Lok Sabha Election / असादुदीन ओवैसी ने इंडिया गठबंधन की टेंशन बढ़ाई, ले आए तीसरे मोर्चे का फॉर्मूला

भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में बने एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दल इंडिया गठबंधन के तहत एकजुट हो रहे हैं. हालांकि इसकी एकजुटता पर लगातार संशय बना हुआ है. बीजेपी इसपर लगातार हमलावर है तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने तीसरे मोर्चे की संभावनाओं का जिक्र करते हुए इंडिया गठबंधन के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है. असदुद्दीन ओवैसी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख हैं और उन्होंने तेलंगाना की सत्ता में

Vikrant Shekhawat : Aug 28, 2023, 11:26 PM
Lok Sabha Election: भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में बने एनडीए को चुनौती देने के लिए विपक्षी दल इंडिया गठबंधन के तहत एकजुट हो रहे हैं. हालांकि इसकी एकजुटता पर लगातार संशय बना हुआ है. बीजेपी इसपर लगातार हमलावर है तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने तीसरे मोर्चे की संभावनाओं का जिक्र करते हुए इंडिया गठबंधन के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है. असदुद्दीन ओवैसी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख हैं और उन्होंने तेलंगाना की सत्ता में काबिज BRS प्रमुख के चंद्रशेखर राव (KCR) के साथ तीसरे मोर्चे की वकालत शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि अभी तो खेल शुरू हुआ है. ओवैसी का ये बयान दरअसल 2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता के लिए अस्तित्व में आए 26 राजनीतिक दलों के गठबंधन इंडिया के संबंध में आया है.

विपक्षी इंडिया गठबंधन पर हमलावर होते हुए सोमवार को ओवैसी ने कहा, ”जो इनके (इंडिया गठबंधन) साथ नहीं है, उसको ये कम्युनल कहते हैं.” इस दौरान ओवैसी ने तीसरे मोर्चे की संभावनाओं की बात भी कर दी. हैदराबाद के सांसद ओवैसी ने कहा, ”ऐसे कई राजनीतिक दल हैं, जो मिलकर तीसरा मोर्चा बना सकते हैं.”

तीसरे मोर्चे का KCR करेंगे नेतृत्व!

तीसरे मोर्चे की संभावना के साथ ही ओवैसी ने उसके नेतृत्व को लेकर भी स्पष्टता दे दी. उन्होंने कहा कि तेलगांना के मुख्यमंत्री KCR को हमने नेतृत्व करने को कहा है. बहुत सारी पार्टी हमारे साथ आ सकती हैं. अभी खेल शुरू हुआ है.” यहां बता दें की आगामी चुनाव से पहले जहां राजनीतिक दल दो गुटों- एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच बंट रहे हैं तो कई ऐसे दल भी हैं, जो इन दोनों के साथ ही नहीं हैं.

ऐसे में उन दलों को बंटोर कर तीसरा मोर्चा बनाने की वकालत अब ओवैसी ने कर दी है. हालांकि अभी तक इसका कोई औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है. ओवैसी पहले भी उत्तर भारत के कई राज्यों में कई क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ इस मुहिम के तहत मुलाकात कर चुके हैं. हालांकि अभी तक उन्हें सफलता नहीं मिली है, लेकिन KCR के नेतृत्व में तीसरे मोर्चे के उनके सुझाव ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है.

इंडिया की बैठक से पहले ओवैसी का बयान

असदुद्दीन ओवैसी का ये बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन अपनी तीसरी बैठक की योजना बना रहा है. इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक अब महाराष्ट्र में 1 सितंबर को आयोजित की जाएगी. गठबंधन की आगे स्थिति क्या होगी, इसको लेकर ये बैठक काफी महत्वपूर्ण है. इस बैठक में गठबंधन को संयोजक मिलेगा और फिर आगामी चुनावों की रणनीति धरातल पर उतारी जाएगी.