Vikrant Shekhawat : Jun 26, 2022, 11:09 AM
राष्ट्रीय लोक तांत्रिक पार्टी के संयोजक व नागौर सांसद बैनिवाल व ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा के बीच तल्ख टिप्पणियों के बाद ओसियां की राजनीतिक सियासत गर्मा गयी है.
शुक्रवार को ओसियां में जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान सांसद हनुमान बैनिवाल ने मदेरणा परिवार पर तिखी टिप्पणियां की थी, जिसके बाद ओसियां में मदेरणा समर्थकों में रोष व्याप्त हो गया. ओसियां मुख्यालय पर मदेरणा समर्थकों व कार्यकर्ताओं ने आक्रोश के साथ नारेबाजी करते हुए रालोपा संयोजक व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का पुतला जलाया और अपना विरोध प्रकट किया.
गौरतलब है कि शुक्रवार को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ओसियां विधानसभा में जनसंपर्क सभा के दौरान वरिष्ठ किसान नेता स्व. परसराम मदेरणा एवं उनके परिवार के प्रति तीखी टिप्पणियां की थी. उससे मदेरणा समर्थकों में भारी रोष व्याप्त हो गया और उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची. मदेरणा समर्थकों ने बताया कि बेनीवाल के इस अशोभनीय कृत्य के खिलाफ शनिवार को ओसियां व तिंवरी समिति के प्रत्येक गांव गांव व ढाणी से सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता ओसियां उपखंड पर पहुंचे और वहां जन आक्रोश सभा करते हुए अनेक लोगों ने बेनीवाल की तिखी टिप्पणियों की कड़े से कड़े शब्दों में निंदा करते हुए अपना विरोध प्रकट किया.
वक्ताओं ने बताया कि मदेरणा परिवार किसान वर्ग की आन बान और शान है और स्व. परसराम मदेरणा जैसे विराट व्यक्तित्व पर हम किसी तरह की तुच्छ टिप्पणी हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. मारवाड़ की किसान राजनीति में स्व. मदेरणा साहब का कद बहुत बड़ा रहा है और उनके प्रति 36 कौम का मान सम्मान है. मदेरणा परिवार की तीसरी पीढ़ी के रूप में दिव्या मदेरणा आज किसान राजनीति का झंडा बुलंद कर रही है. मदेरणा परिवार ने हमेशा से सिद्धान्तों और उसूलों की राजनीति की है, जनता उनकी स्पष्टवादीता और ईमानदारी की कायल है.
सैकड़ों की संख्या में आये बुजुर्ग व युवाओं ने कहा कि हनुमान बेनीवाल ने हमारे आदर्श महापुरुष स्व. परसराम मदेरणा व उनके परिवार पर की गई तुच्छ व असभ्य टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे. बेनीवाल अपने दिमाग से गलतफहमी निकाल दे वरना जनता माफ नहीं करेगी और आने वक्त में हेकड़ी निकाल देगी. मदेरणा परिवार के कार्यकर्ता वटवृक्ष की तरह है. हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है और ओसियां सहित सम्पूर्ण किसान वर्ग की बुलंद आवाज सदन में हमेशा यूं ही गूंजती रहेगी.
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने भी खींवसर विधानसभा का दौरा किया था उस समय खींवसर के राजनीतिक टैंपरेचर मापने व ऑपरेशन करने की बात कही थी. वहीं पंचायतीराज चुनाव व राज्यसभा चुनाव के समय रालोपा के वोट को भाखरी के बैरे में डालने जैसी टिप्पणी भी थी कि समय से रालोपा कार्यकर्ताओं में भी रोष नजर आया. जिसके बाद शुक्रवार को हनुमान बैनिवाल की टिप्पणी ने भी आग में घी डालने जैसा काम किया और मदेरणा समर्थकों में रोष व्याप्त हो गया.
शनिवार को प्रदर्शन व पुतला जलाने के दौरान बंशीलाल कच्छवाह, जोगाराम सारण, पुरखाराम भूंकर, चेनाराम विश्नोई, केवलराम मेघवाल, नारायणसिंह, जितेंद्र सिंह बड़ला, बिरमाराम बेरड़, देदाराम जाखड़, लूणाराम भाम्भू, निम्बाराम, गोपाराम खोत, मोतीराम हुड्डा, लेखराज बिश्नोई, ललित गहलोत सहित अनेक जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
शुक्रवार को ओसियां में जनसंपर्क कार्यक्रम के दौरान सांसद हनुमान बैनिवाल ने मदेरणा परिवार पर तिखी टिप्पणियां की थी, जिसके बाद ओसियां में मदेरणा समर्थकों में रोष व्याप्त हो गया. ओसियां मुख्यालय पर मदेरणा समर्थकों व कार्यकर्ताओं ने आक्रोश के साथ नारेबाजी करते हुए रालोपा संयोजक व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का पुतला जलाया और अपना विरोध प्रकट किया.
गौरतलब है कि शुक्रवार को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ओसियां विधानसभा में जनसंपर्क सभा के दौरान वरिष्ठ किसान नेता स्व. परसराम मदेरणा एवं उनके परिवार के प्रति तीखी टिप्पणियां की थी. उससे मदेरणा समर्थकों में भारी रोष व्याप्त हो गया और उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची. मदेरणा समर्थकों ने बताया कि बेनीवाल के इस अशोभनीय कृत्य के खिलाफ शनिवार को ओसियां व तिंवरी समिति के प्रत्येक गांव गांव व ढाणी से सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता ओसियां उपखंड पर पहुंचे और वहां जन आक्रोश सभा करते हुए अनेक लोगों ने बेनीवाल की तिखी टिप्पणियों की कड़े से कड़े शब्दों में निंदा करते हुए अपना विरोध प्रकट किया.
वक्ताओं ने बताया कि मदेरणा परिवार किसान वर्ग की आन बान और शान है और स्व. परसराम मदेरणा जैसे विराट व्यक्तित्व पर हम किसी तरह की तुच्छ टिप्पणी हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. मारवाड़ की किसान राजनीति में स्व. मदेरणा साहब का कद बहुत बड़ा रहा है और उनके प्रति 36 कौम का मान सम्मान है. मदेरणा परिवार की तीसरी पीढ़ी के रूप में दिव्या मदेरणा आज किसान राजनीति का झंडा बुलंद कर रही है. मदेरणा परिवार ने हमेशा से सिद्धान्तों और उसूलों की राजनीति की है, जनता उनकी स्पष्टवादीता और ईमानदारी की कायल है.
सैकड़ों की संख्या में आये बुजुर्ग व युवाओं ने कहा कि हनुमान बेनीवाल ने हमारे आदर्श महापुरुष स्व. परसराम मदेरणा व उनके परिवार पर की गई तुच्छ व असभ्य टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे. बेनीवाल अपने दिमाग से गलतफहमी निकाल दे वरना जनता माफ नहीं करेगी और आने वक्त में हेकड़ी निकाल देगी. मदेरणा परिवार के कार्यकर्ता वटवृक्ष की तरह है. हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है और ओसियां सहित सम्पूर्ण किसान वर्ग की बुलंद आवाज सदन में हमेशा यूं ही गूंजती रहेगी.
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने भी खींवसर विधानसभा का दौरा किया था उस समय खींवसर के राजनीतिक टैंपरेचर मापने व ऑपरेशन करने की बात कही थी. वहीं पंचायतीराज चुनाव व राज्यसभा चुनाव के समय रालोपा के वोट को भाखरी के बैरे में डालने जैसी टिप्पणी भी थी कि समय से रालोपा कार्यकर्ताओं में भी रोष नजर आया. जिसके बाद शुक्रवार को हनुमान बैनिवाल की टिप्पणी ने भी आग में घी डालने जैसा काम किया और मदेरणा समर्थकों में रोष व्याप्त हो गया.
शनिवार को प्रदर्शन व पुतला जलाने के दौरान बंशीलाल कच्छवाह, जोगाराम सारण, पुरखाराम भूंकर, चेनाराम विश्नोई, केवलराम मेघवाल, नारायणसिंह, जितेंद्र सिंह बड़ला, बिरमाराम बेरड़, देदाराम जाखड़, लूणाराम भाम्भू, निम्बाराम, गोपाराम खोत, मोतीराम हुड्डा, लेखराज बिश्नोई, ललित गहलोत सहित अनेक जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता उपस्थित रहे.