Vikrant Shekhawat : Mar 05, 2024, 12:40 PM
Pragya Singh Thakur: मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी सांसद इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं. पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया है. प्रज्ञा ठाकुर की जगह आलोक शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है. इस बीच वह भोपाल में अपने विधायक पर भड़कती नजर आईं. उनका गुस्सा इतना तेज था कि उन्होंने पार्टी छोड़ने तक की बात कह डाली. अब आखिर ऐसी क्या बात थी जो सांसद इतना भड़क गईं, आपको बताते हैं.दरअसल, भोपाल के एक स्कूल के सामने एक शराब का ठेका चल रहा था. वो भी गैरकानूनी तरह से. जब इस बात की जानकारी सांसद प्रज्ञा को लगी तो उनका पारा हाई हो गया. बताया जा रहा है ये ठेका बीजेपी विधायक का है जिनका नाम सुदेश राय है. ठेका प्रशासन और आबकारी विभाग की मिली भगत से चल रहा था.‘मैं पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हूं’सांसद प्रज्ञा ठाकुर अपनी पार्टी के विधायक की इस करतूत पर जमकर बरसीं. उन्होंने कहा कि स्कूल के सामने ठेका चल रहा है. जो कि बेहद गलत बात है. उन्होंने कहा कि मुझे शर्म आती है कि ये कहने में कि ये बीजेपी के विधायक हैं. सांसद ने कहा कि वो इस बात की शिकायत पार्टी से करेंगी. उन्होंने सवाल किया कि क्या यही बीजेपी का आदर्श है. अगर ऐसा तो वो फौरन पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हैं.‘मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करती है मीडिया’वहीं सोमवार को प्रज्ञा ठाकुर मीडिया ने मीडिया को लेकर नाराजगी जाहिर की. इस दौरान वो जमकर कर मीडिया पर बरसीं. उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया उनके बयानों को तोड़ मरोड़कर पेश करती है. साथ ही उन्हें बदनाम करने का काम भी करती है. उन्होंने कहा वो कुछ बोलती हैं और मीडिया अपनी टीआरपी के लिए उसे गलत तरह से पेश करता है.बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं प्रज्ञा ठाकुरआपको बता दें कि प्रज्ञा अपने बयानों को लेकर काफी सुर्खियों में रहती हैं. उनकी वजह से पार्टी को कई बार आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा है. 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की तारीफ की थी और उन्हें सच्चा देशभक्त बताया था. प्रज्ञा के इस बयान पर काफी बवाल मचा था. कांग्रेस समेत दूसरे दलों के नेता ने भी उनके बयान की निंदा की थी.प्रज्ञा ठाकुर के बयान से हुई थी बीजेपी की किरकिरीप्रज्ञा के बयान ने पार्टी के लिए भी संकट खड़ा कर दिया था. गृहमंत्री अमित शाह ने इस मामले को लेकर प्रज्ञा से जवाब तलब किया था. हालांकि हंगामा बढ़ता देख उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांग ली थी. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि भले ही प्रज्ञा ने माफी मांग ली हो लेकिन वो दिल से उन्हें कभी माफ नहीं कर पाएंगे. इस बीच लोकसभा चुनाव में पार्टी की तरफ से टिकट न मिलने पर प्रज्ञा ने साफ कहा कि हो सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके द्वारा कहे गए कुछ शब्द पसंद न आए हों.