Vikrant Shekhawat : Aug 16, 2019, 03:47 PM
बादलों ने दिखाया मौसम विभाग को ठेंगा
इस बार बादलों ने मौसम विभाग को ठेंगा दिखाते हुए जोरदार बारिश की है। मौसम विभाग ने देशभर में सामान्य से कम बारिश की आशंका जताई थी, लेकिन बादल बाढ़ के हालात बनाते हुए मौसम विभाग का मुंह चिढ़ा रहे हैं। राजस्थान में ही अब तक सामान्य से चालीस फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। बारिश की अधिकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राज्य में 49 बांध बीते चौबीस घंटों में ओवरफ्लो हुए हैं। मध्यप्रदेश में भी खूब बारिश है। कर्नाटक, केरल जैसे दक्षिण भारत के राज्य भी हाई अलर्ट पर है। राजस्थान की बात करें तो यहां पर दक्षिण राजस्थान में तेज बारिश से ग्रामीण जनजीवन अस्त—व्यस्त हो गया है। यही हाल जोधपुर संभाग के पाली जिले का है। जालोर और सिरोही में भी अच्छी बारिश के समाचार है। जोधपुर में भी आज अच्छी बारिश हुई हैं। पाली और जालोर जिले की जीवनरेखा बताया जाने वाला जवाई बांध भी तेज जल आवक से भर रहा है। बेड़ा नदी में पानी की अच्छी आवक से अब जल स्तर अच्छा बढ़ रहा है। पाली जिले में तो रेल यातायात भी बाधित हो गया है और लूणी जोधपुर मार्ग जाम है। ट्रेनों को फुलेरा होकर निकाला जा रहा है। कई जगह जलभराव के चलते लोग परेशान हो रहे हैं। राज्य के बांध अपनी क्षमता के 65 फीसदी से अधिक भर चुके हैं। जोधपुर | बारिश का दौर लगातार जारी
जोधपुर. गुरुवार रात से शुरू हुई बारिश का दौर लगातार जारी है और कल रात से ही बारिश कभी धीरे कभी जोर से लगातार हो रही है इसके चलते कई पुराने मकान और चट्टानों से पत्थर गिरने का खतरा मंडरा रहा है कुछ वर्ष पूर्व भी उदय मंदिर क्षेत्र में मकान पर चट्टान गिरने से कुछ लोगों की मृत्यु हो गई थी लेकिन प्रशासन में उसके बाद इसकी सुध नहीं ली और इतनी भारी बारिश के आसार भी दिखाई नहीं दे रहे थे लेकिन कल रात से आ रही बारिश ने एक बार फिर दो लोगों की जान ले ली है भीतरी शहर स्थित गुलजार पूरा में एक बड़ी पुरानी चट्टान आई हुई है जिसके नीचे सैकड़ों लोग रहते हैं कल रात से आई बारिश से चट्टान के बड़े पत्थर एक मकान पर गिर गए जिसके नीचे दबने से 2 लोगों की मृत्यु हो गई। बताया जा रहा है कि इस हादसे मैं एक 17 वर्षीय लड़का और 1 0 वर्षीय लड़की की मौत हो गई है और 1 व्यक्ति घायल हुए है।मौसम विभाग के अनुसार बीते चौबीस घंटों में राजस्थान के 508 केन्द्रों पर बारिश हुई है। इनमें पन्द्रह केन्द्रों पर अत्यधिक अतिवृष्टि अर्थात 205 एमएम से अधिक बारिश चौबीस घंटों में हुई है। 58 केन्द्रों पर अतिवृष्टि, 128 पर सामान्य से अधिक बारिश और 200 वर्षा रिकार्ड केन्द्रों पर सामान्य बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक 302 एमएम बारिश बेगूं चित्तौड़गढ़ में दर्ज की गई। यह इस मानसून का सर्वाधिक बारिश एक दिन में होने का रिकार्ड है। वहीं पाली में 276 एमएम बारिश चौबीस घंटों में रिकार्ड हुई है। पाली के सर्राफा बाजार में तेज गति से पानी के नाले की शक्ल में सड़कों पर पानी बहा। यहां 16 व 17 अगस्त का सरकारी अवकाश विद्यालयों में घोषित कर दिया गया है। प्रतापगढ़ जिले में अब तक 1664 एमएम बारिश हो चुकी है। बांधों की स्थिति
राज्य में 22 वृहद बांधों में 76 फीसदी जल भराव हो चुका है। लघु बांध 48 व छोटे बांध 40 फीसदी भरे हुए हैं और इनमें पानी की आवक जारी है। राज्य में 810 में से 172 बांध पूरी तरह भर चुके हैं। अजमेर, भीलवाड़ा, बूंदी, झुंझुनूं, सीकर, कोटा में सामान्य से साठ फीसदी बारिश है और यह अतिवृष्टि हैं। अलवर, बीकानेर, हनुमानगढ़, करौली, गंगानगर ही पांच जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से कम बारिश है। अन्य जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश रिकार्ड हुई है। कालीसिंध, माही बजाज सागर, जवाहर सागर और कोटा बैराज से निरन्तर हजारों क्यूसेक पानी छोड़ना जारी है। माही के 16 व कालीसिंध के 11 गेट खोले हुए हैं।
इस बार बादलों ने मौसम विभाग को ठेंगा दिखाते हुए जोरदार बारिश की है। मौसम विभाग ने देशभर में सामान्य से कम बारिश की आशंका जताई थी, लेकिन बादल बाढ़ के हालात बनाते हुए मौसम विभाग का मुंह चिढ़ा रहे हैं। राजस्थान में ही अब तक सामान्य से चालीस फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। बारिश की अधिकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राज्य में 49 बांध बीते चौबीस घंटों में ओवरफ्लो हुए हैं। मध्यप्रदेश में भी खूब बारिश है। कर्नाटक, केरल जैसे दक्षिण भारत के राज्य भी हाई अलर्ट पर है। राजस्थान की बात करें तो यहां पर दक्षिण राजस्थान में तेज बारिश से ग्रामीण जनजीवन अस्त—व्यस्त हो गया है। यही हाल जोधपुर संभाग के पाली जिले का है। जालोर और सिरोही में भी अच्छी बारिश के समाचार है। जोधपुर में भी आज अच्छी बारिश हुई हैं। पाली और जालोर जिले की जीवनरेखा बताया जाने वाला जवाई बांध भी तेज जल आवक से भर रहा है। बेड़ा नदी में पानी की अच्छी आवक से अब जल स्तर अच्छा बढ़ रहा है। पाली जिले में तो रेल यातायात भी बाधित हो गया है और लूणी जोधपुर मार्ग जाम है। ट्रेनों को फुलेरा होकर निकाला जा रहा है। कई जगह जलभराव के चलते लोग परेशान हो रहे हैं। राज्य के बांध अपनी क्षमता के 65 फीसदी से अधिक भर चुके हैं। जोधपुर | बारिश का दौर लगातार जारी
जोधपुर. गुरुवार रात से शुरू हुई बारिश का दौर लगातार जारी है और कल रात से ही बारिश कभी धीरे कभी जोर से लगातार हो रही है इसके चलते कई पुराने मकान और चट्टानों से पत्थर गिरने का खतरा मंडरा रहा है कुछ वर्ष पूर्व भी उदय मंदिर क्षेत्र में मकान पर चट्टान गिरने से कुछ लोगों की मृत्यु हो गई थी लेकिन प्रशासन में उसके बाद इसकी सुध नहीं ली और इतनी भारी बारिश के आसार भी दिखाई नहीं दे रहे थे लेकिन कल रात से आ रही बारिश ने एक बार फिर दो लोगों की जान ले ली है भीतरी शहर स्थित गुलजार पूरा में एक बड़ी पुरानी चट्टान आई हुई है जिसके नीचे सैकड़ों लोग रहते हैं कल रात से आई बारिश से चट्टान के बड़े पत्थर एक मकान पर गिर गए जिसके नीचे दबने से 2 लोगों की मृत्यु हो गई। बताया जा रहा है कि इस हादसे मैं एक 17 वर्षीय लड़का और 1 0 वर्षीय लड़की की मौत हो गई है और 1 व्यक्ति घायल हुए है।मौसम विभाग के अनुसार बीते चौबीस घंटों में राजस्थान के 508 केन्द्रों पर बारिश हुई है। इनमें पन्द्रह केन्द्रों पर अत्यधिक अतिवृष्टि अर्थात 205 एमएम से अधिक बारिश चौबीस घंटों में हुई है। 58 केन्द्रों पर अतिवृष्टि, 128 पर सामान्य से अधिक बारिश और 200 वर्षा रिकार्ड केन्द्रों पर सामान्य बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक 302 एमएम बारिश बेगूं चित्तौड़गढ़ में दर्ज की गई। यह इस मानसून का सर्वाधिक बारिश एक दिन में होने का रिकार्ड है। वहीं पाली में 276 एमएम बारिश चौबीस घंटों में रिकार्ड हुई है। पाली के सर्राफा बाजार में तेज गति से पानी के नाले की शक्ल में सड़कों पर पानी बहा। यहां 16 व 17 अगस्त का सरकारी अवकाश विद्यालयों में घोषित कर दिया गया है। प्रतापगढ़ जिले में अब तक 1664 एमएम बारिश हो चुकी है। बांधों की स्थिति
राज्य में 22 वृहद बांधों में 76 फीसदी जल भराव हो चुका है। लघु बांध 48 व छोटे बांध 40 फीसदी भरे हुए हैं और इनमें पानी की आवक जारी है। राज्य में 810 में से 172 बांध पूरी तरह भर चुके हैं। अजमेर, भीलवाड़ा, बूंदी, झुंझुनूं, सीकर, कोटा में सामान्य से साठ फीसदी बारिश है और यह अतिवृष्टि हैं। अलवर, बीकानेर, हनुमानगढ़, करौली, गंगानगर ही पांच जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से कम बारिश है। अन्य जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश रिकार्ड हुई है। कालीसिंध, माही बजाज सागर, जवाहर सागर और कोटा बैराज से निरन्तर हजारों क्यूसेक पानी छोड़ना जारी है। माही के 16 व कालीसिंध के 11 गेट खोले हुए हैं।