News18 : Aug 04, 2020, 06:58 AM
नई दिल्ली। मोदी सरकार (Modi Government) किसानों की आय दोगुनी करने के लिए पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Scheme) चला रही है। गरीब कल्याण रोजगार अभियान (Garib Kalyan Rojgar Abhiyaan) के तहत कुसुम योजना की मदद से राजस्थान के किसानों की आय बढ़ाने के लिए सोलर पंप उपलब्ध कराई जा रही है। किसान अपनी भूमि पर सोलर पैनल लगाकर अपने खेतों की सिंचाई कर सकते हैं। सोलर पैनल स्थापित करने के लिए किसानों को केवल 10 फीसदी रकम का भुगतान करना होता है। केंद्र सरकार किसानों को बैंक खाते में सब्सिडी की रकम देती है।
सोलर पंप बनेगा अतिरिक्त आय का जरियाकिसान अपने बिजली से चलने वाले सिंचाई पंप को सौर ऊर्जा से चलाने और दिन के समय सिंचाई का लाभ उठा सकते हैं। अतिरिक्त बिजली को विद्युत वितरण कंपनी (DISCOM) को बेचकर 25 वर्षों तक आमदनी पा सकते हैं। सौर ऊर्जा अपनाने से डीजल के खर्चे एवं प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। सोलर पंप पर केंद्र से 30 फीसदी व राज्य सरकार से 30 फीसदी की सब्सिडी दी जाएगी। बैंकों के द्वारा 30 फीसदी तक लोन की सुविधा मिल सकती है। लोन का भुगतान अतिरिक्त बिजली से होने वाली आमदनी से 5-6 वर्षों में हो जाएगा। सोलर पैनल 25 साल तक चलेगा और इसका रखरखाव भी आसान है। केंद्र सरकार की कुसुम योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इस वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं: https://mnre।gov।in/#
क्या है कुसुम योजना?भारत में किसानों को सिंचाई में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है और अधिक या कम बारिश की वजह से किसानों की फसलें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। केंद्र सरकार की कुसुम योजना के जरिये किसान अपनी जमीन में सौर ऊर्जा उपकरण और पंप लगाकर अपने खेतों की सिंचाई कर सकते हैं। कुसुम योजना की मदद से किसान अपनी भूमि पर सोलर पैनल लगाकर इससे बनने वाली बिजली का उपयोग खेती के लिए कर सकते हैं। किसान की जमीन पर बनने वाली बिजली से देश के गांव में बिजली की निर्बाध आपूर्ति शुरू की जा सकती है।
कुसुम योजना से दो बड़े फायदे
सोलर पंप बनेगा अतिरिक्त आय का जरियाकिसान अपने बिजली से चलने वाले सिंचाई पंप को सौर ऊर्जा से चलाने और दिन के समय सिंचाई का लाभ उठा सकते हैं। अतिरिक्त बिजली को विद्युत वितरण कंपनी (DISCOM) को बेचकर 25 वर्षों तक आमदनी पा सकते हैं। सौर ऊर्जा अपनाने से डीजल के खर्चे एवं प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। सोलर पंप पर केंद्र से 30 फीसदी व राज्य सरकार से 30 फीसदी की सब्सिडी दी जाएगी। बैंकों के द्वारा 30 फीसदी तक लोन की सुविधा मिल सकती है। लोन का भुगतान अतिरिक्त बिजली से होने वाली आमदनी से 5-6 वर्षों में हो जाएगा। सोलर पैनल 25 साल तक चलेगा और इसका रखरखाव भी आसान है। केंद्र सरकार की कुसुम योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इस वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं: https://mnre।gov।in/#
क्या है कुसुम योजना?भारत में किसानों को सिंचाई में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है और अधिक या कम बारिश की वजह से किसानों की फसलें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। केंद्र सरकार की कुसुम योजना के जरिये किसान अपनी जमीन में सौर ऊर्जा उपकरण और पंप लगाकर अपने खेतों की सिंचाई कर सकते हैं। कुसुम योजना की मदद से किसान अपनी भूमि पर सोलर पैनल लगाकर इससे बनने वाली बिजली का उपयोग खेती के लिए कर सकते हैं। किसान की जमीन पर बनने वाली बिजली से देश के गांव में बिजली की निर्बाध आपूर्ति शुरू की जा सकती है।
कुसुम योजना से दो बड़े फायदे
केंद्र सरकार की कुसुम योजना किसानों को दो तरह से फायदा पहुंचाएगी। एक तो उन्हें सिंचाई के लिए फ्री बिजली मिलेगी और दूसरा अगर वह अतिरिक्त बिजली बना कर ग्रिड को भेजते हैं तो उसके बदले उन्हें कमाई भी होगी। अगर किसी किसान के पास बंजर भूमि है तो वह उसका इस्तेमाल सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए कर सकता है। इससे उन्हें बंजर जमीन से भी आमदनी होने लगेगी।कितनी होगी कमाईबंजर जमीन पर सोलर प्लांट लगाकर किसान अच्छी आमदनी कर सकते हैं। सोलर प्लांट से उत्पन्न बिजली को विद्युत वितरण कंपनी (DISCOM) खरीदेगी। इससे भू-स्वामी को प्रति वर्ष प्रति एकड़ 60 हजार रुपए से 1 लाख रुपए तक आमदनी अगले 25 वर्षों तक होगी। सोलर प्लांट लगवाने के लिए जमीन विद्युत सब-स्टेशन से 5 किलोमीटर तक दायरे में होनी चाहिए। किसान सोलर प्लांट खुद या डेवलपर को जमीन पट्टे पर देकर लगवा सकते हैं।Providing alternate sources for irrigation, by Solar Pumps installation through PM KUSUM under #GaribKalyanRojgarAbhiyaan in-order to increase the income of the farmers of #Rajasthan. pic.twitter.com/JSxrNgY2a8
— Ministry of Rural Development, Government of India (@MoRD_GOI) August 3, 2020