रिश्वतखोरी / रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद अलमारी ने भी उगल दिया रिश्वतखोरी का बड़ा राज, 47 लाख मिले कैश

जयपुर में रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए एक तकनीकी सहायक के घर पर जब एसीबी की टीम पहुंची तो उसकी अलमारी ने रिश्वतखोरी के बड़े राज खोले हैं। अलमारी की तलाशी में 47 लाख रुपए नकद मिले तो अफसर भी हैरत में पड़ गए। नोट इतने अधिक थे कि उन्हें गिनने के लिए मशीन तक मंगवानी पड़ी। एडीजी दिनेश एमएन ने अब इस मामले में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने की भी बात कही है।

Vikrant Shekhawat : Nov 06, 2020, 04:27 PM
इतने नोट निकले कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को पैसा गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी

जयपुर | जयपुर में रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े गए एक तकनीकी सहायक के घर पर जब एसीबी की टीम पहुंची तो उसकी अलमारी ने रिश्वतखोरी के बड़े राज खोले । अलमारी की तलाशी में 47 लाख रुपए नकद मिले तो अफसर भी हैरत में पड़ गए। नोट इतने अधिक थे कि उन्हें गिनने के लिए मशीन तक मंगवानी पड़ी। एडीजी दिनेश एमएन ने अब इस मामले में आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने की भी बात कही है। 
एक पेट्रोल पम्प की एनओसी जारी करने के बदले में एसीबी की टीम ने एक्सईएन दान सिंह और तकनीकी सहायक सीताराम वर्मा को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुये बुधवार को ट्रैप किया था। ये दोनों आरोपी अधिकारी मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज (Ministry of Road Transport and Highways) के हैं। एसीबी ने इस मामले में गिरफ्तार तकनीकी सहायक अधिकारी सीताराम वर्मा के जब जयपुर स्थित घर की तलाशी ली तो उनके पास से बड़ी मात्रा में नगदी और संपत्ति के कागजात मिले हैं। एसीबी को सीताराम वर्मा के आवास से कुल 47 लाख 77 हजार 250 रुपए नकद। इनमें से 47 लाख 37 हजार 900 रुपयों को एसीबी ने जब्त कर लिया है। एसीबी के अनुसार वर्मा ने यह नगदी घर की एक अलमारी के अंदर छिपा रखी थी। इतनी बड़ी तादाद में कैश मिलने पर नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी। ब्यूरो ने इसके अलावा आरोपी सीताराम वर्मा के पास से चार मंजिला मकान, 3 चौपहिया वाहन और कई प्लॉटों के दस्तावेज बरामद किए हैं। एसीबी शुक्रवार को वर्मा के बैंक लॉकर्स की भी तलाशी लेगी। एसीबी के एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि आरोपी के खिलाफ अब आय से अधिक सम्पत्ति के मामले की भी जांच की जाएगी।