राजस्थान संकट / प्रियंका गांधी के संपर्क में हैं सचिन पायलट, सम्मानजनक घर वापसी की कोशिश जारी- रिपोर्ट

राजस्थान में करीब 10 दिनों से जारी सियासी घमासान को लेकर आज हाईकोर्ट में एक बार फिर से सुनवाई होनी है इस बीच सचिन पायलट ने हाईकोर्ट जाने के साथ ही कांग्रेस के टॉप लीडरशिप से संपर्क बनाए रखा है मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पायलट ने अयोग्यता नोटिस को हाईकोर्ट में चुनौती जरूर दी है, मगर इसके साथ ही पार्टी में अपनी मांगे पूरी करवाने को लेकर प्रियंका गांधी से लगातार संपर्क में बने हुए हैं

Vikrant Shekhawat : Jul 20, 2020, 08:40 AM

राजस्थान में करीब 10 दिनों से जारी सियासी घमासान (Power Tussle in Rajasthan) को लेकर आज हाईकोर्ट में एक बार फिर से सुनवाई होनी है. इस बीच सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने हाईकोर्ट जाने के साथ ही कांग्रेस (Congress) के टॉप लीडरशिप से संपर्क बनाए रखा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पायलट ने अयोग्यता नोटिस को हाईकोर्ट में चुनौती जरूर दी है, मगर इसके साथ ही पार्टी में अपनी मांगे पूरी करवाने को लेकर प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) से लगातार संपर्क में बने हुए हैं.


'इंडियन एक्सप्रेस' ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, सचिन पायलट बीते तीन-चार दिनों से हर रोज AICC महासचिव प्रियंका गांधी से फोन पर बात कर रहे हैं. हालांकि, दोनों के बीच क्या बातचीत हुई, इसका पता नहीं चल पाया है. राजस्थान मामले में ये अहम डेवलपमेंट ऐसे वक्त में आया है, जब अशोक गहलोत सरकार पायलट की अगुवाई में असंतुष्ट विधायकों के खिलाफ एक्शन के लिए प्लान बी तैयार करने में जुटी है.


इससे पहले प्रियंका गांधी ने सचिन पायलट को मनाने के लिए उन्हें सोनिया और राहुल गांधी से मुलाकात कराने की बात कही थी, लेकिन पायलट ने प्रियंका के इस ऑफर को ठुकरा दिया था. बताया जा रहा है कि इसी ऑफर के बाद कांग्रेस नेता पायलट पर कार्रवाई की.


उधर, कांग्रेस में घमासान के बीच बीजेपी अभी भी वेट एंड वॉच की स्थिति में है. पार्टी किसी तरह की जल्दबाजी नहीं करना चाहती. पूनिया ने 19 जुलाई को साफ कर दिया कि उनकी पार्टी गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी. सचिन पायलट को बीजेपी में शामिल करने के सवाल पर पूनिया ने कहा कि वे किसी को न्योता देने नहीं जा रहे हैं. अगर कोई आता है तो उसका स्वागत है.


बीजेपी में एक नेता के कैल्कुलेशन के मुताबिक, पायलट खेमे में अभी 21 विधायक हैं. इनमें 19 कांग्रेस के बागी और दो निर्दलीय ओम प्रकाश हुडला (महुवा) और सुरेश टाक (किशनगढ़) विधायक हैं. ये 21 विधायक, बीजेपी 72 विधायक और उसके तीन सहयोगी अगर साथ आ जाए, तो 200-सदस्यीय विधानसभा में गहलोत सरकार को 96 पर ला सकते हैं.



राजस्थान में पार्टी की योजनाओं से वाकिफ एक वरिष्ठ बीजेपी कहते हैं, 'इस पॉइंट पर आने के बाद अगर मौके का फायदा नहीं उठाया गया, तो ये बुद्धिमानी नहीं, बेवकूफी होगी.' वहीं, सूत्र ने कहा कि पार्टी ने अपनी राजस्थान यूनिट के नेताओं से कहा है कि वो गहलोत खेमे में विधायकों के जीतने की संभावना पर नजर बनाए रखे.


पायलट समर्थक 18 विधायकों की याचिका पर आज सुनवाई

उधर, जयपुर में सचिन पायलट समर्थक 18 विधायकों की याचिका पर आज सुनवाई जारी रहेगी. आज का दिन अहम इसलिए है. आज इसपर फैसला आ सकता है. शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने हाइकोर्ट ने 21 जुलाई शाम 5:30 बजे तक रोक लगा दी थी. इसका मतलब था कि तब तक विधानसभा के स्पीकर विधायकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकेंगे.


राहुल चाहते हैं पायलट की वापसी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पायलट की वापसी चाहते हैं. बताया जा रहा है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सचिन की सम्मानजनक वापसी का माहौल बनाने के प्रयास में हैं. कांग्रेस सचिन पायलट को वापसी का एक और मौका देने के पक्ष में हैं. कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बागियों के प्रति नरम रुख अपनाने का आग्रह किया है.


रिपोर्ट की मानें तो राहुल ने पार्टी के नेताओं को निर्देश दिया है कि वह पायलट को पार्टी में लौटने का एक अवसर प्रदान करें.