बिजनेस / आरबीआई ने रेपो रेट को 4% और रिवर्स रेपो रेट को 3.35% पर अपरिवर्तित रखा

आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने कोविड-19 अनिश्चितता और मुद्रास्फीति की आशंका के बीच शुक्रवार को रेपो रेट को 4% के रिकॉर्ड निम्नतम स्तर पर और रिवर्स रेपो रेट को 3.35% पर अपरिवर्तित रखा। अप्रैल 2021 में समिति की पिछली बैठक में भी दरें अपरिवर्तित रही थीं। लगातार छठी बार रेपो रेट को 4% पर अपरिवर्तित रखा गया है।

Vikrant Shekhawat : Jun 04, 2021, 01:42 PM
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास मौद्रिक नीति समीक्षा (MPC) के बैठक के नतीजों की घोषणा कर दी है। RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने COVID-19 के प्रभाव को कम करने की वजह से पॉलिसी रेट में कोई बदलाव ना करने का फैसला किया है। यानी रेपो रेट और और रिवर्स रेपो रेट की दरों में कोई चेंज नहीं आया है। रेपो रेट पहले की तरह 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी है।मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) रेट भी 4.25 फीसदी पर है। यानी की आपकी ईएमआई या लोन की ब्याज दरें पहले जितनी ही रहेंगी इसमें नई राहत नहीं दी गई है।

इसके साथ ही गवर्नर शक्तिकांत दास ने ये भी बताया कि फिस्कल ईयर 2021 में रियल GDP -7.3 फीसदी रही। वहीं अप्रैल में महंगाई दर 4.3 फीसदी रही जो राहत है। उन्होंने ये भी कहा कि अच्छे मॉनसून से इकॉनमी का रिवाइवल संभव है। RBI की कमिटी ने फैसला किया है कि जब तक Covid-19 का खत्म नहीं होता है तब तक मौद्रिक रुख को 'उदार' बना रहेगा।