समर्थकों ने तल्ख कमेंट किए हैं। अब भी कई समर्थक सोशल मीडिया पर प्रदेश प्रभारी के खिलाफ कमेंट कर रहे हैं। वहीं, राठौड़ के समर्थन में पोस्ट कर रहे हैं।

संगठन आपके लिए भगवान होगा, हमारे लिए नहीं

एक यूजर महिपाल सिंह भाटी ने लिखा- राठौड़ साहब संगठन आपके लिए भगवान होगा, हमारे लिए नहीं है। जो 36 कौम के लोग आपके कारण भाजपा से जुड़े हैं ,वो भाजपा के गुलाम नहीं हैं। आपके समर्थकों का भाजपा संगठन का मतलब आपसे है। उनके लिए आप ही संगठन हैं। आपने तो अपनी व्यक्तिगत भावनाएं जाहिर कर दी, लेकिन हमारी कौन सुनेगा? अगर इतना ही आपको संगठन से मोह है तो क्षत्रिय समाज की और से भी ये फरमान है कि आप आगे से किसी गैर राजपूत के लिए समाज से वोट मांगने नहीं आएंगे।

आप होंगे संगठन से हम नहीं

लक्ष्मण सिंह इंदा ने लिखा- और करवा लो ट्रेंड इनके लिए, इन साहब ने तो संगठन से ही हम सबको बना दिया। हम संगठन को इनसे बना रहे थे। शायद ऐसे नेताओं की वजह से ही हमारा समाज आज पीछे है। साहब आप होंगे संगठन से हम नहीं।

आप तमाशा देख रहे थे

सोहन करण सिंह ने लिखा- जब दूसरे राजपूत भाजपा नेताओं का दमन हो रहा था तब आप तमाशा देख रहे थे, आप भी उनके खिलाफ खड़े थे लेकिन समय का चक्र घूमा आज वो दिन आपके आ गए।

साजिश के तहत आपके नकली समर्थकों को काम दिया गया है

उर्मिला सिंह ने लिखा- सब जानते हैं आप का पुरा जीवन भाजपा के लिए है। साजिश के तहत आपके नकली समर्थकों को काम दिया गया है।

कौशल किशोर ने लिखा- पार्टी को माई बाप बनाकर अपने अस्तित्व के साथ खिलवाड़ मत कीजिए। आपके माता-पिता से आप हैं न कि भाजपा से।

राठौड़ की अनुपस्थिति पर राधामोहन दास अग्रवाल ने की थी टिप्पणी

जयपुर में मंगलवार को बीजेपी सदस्यता अभियान की बैठक हुई थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि राजेंद्र राठौड़ बैठक बीच में छोड़कर चले गए। प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास ने अपने भाषण में पूछा- राजेंद्र राठौड़ कहां चले गए? मैं सब पर नजर रखता हूं। इस बहाने उनकी अटेंडेंस भी लग गई। उनसे पूछा जाना चाहिए कि किस कारण से उन्हें बैठक छोड़कर जाना पड़ा?

प्रदेश प्रभारी ने कहा- बैठक में 24 मंत्रियों को रहना था, उनमें से 16 ही आए हैं। 14 सांसदों में से 10 सांसद, 115 विधायकों में से 64 विधायक और 44 जिलाध्यक्षों में 38 ही आए हैं। बैठक में नहीं आने वाले नेताओं से पूछना चाहिए, वे क्यों नहीं आए? शुक्रवार को राजेंद्र राठौड़ हिसार के दौरे पर थे। उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर हिसार बीजेपी कार्यालय में पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित किया था।

शनिवार को झुंझुनूं में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष मनोहर सिंह घोडीवारा के नेतृत्व में कार्यकर्ता प्रदेश प्रभारी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।

शोर-शराबा सुन प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ बैठक के बीच ही बाहर आ गए। वे नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं से मिले और समझाया। इसके बाद कार्यकर्ता शांत हुए।