Vikrant Shekhawat : Oct 21, 2020, 09:02 AM
गाव राघा छोटी हाल वार्ड 23 की 25 वर्षीय विवाहिता का अपहरण कर दुष्कर्म करने को लेकर मंगलवार को मामला दर्ज हुआ। पुलिस के अनुसार विवाहिता ने रिपोर्ट दी कि 22 अगस्त को उसकी सास के मोबाइल पर कॉल आई। उसके फोन उठाने पर खुद को चेन्नई किंग बताने वाले व्यक्ति ने पति के मोबाइल का नेट चालू करवाया। दो बार वीडियो कॉल की और उसके पति के मोबाइल पर उसकी दो अश्लील फोटो भेजकर सार्वजनिक करने की धमकी दी।
आरोपी ने कहा कि तुम्हारे घर आने-जाने वाले उसकी मौसी के बेटे बलवान के साथ चेन्नई आ जाओ। एक-दाे दिन बाद बलवान उर्फ बाली ने फोन कर चलने के बारे में पूछा। 26 अगस्त को पति गया हुआ था, ससुर बाहर सोया था। रात 12 बजे बलवान उर्फ बाली पुत्र ईश्वरसिंह तथा विकास पुत्र प्रताप जाट निवासी राघा छोटी आए और उसे कुछ सुंघाया। उसे गाड़ी में डालकर गुड़गांवा ले गए, दो दिन होटल में रखा। बलवान ने दुष्कर्म किया।
आरोपी उसे देहरादून ले गया, शादी के कागजों पर हस्ताक्षर करा लिए। बाद में जोधपुर कोर्ट ले गया, वहां भी शादी के कागजों पर हस्ताक्षर करवाए। वापस देहरादून ले गया। आरोपी ने थानमठुई के किसी से संपर्क किया और राजगढ़ ले आया, जहां कई जगह उसे रोका।
थानमठुई के व्यक्ति ने आरोपी को फोन किया कि उसके अपने पक्ष में बयान करवाने हैं। बाद में राजगढ़ थाना ले गए, जहां पर थाना वालों ने दबाव देकर खाली कागजों पर हस्ताक्षर करा लिए और बाद में पुलिस बाली व उसे गोठ्यां बड़ी छोड़ आ गई। 16 अक्टूबर को हिसार में मौका पाकर चंगुल से निकली, पति को फोन किया। पति उसे हिसार से लेकर आया है।
आरोपी ने कहा कि तुम्हारे घर आने-जाने वाले उसकी मौसी के बेटे बलवान के साथ चेन्नई आ जाओ। एक-दाे दिन बाद बलवान उर्फ बाली ने फोन कर चलने के बारे में पूछा। 26 अगस्त को पति गया हुआ था, ससुर बाहर सोया था। रात 12 बजे बलवान उर्फ बाली पुत्र ईश्वरसिंह तथा विकास पुत्र प्रताप जाट निवासी राघा छोटी आए और उसे कुछ सुंघाया। उसे गाड़ी में डालकर गुड़गांवा ले गए, दो दिन होटल में रखा। बलवान ने दुष्कर्म किया।
आरोपी उसे देहरादून ले गया, शादी के कागजों पर हस्ताक्षर करा लिए। बाद में जोधपुर कोर्ट ले गया, वहां भी शादी के कागजों पर हस्ताक्षर करवाए। वापस देहरादून ले गया। आरोपी ने थानमठुई के किसी से संपर्क किया और राजगढ़ ले आया, जहां कई जगह उसे रोका।
थानमठुई के व्यक्ति ने आरोपी को फोन किया कि उसके अपने पक्ष में बयान करवाने हैं। बाद में राजगढ़ थाना ले गए, जहां पर थाना वालों ने दबाव देकर खाली कागजों पर हस्ताक्षर करा लिए और बाद में पुलिस बाली व उसे गोठ्यां बड़ी छोड़ आ गई। 16 अक्टूबर को हिसार में मौका पाकर चंगुल से निकली, पति को फोन किया। पति उसे हिसार से लेकर आया है।