Vikrant Shekhawat : Jan 29, 2023, 11:43 AM
Road Accident: चूरू में शुक्रवार देर रात हुए एक सड़क हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई। वहीं, चार लोग गंभीर घायल हो गए। इस भीषण एक्सीडेंट में तीन बहनों के सुहाग उजड़ गए। हादसा जिले के सरदारशहर के रतनगढ़ रोड स्थित राणासर गांव में रात 9:30 बजे हुआ। बोलेरो और ट्रेलर की टक्कर के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। इस दौरान वहां से गुजर रहे लोगों ने सभी को बाहर निकाला। पुलिस ने बताया कि लालचंद और हरिराम दोनों भाइयों की गुरुवार को शादी हो गई थी। हादसे से महज पांच मिनट पहले हनुमानाराम के दो बेटे लालचंद और हरिराम अपने तीन जीजाओं, एक चचेरे भाई और अन्य रिश्तेदारों के साथ अपने ससुराल जीवनदेसर के लिए रवाना हुए थे।तभी सामने से आ रहे ट्रेलर भिड़ंत हो गई। हादसे में दूल्हों के चाचा के लड़के राणासर बिकान निवासी गिरधारीलाल जाट (29) और दूल्हों के तीन जीजा ताराचंद (36) पुत्र भोमाराम, रूघाराम (30) हेमाराज जाट और सीताराम (32) पुत्र हेमाराज जाट की मौत हो गई।25 को बेटियों, 26 को बेटों की शादी, 27 को मातमराणासर बिवान के रहने वाले हनुमानाराम की पांच बेटियां और दो बेटे हैं। इनमें से दो बेटियों ममता और जमुना की शादी 25 जनवरी को हुई। इनकी बारात जीवनदेसर से आई थी। दोनों बेटियों को 26 की सुबह विदा किया गया। शाम को उसके दो बेटों लालचंद और हरिराम की बारात जीवनदेसर गई। जहां इनकी शादी हुई। भाई – बहनों का ससुराल एक ही परिवार में है।शादी के बाद 27 जनवरी को तड़के ये दुल्हनों को विदा करवाकर ले आए। शाम को पगफेरे की रस्म के तहत पहले इनकी पत्नियां अपने पीहर गई और फिर उन्हें लिवाने के लिए रात करीब पौने नौ बजे लाललंच, हरिराम उनका एक चचेरा भाई गिरधारीलाल जाट (29) पुत्र बालुराम जाट इनके जीजा ताराचंद (36) पुत्र भोमाराम, रूघाराम (30) पुत्र हेमाराज जाट, सीताराम (32) पुत्र हेमाराज जाट परिवार का सदस्य शीशराम (27) पुत्र नेमीचंद और दानाराम (23) पुत्र पाबुराम जाट एक बोलेरा गाड़ी में रवाना हुए।नहीं पता था कि उनकी ही गाड़ी हैरात करीब नौ बजे यह हादसा हुआ और इसके तुरंत बाद पूरे गांव में यह बात फैल चुकी थी। जो लोग मौके पर पहुंचे थे, वे मृतकों और घायलों को जानते थे कि ये हनुमानाराम के परिवार के हैं, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वह जाकर घर पर बता सके, लोग अपने ही स्तर पर घायलों को निकालने और अस्पताल पहुंचाने में जुटे थे। तभी हनुमानाराम के परिवार को भी हादसे की सूचना मिल गई, लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि किसकी गाड़ी टकराई है।घर से निकलकर ये लोग मुश्किल से करीब एक किमी ही पहुंचेगे होंगे कि राणासर के बस स्टैंड के समीप एक ट्रेलर ने गाड़ी काे टक्कर मार दी। तेज आवाज सुनकर आसपास के घरों से लोग बाहर आए तो ये सभी गाड़ी में फंसे हुए थे।लोगों ने इन्हें बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला, लेकिन तब तक गिरधारीलाल जाट, ताराचंद और दो सगे भाइयों रूघाराम व सीताराम जाट की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। जबकि शेष चार जने घायल थे।परिवार के लोग मौके पर पहुंचे तो पता चला कि यह तो उनकी ही गाड़ी थी। उन्होंने जैसे ही भयंकर मंजर देखा तो बेसुध हो गए। हालाकि लोगों ने उनसे यही कहा कि सभी जने घायल हैं और उन्हें अस्पतला ले जाया जा रहा है।जब परिजन अस्पताल पहुंचे तब पता चला कि चार जनों की मौत हो चुकी है। रात होने से शवों को मोर्चरी में ही रखा गया और घर पर किसी को कुछ नहीं बताया गया। सवेरे जब घर की महिलाओं को हादसे के बारे में पता चला तो कोहराम मच गया।