Jaipur | बगावत के बाद हटाए गए नेताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं, जो गौर करने लायक है। पायलट, विश्वेन्द्रसिंह, मुकेश भाकर और विधायक रामनिवास गवारिया ने ट्वीट कर अपने भाव व्यक्त किए हैं। बर्खास्तगी के बाद सीएम अशोक गहलोत का मीडिया में बयान सामने आया है। गहलोत ने कहा है कि सचिन पायलट के हाथ में अब कुछ भी नहीं। यह शो बीजेपी चला रही है। बीजेपी ने ही रिसोर्ट अरेंज किया और सब कुछ मैनेज किया। यह वही टीम है, जिसने मध्यप्रदेश में काम किया और अभी यहां कर रही है।
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीपसिंह सुरजेवाला बोले कांग्रेस नेतृत्व ने सारे दरवाजे खुले छोड़कर खुले मन से कहा कि सुबह का भूला अगर शाम को घर आ जाये तो उसे भूला नहीं कहते। लेकिन सचिन पायलट और उनके मंत्री साथी भाजपा के षड्यंत्र में फंसकर जनमत का अपमान कर रहे हैं; जो कि बिलकुल अस्वीकार्य है!
कांग्रेस नेतृत्व ने सारे दरवाजे खुले छोड़कर खुले मन से कहा कि सुबह का भूला अगर शाम को घर आ जाये तो उसे भूला नहीं कहते। लेकिन सचिन पायलट और उनके मंत्री साथी भाजपा के षड्यंत्र में फंसकर जनमत का अपमान कर रहे हैं; जो कि बिलकुल अस्वीकार्य है: श्री @rssurjewala pic.twitter.com/ihfXSICsCC
— Congress (@INCIndia) July 14, 2020
भारतीय युवा कांग्रेस ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत करने वाले सचिन पायलट के साथ जा चुके प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष मुकेश भाकर को मंगलवार को पद हटा दिया। मंत्री विश्वेन्द्रसिंह और रमेश मीणा पर बर्खास्तगी की गाज गिरी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद पर गोविंदसिंह डोटासरा को नियुक्त किया गया है। वहीं युवा कांग्रेस के गणेश घोघरा को नया युकां अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है। हालांकि इनकी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं इनके बयानों को और भावों को स्पष्ट करती है।
विधायक रामनिवास गवारिया का अंदाज देखिए। इन्हें मंत्री विश्वेन्द्रसिंह ने अपना दूसरा बेटा का सम्बोधन दिया है।
वहीं बर्खास्त किए गए पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्रसिंह ने भी ट्वीट में शेर कहकर निशाना साधा है।
कांग्रेस से जाने वाले नेताओं ने क्या पाया, जो जननायक थे वे प्रधानमंत्री तक बने और जो कागजी थे वे...
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