Tiktok को झटका / ऐप स्टोर से हो सकता है बाहर, विज्ञापन की कमाई पर गाज गिरने की आशंका

TikTok का भविष्य अभी तक साफ नहीं हुआ है। राष्ट्रपति ट्रंप के आदेश के बाद उस पर बड़ी गाज गिर सकती है। अमेरिकी ऐप स्टोर्स से जहां इसके बाहर होने के कयास लग रहे हैं, वहीं विज्ञापन और प्रचार भी गैरकानूनी माना जाएगा। रॉयटर्स के मुताबिक व्हाइट हाउस ने इससे संबंधित दस्तावेज भी जारी किया है।

Zee News : Aug 13, 2020, 06:50 AM
वाशिंगटन: TikTok का भविष्य अभी तक साफ नहीं हुआ है। राष्ट्रपति ट्रंप (President Trump) के आदेश के बाद उस पर बड़ी गाज गिर सकती है। अमेरिकी ऐप स्टोर्स (U।S। app stores) से जहां इसके बाहर होने के कयास लग रहे हैं, वहीं विज्ञापन (Advertisement) और प्रचार भी गैरकानूनी माना जाएगा। रॉयटर्स के मुताबिक व्हाइट हाउस ने इससे संबंधित दस्तावेज भी जारी किया है।


ये होगा नुकसान 

दस्तावेज के मुताबिक प्रतिबंधित ट्रांजेक्शन में टिकटॉक को स्टोर्स से हटाने की संभावनाओं का जिक्र है। वहीं टिकटॉक पर विज्ञापन की खरीद और डाउनलोड करने से पहले स्वीकार्यता संबंधी शर्तों को भी प्रतिबंधों के दायरे में रखा गया है। व्हाइट हाउस के करीबी सूत्रों के मुताबिक दस्तावेज पूरी तरह प्रमाणिक है। वही  TikTok की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। 


Tech एक्सपर्ट की राय 

एपल इंक और गूगल के स्वामित्व वाली अल्फाबेट इंक के ऐप स्टोर से बाहर होने से ग्रोथ प्रभावित होगी। साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट जेम्स लेविस के मुताबिक ऐसा हुआ तो कंपनी अमेरिका में खत्म हो सकती है। हांलाकि एपल (Apple) और अल्फाबेट (Alphabet) की ओर से  भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

ट्रंप के आदेश के बाद TikTok ने अपने विज्ञापनदाताओं से कहा था कि वो अपने एड कैंपेन चालू रखेगी, किसी वजह से ऐसा नहीं होने पर फंड वापस किया जाएगा। वहीं प्रतिबंध की स्थिति में अन्य प्लेटफार्म पर कैंपेन माइग्रेट किया जाएगा। वहीं कुछ विज्ञापन दाताओं ने रॉयटर्स को बताया है कि वो अपने मार्केटिंग संबंधी काम के लिए अलग रणनीति पर काम कर रहे हैं जिसके लिए अन्य एप के साथ बातचीत चल रही है। हांलाकि ये साफ नहीं है कि ट्रंप के आदेश कब से लागू होंगे। 

'WeChat' पर रुख साफ नहीं

रॉयटर्स के मुताबिक चीन के सोशल मीडिया एप वीचैट (WeChat) पर भी क्या इतनी सख्ती होगी, ये साफ नहीं हुआ है।


TikTok का दावा

अमेरिका में उसके 10 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं। उसके मुताबिक अमेरिकी यूजर्स का डेटा अमेरिका और सिंगापुर में ही स्टोर है। जिसकी जानकारी चीन सरकार को नहीं दी गई है। वहीं इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प (Microsoft Corp) ने कहा था कि वो ट्रंप प्रशासन की निगरानी में उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में TikTok का संचालन  करने के लिए तैयार है।