Sukhdev Singh Gogamedi / सुखदेव सिंह के ये कातिल पहले से दागदार हैं- रेप से लेकर अपहरण तक के है केस

राजस्थान के जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को बदमाशों ने घर में घुसकर गोलियों से छलनी कर दिया था. वारदात में शामिल दो शूटर्स सहित तीन को पुलिस ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस के मुताबिक, सुखदेव हत्याकांड को लॉरेंस गैंग के गुर्गे वीरेंद्र के इशारे पर अपराधियों ने अंजाम तक पहुंचाया. लेकिन सुखदेव की हत्या के लिए शूटर्स ऐसे ही नहीं तैयार हो

Vikrant Shekhawat : Dec 10, 2023, 04:30 PM
Sukhdev Singh Gogamedi: राजस्थान के जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को बदमाशों ने घर में घुसकर गोलियों से छलनी कर दिया था. वारदात में शामिल दो शूटर्स सहित तीन को पुलिस ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस के मुताबिक, सुखदेव हत्याकांड को लॉरेंस गैंग के गुर्गे वीरेंद्र के इशारे पर अपराधियों ने अंजाम तक पहुंचाया. लेकिन सुखदेव की हत्या के लिए शूटर्स ऐसे ही नहीं तैयार हो गए, वीरेंद्र ने वारदात में शामिल रोहित राठौर और नितिन फौजी को ये सिक्योरिटी दी थी कि वह पुलिस से उन्हें बचाएगा और उन्हें विदेश भेजेगा.

रोहित राठौर और नितिन फौजी को सुखदेव की हत्या से पहले बतौर टोकन मनी 50-50 हजार दिए गए थे. ये दोनों बदमाश चंडीगढ़ से अरेस्ट हुए हैं. ये अपना लोकेशन बदल रहे थे. इनका प्लान चंडीगढ़ से गोआ भागने का था. फिर वहां से दक्षिण भारत में समय काटना था. दरअसल इनको कहा गया था कि करीब 20 दिन उन्हें यहां निकालने हैं, इस दौरान उनके पासपोर्ट और वीजा का इंतज़ाम किया जाता.

सुखदेव हत्याकांड से जुड़े इन अपराधिय़ों के बारे में जानें

रोहित:रोहित एक रेप केस में जेल जा चुका है. रोहित राठौर को लगता था कि सुखदेव ने ही उसे जेल करवाई थी.

नितिन फौजी: नितिन भारतीय सेना में नौकरी करता था. वह नवंबर में सेना से छुट्टी पर आया था. उस पर किडनेपिंग का एक मामला लग गया था तो उसे लगा कि अब नौकरी नहीं चलने वाली. लिहाजा वह भी इस अपराध में शामिल हो गया.

उधम सिंह: उधम सिंह नितिन फौजी के साथ फौज की तैयारी कर चुका है, लेकिन पिछले 4 साल से नितिन के सम्पर्क में नहीं था. जब रोहित और नितिन वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हुए तो नितिन ने उधम से संपर्क साधा. उधम ने इन दोनों अपराधियों के छिपने में मदद की.

नवीन शेखावत: नवीन को अपराधियों ने ने इसलिए अपने साथ मिलाया, क्योंकि नवीन सुखदेव गोगामेड़ी को अच्छी तरह जानता था. नवीन के जरिए ही दोनों शूटर्स बिना तलाशी दिए, सुखदेव गोगामेड़ी के घर में घुसने में कामयाब हो गए थे. शूटर्स जैसे ही सुखदेव पर फायरिंग करने लगे तो नवीन घबरा गया. वह नितिन फौजी और रोहित को रोकने लगा, इसलिए दोनों ने नवीन को भी गोली मार दी.