Vikrant Shekhawat : Aug 22, 2024, 10:15 PM
Rajasthan Politics : पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के बीजेपी की बैठक बीच में छोड़कर चले जाने पर प्रदेश प्रभारी राधा मोहनदास अग्रवाल ने रिपोर्ट मांगी है। इससे सियासत गरमा गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इसे राजेंद्र राठौड़ जैसे वरिष्ठ नेता का अपमान बताते हुए बीजेपी पर हमला बोला है। दरअसल, जयपुर में मंगलवार को बीजेपी सदस्यता अभियान की बैठक हुई थी। इस दौरान राजेंद्र राठौड़ बीच में चले गए थे। प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास ने अपने भाषण में पूछा- राजेंद्र राठौड़ कहां चले गए? मैं सब पर नजर रखता हूं। इस बहाने उनकी अटेंडेंस भी लग गई। उनसे पूछा जाना चाहिए कि किस कारण से उन्हें बैठक छोड़कर जाना पड़ा?प्रदेश प्रभारी ने कहा- बैठक में 24 मंत्रियों को रहना था, उनमें से 16 ही आए हैं। 14 सांसदों में से 10 सांसद, 115 विधायकों में से 64 विधायक और 44 जिलाध्यक्षों में 38 आए हैं। बैठक में नहीं आने वाले नेताओं से पूछना चाहिए, वे क्यों नहीं आए?
राधा मोहन दास के बयान पर गुरुवार को डोटासरा ने कहा- बीजेपी के एक नए-नए प्रभारी आए हैं। उनका वीडियो सुन रहा था। वो पूछ रहे थे बैठक में इतने आए हैं। इतने नहीं आए हैं। बैठक में नेता आ तो रहे हैं। 6 महीने बाद देखना ये भी नहीं आएंगे।वरिष्ठ नेता की हाजिरी ले रहे थेडोटासरा ने कहा- बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राठौड़ जैसे वरिष्ठ नेता की हाजिरी ले रहे थे। बैठे क्यों नहीं है, वे क्यों चले गए?प्रताड़ित करने का काम किया जा रहाकांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा- क्या करना चाहते हो, क्या बताना चाहते हो? अरे नेताओं का इतना अपमान तो मत करो। टिकट गई तुम्हारी भाड़ में, इतना अपमान तो मत करो। उन्होंने कहा-अब तो गैर हाजिरी लगा कर और प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है। इससे ज्यादा शर्म की बात हो नहीं सकती है, अपने ही नेताओं को प्रताड़ित करते हैं, इसके बाद कुछ बच नहीं जाता।
डोटासरा बोले- वसुंधरा राजे कुछ तो कर रही होंगीकांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए हैं। डोटासरा ने कहा कि सुधर जाइए। कुछ काम कर लीजिए। वसुंधरा राजे भी चुपचाप नहीं होंगी। कुछ न कुछ तो कर रही होंगी। बीजेपी में जनता की समस्याओं को सुनने के लिए समय नहीं है। ये कुछ करने वाले नहीं हैं। ताश के महल की तरह बिखर जाएंगे। डोटासरा हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर जेपीसी जांच की मांग के मुद्दे पर जयपुर में कांग्रेस के धरने में बोल रहे थे।
प्रदेश प्रभारी बोले- राहुल गांधी का नाम अकबराबादी रखाभाजपा प्रदेश प्रभारी ने गुरुवार को दौसा में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस पर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा- हमने राहुल का गांधी का नाम राहुल अकबराबादी रख दिया है। वे अकबर और मुगल साम्राज्य की मानसिकता के साथ देश को तोड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा- जो लोग आरक्षण के वर्गीकरण का मुद्दा बना रहे हैं, वहीं असल में आरक्षण विरोधी है। ये 65 साल सत्ता में रहे। अनुसूचित समाज को गालियां देते रहे। काका कालेकर की रिपोर्ट इन्होंने नहीं बनाई। मंडल कमीशन की रिपोर्ट पड़ी रही, लेकिन इन्होंने उसे लागू नहीं किया।
राधा मोहन दास के बयान पर गुरुवार को डोटासरा ने कहा- बीजेपी के एक नए-नए प्रभारी आए हैं। उनका वीडियो सुन रहा था। वो पूछ रहे थे बैठक में इतने आए हैं। इतने नहीं आए हैं। बैठक में नेता आ तो रहे हैं। 6 महीने बाद देखना ये भी नहीं आएंगे।वरिष्ठ नेता की हाजिरी ले रहे थेडोटासरा ने कहा- बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राठौड़ जैसे वरिष्ठ नेता की हाजिरी ले रहे थे। बैठे क्यों नहीं है, वे क्यों चले गए?प्रताड़ित करने का काम किया जा रहाकांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा- क्या करना चाहते हो, क्या बताना चाहते हो? अरे नेताओं का इतना अपमान तो मत करो। टिकट गई तुम्हारी भाड़ में, इतना अपमान तो मत करो। उन्होंने कहा-अब तो गैर हाजिरी लगा कर और प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है। इससे ज्यादा शर्म की बात हो नहीं सकती है, अपने ही नेताओं को प्रताड़ित करते हैं, इसके बाद कुछ बच नहीं जाता।
डोटासरा बोले- वसुंधरा राजे कुछ तो कर रही होंगीकांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए हैं। डोटासरा ने कहा कि सुधर जाइए। कुछ काम कर लीजिए। वसुंधरा राजे भी चुपचाप नहीं होंगी। कुछ न कुछ तो कर रही होंगी। बीजेपी में जनता की समस्याओं को सुनने के लिए समय नहीं है। ये कुछ करने वाले नहीं हैं। ताश के महल की तरह बिखर जाएंगे। डोटासरा हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर जेपीसी जांच की मांग के मुद्दे पर जयपुर में कांग्रेस के धरने में बोल रहे थे।
प्रदेश प्रभारी बोले- राहुल गांधी का नाम अकबराबादी रखाभाजपा प्रदेश प्रभारी ने गुरुवार को दौसा में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस पर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा- हमने राहुल का गांधी का नाम राहुल अकबराबादी रख दिया है। वे अकबर और मुगल साम्राज्य की मानसिकता के साथ देश को तोड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा- जो लोग आरक्षण के वर्गीकरण का मुद्दा बना रहे हैं, वहीं असल में आरक्षण विरोधी है। ये 65 साल सत्ता में रहे। अनुसूचित समाज को गालियां देते रहे। काका कालेकर की रिपोर्ट इन्होंने नहीं बनाई। मंडल कमीशन की रिपोर्ट पड़ी रही, लेकिन इन्होंने उसे लागू नहीं किया।