Vikrant Shekhawat : Mar 23, 2021, 04:37 PM
जयपुर। राजस्थान के कई हिस्सों में सोमवार देर रात तेज हवाओं के साथ आंधी (Storm) आई। आंधी आने के कुछ देर के बाद हल्की बारिश (Rain) भी हुई है। इससे आसमान में छाई धूल पानी की बूंदों के साथ जमीन पर गिर गई। वहीं, बारिश की वजह से मौसम में ठंडक घुल गई है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। जानकारी के मुताबिक, श्रीगंगानगर में देर रात धूल भरी आंधी चलने से आसमान में धूल का गुबार छा गया। बाद में बारिश भी हुई। इससे मौसम सुहाना हो गया है।
जानकारी के मुताबिक, श्रीगंगानगर में आंधी ने तबाही भी मचाई है। देर रात आए तेज तूफान से कई जगह नहरें टूटने की खबर है। साथ ही कई जगह पेड़ गिरने से नहरें भी ओवरफ्लो हो गईं। इसके अलावा सड़कों पर भी गिरे पेड़ों की वजह से वाहनों की आवाजाही में परेशानी हो रही है। तेज आंधी से कई कच्चे घरों की छत भी हवा के साथ उड़ गई। इसी तरह हनुमानगढ़ में भी आंधी से काफी नुकसान हुआ है। आंधी से कई जगह फसलें बर्बाद हो गईं तो कई जगह पेड़ और बिजली के खम्भे भी उखड़ गए। इससे बिजली की सप्लाई ठप हो गई। वहीं, जैसलमेर जिले में भी मौसम का मिजाज बदल गया है। बॉर्डर स्थित तनोट में ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई। साथ ही तेज हवा चलने से फसलें भी बर्बाद हो गईं।इससे पहले राजस्थान में 21 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की बात कही गई थी। इससे पश्चिमी राजस्थान के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है। यह सर्कुलेशन 24 मार्च तक हरियाणा की ओर रुख करेगा। 23 मार्च तक प्रदेश में मेघ गर्जन के साथ बारिश के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कई जिलों में मौसम बदल बदल गया।
जानकारी के मुताबिक, श्रीगंगानगर में आंधी ने तबाही भी मचाई है। देर रात आए तेज तूफान से कई जगह नहरें टूटने की खबर है। साथ ही कई जगह पेड़ गिरने से नहरें भी ओवरफ्लो हो गईं। इसके अलावा सड़कों पर भी गिरे पेड़ों की वजह से वाहनों की आवाजाही में परेशानी हो रही है। तेज आंधी से कई कच्चे घरों की छत भी हवा के साथ उड़ गई। इसी तरह हनुमानगढ़ में भी आंधी से काफी नुकसान हुआ है। आंधी से कई जगह फसलें बर्बाद हो गईं तो कई जगह पेड़ और बिजली के खम्भे भी उखड़ गए। इससे बिजली की सप्लाई ठप हो गई। वहीं, जैसलमेर जिले में भी मौसम का मिजाज बदल गया है। बॉर्डर स्थित तनोट में ओलावृष्टि के साथ बारिश हुई। साथ ही तेज हवा चलने से फसलें भी बर्बाद हो गईं।इससे पहले राजस्थान में 21 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की बात कही गई थी। इससे पश्चिमी राजस्थान के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है। यह सर्कुलेशन 24 मार्च तक हरियाणा की ओर रुख करेगा। 23 मार्च तक प्रदेश में मेघ गर्जन के साथ बारिश के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कई जिलों में मौसम बदल बदल गया।