Ramadan 2023 / नहीं दिखा आज चांद, अब इस दिन से शुरू होगा रमजान का महीना

इस्लामी कैलेंडर के सबसे पवित्र माने जाने वाले महीने रमजान का चांद बुधवार (22 मार्च) को भारत में नजर नहीं आया है। अब पहला रोजा 24 मार्च यानी जुमे के दिन होगा। इस बात की जानकारी मरकज़ी चांद कमेटी, फरंगी महल, लखनऊ ने दी है। मरकज़ी चांद कमेटी ने बताया, 'रमजान का महीना 24 मार्च 2023 से शुरू होगा। 22 मार्च को रमजानुल मुबारक का चांद नहीं हुआ है।'

Vikrant Shekhawat : Mar 22, 2023, 09:03 PM
Ramadan 2023: इस्लामी कैलेंडर के सबसे पवित्र माने जाने वाले महीने रमजान का चांद बुधवार (22 मार्च) को भारत में नजर नहीं आया है। अब पहला रोजा 24 मार्च यानी जुमे के दिन होगा।  इस बात की जानकारी मरकज़ी चांद कमेटी, फरंगी महल, लखनऊ ने दी है। मरकज़ी चांद कमेटी ने बताया, 'रमजान का महीना 24 मार्च 2023 से शुरू होगा। 22 मार्च को रमजानुल मुबारक का चांद नहीं हुआ है।'

मुस्लिम समुदाय के लोग रमजान के पवित्र महीने में रोजा रखकर अल्लाह की इबादत करते हैं। महीनेभर रोजा रखने के बाद ईद का त्योहार दुनियाभर में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। रमजान की शुरुआत सेहरी से होती है और शाम में इफ्तार के वक्त रोजेदार अपना रोजा खोलते हैं। सेहरी सूर्योदय से पहले की जाती है। रोजेदार सेहरी करने के बाद फिर शाम तक यानी इफ्तार के वक्त तक बिना पानी और खाने के रहता है। मुस्लिम समुदाय में बहुत छोटे बच्चे, बीमार लोग, गर्भवती महिला और वृद्ध लोगों को रमजान में रोजा रखने से छूट दी गई है।

क्या है इफ्तार

सेहरी के बाद रोजेदार दिनभर बिना खाए-पिए रोजा रखता है और इस दौरान अल्लाह की इबादत करता है। शाम में सूरज ढलने पर मगरिब की अजान के साथ रोजेदार खजूर खाकर रोजा खोलता है और खाने में अलग-अलग तरह के पकवान खाता है। इसी को इफ्तार कहते हैं। 

रमजान में तरावीह

रमजान के दौरान हर रोजेदार के लिए पांच वक्त की नमाज जरूरी होती है, लेकिन, इस दौरान तरावीह की नमाज को सबसे ज्यादा तरजीह दी गई है। ईशा की नमाज के बाद हर रोज मस्जिद में कोई काजी या मुफ्ती इसे पढ़ते हैं और बाकी लोग इसे सुनते हैं।