अजमेर / जेल में बंदियों से हो रही थी अवैध वसूलियां, एसीबी की गिरफ्त में आए चार जेलकर्मी व तीन दलाल

जिला सेंट्रल जेल में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को अजमेर व जयपुर जेल में तैनात चार पुलिसकर्मियों और तीन दलालों को धरदबोचा। यह गैंग जेल में बंद विचाराधीन बंदियों को धमकाकर, प्रताड़ना देकर और सुविधाएं प्रदान करने के बहाने चौथ वसूली कर रही थी। इस रकम को यह गैंग आपस में मिलकर बंटवारा कर लेती थी। अवैध मोबाइल एवं अन्य दस्तावेजों की सूचना पर एसीबी ने तलाशी कार्रवाई की।

Dainik Bhaskar : Jul 19, 2019, 03:57 PM
जयपुर/अजमेर. जिला सेंट्रल जेल में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को अजमेर व जयपुर जेल में तैनात चार पुलिसकर्मियों और तीन दलालों को धरदबोचा। यह गैंग जेल में बंद विचाराधीन बंदियों को धमकाकर, प्रताड़ना देकर और सुविधाएं प्रदान करने के बहाने चौथ वसूली कर रही थी। इस रकम को यह गैंग आपस में मिलकर बंटवारा कर लेती थी।

एसीबी की यह कार्रवाई डीजी आलोक त्रिपाठी व आईजी दिनेश एमएन के निर्देशन में एसपी एसीबी अजमेर के डॉ. राजीव पचार के नेतृत्व में जयपुर, अजमेर व भीलवाड़ा के सात अधिकारियों की टीम ने एक साथ की। आईजी दिनेश एमएन ने बताया कि भ्रष्ट आचरण में लिप्त आरोपी जेलकर्मी संजय सिंह, कैसाराम, प्रधान बाना अजमेर जेल में पदस्थापित है।

इसके अलावा चौथा जेलकर्मी अरुण सिंह चौहान, जयपुर सेंट्रल जेल में तैनात है। वहीं, इन जेलकर्मियों के साथ जेल में बंद बंदियों के परिजनों से रुपए वसूलने वाले दलाली कर रहे आरोपी सागर, पोलू और वर्तमान में पैरोल पर चल रहा दीपक उर्फ सनी है। एसीबी ने दीपक उर्फ सनी के लोंगिया मोहल्ला, अजमेर स्थित घर पर भी तलाशी ली। 

आईजी दिनेश एमएन ने बताया कि आरोपी जेलकर्मियों में शामिल कैसाराम व संजय सिंह वर्तमान में जेल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, अजमेर में प्रशिक्षणाधीन है। उनके यहां भी तलाशी ली गई है। भ्रष्टाचार ब्यूरो मुख्यालय जयपुर ( एसीबी) पर पंजीबद्ध प्रकरण संख्या 201/2019 धारा 7,7A, 8,11, 12 पीसी एक्ट (संशोधित 2018) तथा धारा 384,465,467,471,477A सहपठित धारा 120 बी आईपीसी के तहत की गई। 

बताया जा रहा है कि केंद्रीय कारागार में प्रतिबंधित सामग्री एवं अवैध मोबाइल एवं अन्य दस्तावेजों की सूचना पर एसीबी ने तलाशी कार्रवाई की। जिसमें जेल मैनुअल के अनुसार प्रतिबंधित वस्तुएं व प्रकरण में बतौर वजह सबूत प्राप्त अन्य दस्तावेजी साक्ष्य एवं अवैध मोबाइल आदि की जब्ती की कार्रवाई की गई।

अजमेर एसपी एसीबी डॉक्टर राजीव पचार की अगुवाई में इस कार्रवाई में एएसपी सीपी शर्मा, एएसपी मदन दान सिंह, डीएसपी महिपाल एसीबी अजमेर, एसीबी भीलवाड़ा के एएसपी सौभाग्य सिंह, एएसपी बृजराज सिंह, टोंक एसीबी से एएसपी विजय सिंह व जयपुर एसीबी शहर प्रथम के प्रभारी एडिशनल एसपी आलोकचंद्र शर्मा को शामिल किया गया। जिन्होंने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।