Vikrant Shekhawat : May 22, 2022, 09:11 AM
जोधपुर। भारतीय सेना (Indian army) का एक जवान पाकिस्तानी महिला जासूस के हनीट्रैप (Honeytrap) का शिकार हो गया। वह सोशल मीडिया पर लड़की के साथ चैट करने लगा और भारतीय सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण सैन्य सूचनाएं लीक करने लग गया। मिल्ट्री इंटेलिजेंस के इनपुट्स पर पुलिस इन्टेलीजेंस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। पकड़ा गया जवान प्रदीप कुमार (24) उतराखंड के रुड़की जिले का रहने वाला है। जांच एजेंसियों ने संयुक्त पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी प्रदीप कुमार के खिलाफ शासकीय गुप्त बात अधिनियम-1923 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस महानिदेशक (इंटेलीजेंस) उमेश मिश्रा ने बताया कि पकड़ा गया सैन्यकर्मी प्रदीप कुमार सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान की एक महिला के संपर्क में था। इसका इनुपट मिलने पर उसकी निगरानी की गई। मॉनिटरिंग में सामने आया कि प्रदीप कुमार की ओर से कुछ जानकारियां सोशल मीडिया के जरिए पाक खुफिया एजेंसी को दी जा रही है। यह जानकारियां एक महिला के साथ साझा की जा रही थी। वह महिला पाक एजेंट के रूप में छदम रूप से सैन्यकर्मी के साथ जुड़ी थी।उत्तराखंड का रहने वाला है सैन्यकर्मी प्रदीपइस पर सैन्यकर्मी को 18 मई को दोपहर बाद हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई। संयुक्त पूछताछ केन्द्र जयपुर पर सभी एजेंसियों के द्वारा पूछताछ करने के बाद प्रदीप कुमार को अब गिरफ्तार कर लिया गया है। वह उत्तराखंड के रुड़की जिले के गंगनगर थाना इलाके की कृष्णानगर गली नंबर 10 का रहने वाला है। प्रदीप तीन साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। ट्रेनिंग के बाद उसका पदस्थापन गनर के पद पर हुआ था। उसे जोधपुर में तैनात किया गया था।
वॉइस कॉल और वीडियो कॉल से बातें करते थाप्रदीप महिला के साथ व्हाट्सऐप पर चैटिंग करता था। वॉइस कॉल और वीडियो कॉल से बातें करते था। इस महिला ने प्रदीप कुमार को अपने आप को मध्यप्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली बताया था। महिला ने स्वयं को बैंग्लूरू में एमएनएस में पदस्थापित होना बताया। महिला एजेंट ने प्रदीप कुमार को दिल्ली आकर मिलने और शादी करने का झांसा दिया था। उसके बाद आर्मी से संबंधित गोपनीय दस्तावेजों के फोटोग्राफ्स मांगना शुरू किया। प्रदीप कुमार ने अपने कार्यालय से सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेज की फोटो चोरी छिपे अपने मोबाइल से खींचकर व्हाट्सऐप से महिला एजेंट को भेज दिये।
पुलिस महानिदेशक (इंटेलीजेंस) उमेश मिश्रा ने बताया कि पकड़ा गया सैन्यकर्मी प्रदीप कुमार सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान की एक महिला के संपर्क में था। इसका इनुपट मिलने पर उसकी निगरानी की गई। मॉनिटरिंग में सामने आया कि प्रदीप कुमार की ओर से कुछ जानकारियां सोशल मीडिया के जरिए पाक खुफिया एजेंसी को दी जा रही है। यह जानकारियां एक महिला के साथ साझा की जा रही थी। वह महिला पाक एजेंट के रूप में छदम रूप से सैन्यकर्मी के साथ जुड़ी थी।उत्तराखंड का रहने वाला है सैन्यकर्मी प्रदीपइस पर सैन्यकर्मी को 18 मई को दोपहर बाद हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई। संयुक्त पूछताछ केन्द्र जयपुर पर सभी एजेंसियों के द्वारा पूछताछ करने के बाद प्रदीप कुमार को अब गिरफ्तार कर लिया गया है। वह उत्तराखंड के रुड़की जिले के गंगनगर थाना इलाके की कृष्णानगर गली नंबर 10 का रहने वाला है। प्रदीप तीन साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुआ था। ट्रेनिंग के बाद उसका पदस्थापन गनर के पद पर हुआ था। उसे जोधपुर में तैनात किया गया था।
वॉइस कॉल और वीडियो कॉल से बातें करते थाप्रदीप महिला के साथ व्हाट्सऐप पर चैटिंग करता था। वॉइस कॉल और वीडियो कॉल से बातें करते था। इस महिला ने प्रदीप कुमार को अपने आप को मध्यप्रदेश के ग्वालियर की रहने वाली बताया था। महिला ने स्वयं को बैंग्लूरू में एमएनएस में पदस्थापित होना बताया। महिला एजेंट ने प्रदीप कुमार को दिल्ली आकर मिलने और शादी करने का झांसा दिया था। उसके बाद आर्मी से संबंधित गोपनीय दस्तावेजों के फोटोग्राफ्स मांगना शुरू किया। प्रदीप कुमार ने अपने कार्यालय से सेना से संबंधित गोपनीय दस्तावेज की फोटो चोरी छिपे अपने मोबाइल से खींचकर व्हाट्सऐप से महिला एजेंट को भेज दिये।