जयपुर / फर्जी प्रिंसीपल एडवाइजर बनकर दंपती ने ठगे करोड़ों रुपए, आसाराम की जमानत के लिए किया 50 लाख में सौदा

भारत सरकार में विधि एवं न्याय मंत्रालय का फर्जी प्रिंसिपल एडवाइजर बताकर पत्नी के साथ मिलकर लाेगाें काे नाैकरी दिलाने का झांसा देकर कराेडाें रूपए ठगने वाले दंपती ने दुष्कर्म के आराेप में जेल में बंद आसाराम की जमानत कराने का ठेका ले रखा था। इसके लिए आराेपी नितिन गुप्ता गत सात माह में चार बार आसाराम से जेल में मुलाकात कर चुका था।

Dainik Bhaskar : Jun 24, 2019, 03:57 PM
जयपुर. भारत सरकार में विधि एवं न्याय मंत्रालय का फर्जी प्रिंसिपल एडवाइजर बताकर पत्नी के साथ मिलकर लाेगाें काे नाैकरी दिलाने का झांसा देकर कराेडाें रूपए ठगने वाले दंपती ने दुष्कर्म के आराेप में जेल में बंद आसाराम की जमानत कराने का ठेका ले रखा था। इसके लिए आराेपी नितिन गुप्ता गत सात माह में चार बार आसाराम से जेल में मुलाकात कर चुका था। पैराेल पर जमानत कराने के लिए आसाराम से 50 लाख रुपए में साैदा किया था।

एसओजी अफसराें के सामने पूछताछ में 50 लाख रुपए में साैदा हाेने की बात कही है। मगर, साथ ही बताया है कि साैदा हाेने के बाद उसने चार लाख रुपए खर्च कर दिए मगर आसाराम से रूपए नहीं लिए हैं। शातिर दंपती को एसओजी ने शनिवार को गिरफ्तार कर उनकी सफारी जब्त की थी। वे रिमांड पर है। 

एसओजी के एएसपी करण शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आराेपी नितिन गुप्ता व पत्नी शिखा गुप्ता ने पूछताछ में बताया कि उन्हाेंने आसाराम के एक वकील के माध्यम से आसाराम काे पैराेल पर जमानत दिलाने की बात की थी। इसके बाद जाेधपुर जेल में सुपरिटेंडेंट काे अपने प्रभाव में लिया और आसाराम से चार बार मुलाकात कर ली। पूछताछ में नितिन ने पैराेल पर जमानत के लिए तय राशि में आसाराम की ओर से सहमति मिल चुकी थी। 

एएसपी करण शर्मा के मुताबिक नितिन व पत्नी के नाम से सात से अधिक बैंकाें में अकाउंट है। इन अकाउंट में जमा रूपयाें के बारे में जानकारी के लिए एसओजी ने बैंकाें काे लिखा है। इसके बारे में साेमवार काे जानकारी मिलेगी की आराेपियाें के बैंकाें में कितने रूपए जमा है। साथ ही एसओजी ने पूछताछ के लिए दाेनाें काे 27 जून तक रिमांड पर लिया है। 

उपराष्ट्रपति ऑफिस के पीएस की सिफारिश से 4 माह पहले बना एनडब्ल्यूआर में कंसलटेंट कमेटी सदस्य 

एसओजी की जांच में सामने आया कि आराेपी नितिन नॉर्दर्न वेस्टर्न रेलवे की जाेनल रेलवे यूजर कंसलटेंट कमेटी का सदस्य है। यह कमेटी रेलवे की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं की माॅनिटरिंग करती है। नितिन इस कमेटी में चार माह पहले ही सदस्य बना है। पूछताछ में उसने बताया कि उप राष्ट्रपति कार्यालय में तैनात साऊथ के एक पीएस की सिफारिश से उसने रेलवे की कंसलटेंसी कमेटी में सदस्य बनाया गया था। पूछताछ में आराेपी ने जाे बातें बताई है उसके बारे में एसओजी पता कर रही है। 

गिड़गिड़ाया- फाेन कर लेने दाे....रुपए लाैटा दूंगा, रसूख बताया- मेरी कई नेताओं से जान-पहचान है 

नितिन ने एसओजी अफसराें को बताया कि वह अलीगढ़ के पास स्थित अचराेली का रहने वाला है। उसके पिता गांव के इंटर स्कूल में प्रिंसिपल थे। इसी स्कूल में एक टीचर थे जाे वर्तमान में राजस्थान में उच्च पद पर तैनात है। जिनका नाम लेकर आराेपी नितिन ने आसाराम की पैराेल जमानत कराने की बात कही थी।

हालांकि एसओजी अफसराें काे इस मामले में कुछ भी सचाई नहीं लग रही। साथ ही, आराेपी ने कई नेताओं से नजदीकियां हाेने की बात कही है। आराेपी दंपती की काॅल डिटेल का एसओजी अफसर विश्लेषण कर रहे हैं। काॅल डिटेल की जांच के बाद ही पता चलेगा कि वह किस किस अफसर और नेताओं के नजदीक था। 

ठग दंपती की गिरफ्तारी के बाद एसओजी ने ज्याें ही आरोपियाें से पूछताछ की ताे आराेपी नितिन ने एसओजी अफसराें काे यही कहा कि उसे केवल एक फाेन कर लेने दाे। जिसने भी मामला दर्ज कराया है उसके सारे रूपए लाैटा देगा। इधर आराेपी नितिन की गिरफ्तारी की सूचना के बाद उसकी पहली पत्नी जयपुर आ गई और एसओजी कार्यालय पहुंची।