Vikrant Shekhawat : Jun 02, 2021, 02:02 PM
अजमेर: अजमेर में नशीली दवाओं का कारोबार का पुलिस प्रशासन ने पर्दा उठाया है। जिला स्पेशल टीम की सूचना पर दो थाना क्षेत्र रामगंज और अलवर गेट थाना के पुलिस अधिकारियों ने मिलकर 35 लाख टेबलेट व इंजेक्शन जब्त किया है जिसकी कुल कीमत 5 कोरड़ 53 लाख है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि मुख्य आरोपी श्याम सुंदर मूंदड़ा मौके से फरार है। अजमेर दक्षिण वृताधिकारी मुकेश सोनी ने बताया कि दवा विक्रेता श्याम सुंदर मूंदड़ा की पांच करोड़ कीस नशीली दवाएं पहले पकड़ी गई थी जिसको आरोपी शेख साजिद ने ठिकाने लगाया था। शेख साजिद से मिली सूचनाओं के आधार पर रामगंज और अलवर गेट थाना क्षेत्र में स्पेशल टीम ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी। जानकारी के अनुसार अलवर गेट थानाधिकारी सुनीता गुर्जर के नेतृत्व में धौलाभाटा क्षेत्र के पप्पी सरदार के मकान से साढ़े 17 लाख टेबलेट जप्त की गई है। यह सारी दवा गौतम नगर निवासी कमल ने पप्पी सरदार के मकान में रखी थी। वहीं रामगंज थानाधिकारी सतेन्द्र सिंह नेगी के नेतृत्व में हरिजन बस्ती निवासी मुकेश टांक के गोदाम से 17 लाख से अधिक नशीली दवाएं और इंजेक्शन जब्त मिले हैं।यह सभी दवाएं एनडीपीसी के अंदर आती है। मामले में गिरफ्तार आरोपी कमल और मुकेश हरिजन ने कबूल किया है कि यह सभी दवाएं मुख्य आरोपी श्याम सुंदर मूंदड़ा के कहने पर अपने पास रखी थी। डीएसपी सोनी ने कहा कि “ इससे पहले जब 5 करोड़ की नशीली दवाएं जप्त हुई थी तो यह पता चला था कि सारी दवाएं जयपुर के रमैया फार्मा से लाई गई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और मुख्य सरगना श्याम सुंदर मूंदड़ा की तलाश में पुलिस निकल पड़ी है। जल्द ही श्याम सूंदर मूंदड़ा को गिरफ्तार कर मामले में शामिल अन्य दोषियों का भी पता लगाया जाएगा।“