Vikrant Shekhawat : May 29, 2021, 06:36 AM
राजस्थान में टोंक जिला मुख्यालय के धौलाखेड़ा स्थित बीसलपुर पेयजल परियोजना के पंप हाऊस में आज उस समय हड़कंप मच गया जब वहां रोज़मर्रा की तरह पंप सिस्टम का जायज़ा लेने के लिये भूमिगत पिट में उतरे कार्मिकों का सामना कोबरा सांप से हो गया। घबराए कार्मिकों द्वारा पिट से तुरंत बाहर आकर अपने इंचार्ज भूपेंद्र कुमार को इस मामले की जानकारी दी।
इंचार्ज द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए सेव द स्नेक मिशन से जुड़े बचावकर्मी को मौक़े पर बुलाया गया जिससे कि कोबरा सांप को पंप पिट से बाहर निकाला जा सके।मौक़े पर पहुंचे बचावकर्मी ने पंप पिट में उतरकर जब कोबरा सांप को देखा तो पता चला कि वह किसी बड़े शिकार को निगले हुए है।ऐसे में बचावकर्मी द्वारा कोबरा सांप को पकड़ने से पहले सुरक्षित तरीके से ऊपर लाया गया व बाद में उसके द्वारा शिकार को उगले जाने का इंतज़ार किया गया।वहां मौजूद सभी लोग उस समय आश्चर्यचकित रह गये जब कुछ ही देर बाद उसने वयस्क पाटा गोह को अपने मुंह से पूरा बाहर निकाल दिया। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कोबरा सांप इसी पाटा गोह को शिकार बनाने के चक्कर पिट में जा पहुंचा होगा।ख़ास बात यह रही कि कार्मिकों द्वारा इस दौरान पंप सिस्टम की मैनुअल मॉनिटरिंग ना कर स्काडा सिस्टम से मॉनिटरिंग की गई। साथ ही लगभग पांच मिनट के लिये पूरे सिस्टम को बंद भी रखा गया। बाद में इस कोबरा सांप को कच्चा बंधा वन क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया गया।बीसलपुर टोंक पेयजल परियोजना, धोला खेड़ा पंप हाऊस के प्रभारी भूपेंद्र कुमार ने बताया कि हमारे कार्मिक पंप पिट में कोबरा सांप नज़र आने से वह घबरा गए। हमने सेव द स्नेक टीम को बुलाया। बचावकर्मी ने पिट में उतर कोबरा सांप को बाहर निकाला। बाद में कोबरा सांप ने पूरी पाटा गोह को मुंह से बाहर निकाला तो हम आश्चर्यचकित रह गये। इस दौरान पंप हाऊस को स्काडा सिस्टम से ऑपरेट किया गया।पांच मिनट के लिये पूरे पंप हाऊस का शट डाउन भी किया गया।
इंचार्ज द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए सेव द स्नेक मिशन से जुड़े बचावकर्मी को मौक़े पर बुलाया गया जिससे कि कोबरा सांप को पंप पिट से बाहर निकाला जा सके।मौक़े पर पहुंचे बचावकर्मी ने पंप पिट में उतरकर जब कोबरा सांप को देखा तो पता चला कि वह किसी बड़े शिकार को निगले हुए है।ऐसे में बचावकर्मी द्वारा कोबरा सांप को पकड़ने से पहले सुरक्षित तरीके से ऊपर लाया गया व बाद में उसके द्वारा शिकार को उगले जाने का इंतज़ार किया गया।वहां मौजूद सभी लोग उस समय आश्चर्यचकित रह गये जब कुछ ही देर बाद उसने वयस्क पाटा गोह को अपने मुंह से पूरा बाहर निकाल दिया। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कोबरा सांप इसी पाटा गोह को शिकार बनाने के चक्कर पिट में जा पहुंचा होगा।ख़ास बात यह रही कि कार्मिकों द्वारा इस दौरान पंप सिस्टम की मैनुअल मॉनिटरिंग ना कर स्काडा सिस्टम से मॉनिटरिंग की गई। साथ ही लगभग पांच मिनट के लिये पूरे सिस्टम को बंद भी रखा गया। बाद में इस कोबरा सांप को कच्चा बंधा वन क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया गया।बीसलपुर टोंक पेयजल परियोजना, धोला खेड़ा पंप हाऊस के प्रभारी भूपेंद्र कुमार ने बताया कि हमारे कार्मिक पंप पिट में कोबरा सांप नज़र आने से वह घबरा गए। हमने सेव द स्नेक टीम को बुलाया। बचावकर्मी ने पिट में उतर कोबरा सांप को बाहर निकाला। बाद में कोबरा सांप ने पूरी पाटा गोह को मुंह से बाहर निकाला तो हम आश्चर्यचकित रह गये। इस दौरान पंप हाऊस को स्काडा सिस्टम से ऑपरेट किया गया।पांच मिनट के लिये पूरे पंप हाऊस का शट डाउन भी किया गया।