Donald Trump News / 'दोस्त हो या दुश्मन, टैरिफ से समझौता नहीं'- US कांग्रेस में बोलें डोनाल्ड ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा, "अमेरिका इज बैक।" उन्होंने अपनी नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि इमीग्रेशन, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर त्वरित कार्रवाई हुई है। ट्रंप ने बाइडेन पर निशाना साधते हुए टैरिफ, जहाज निर्माण, रूस-यूक्रेन युद्ध और लैंगिक पहचान पर अपनी नीतियाँ स्पष्ट कीं।

Donald Trump News: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार (भारतीय समयानुसार) को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस संबोधन में उन्होंने इमीग्रेशन, अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर अपनी सरकार की उपलब्धियों पर जोर दिया। ट्रंप ने अपने भाषण की शुरुआत "अमेरिका इज बैक" के संदेश के साथ की, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि उनकी नीतियां अमेरिका को फिर से वैश्विक शक्ति के शीर्ष पर लाने के उद्देश्य से बनाई जा रही हैं।

तेजी से लिए गए फैसलों पर जोर

ट्रंप ने अपने कार्यकाल के शुरुआती 43 दिनों में लिए गए फैसलों को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि उन्होंने जितना कार्य इस अवधि में किया है, उतना अधिकांश प्रशासनों ने 4 से 8 वर्षों में भी नहीं किया। उन्होंने 100 से अधिक कार्यकारी आदेशों और 400 से अधिक प्रशासनिक कार्रवाइयों पर हस्ताक्षर करने की बात कही, जिससे उनके नेतृत्व में अमेरिका में कॉमन सेंस, सुरक्षा और आर्थिक समृद्धि की वापसी का दावा किया गया।

बाइडेन प्रशासन पर तीखा प्रहार

ट्रंप ने अपने संबोधन में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने "हथियारबंद प्रशासन" को खत्म कर दिया है, जो उनके अनुसार राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ न्यायिक प्रणाली का दुरुपयोग कर रही थी। उन्होंने अमेरिका में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को पुनः बहाल करने और अंग्रेजी को आधिकारिक भाषा बनाने के अपने फैसले को प्रमुख उपलब्धियों में गिनाया।

इमिग्रेशन और सामाजिक नीतियों पर सख्त रुख

ट्रंप ने इमीग्रेशन नीति पर अपनी आक्रामक रणनीति को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति पद संभालते ही उन्होंने दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर दिया और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सेना तथा सीमा गश्ती दल की तैनाती की। इसके अलावा, ट्रंप ने जेंडर पहचान के मुद्दे पर एक कठोर रुख अपनाते हुए घोषणा की कि अमेरिकी सरकार की आधिकारिक नीति के अनुसार केवल दो जेंडर – पुरुष और महिला ही माने जाएंगे।

अंतरराष्ट्रीय व्यापार और टैरिफ नीति

अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर ट्रंप ने दो-टूक रुख अपनाते हुए कहा कि चाहे मित्र देश हों या प्रतिद्वंद्वी राष्ट्र, अमेरिका टैरिफ समझौते में किसी प्रकार की नरमी नहीं बरतेगा। उन्होंने भारत, चीन और यूरोपीय यूनियन सहित कई देशों पर जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिससे यह संकेत मिलता है कि उनके नेतृत्व में अमेरिका अपने व्यापारिक हितों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखेगा।

अमेरिकी जहाज निर्माण उद्योग का पुनरुत्थान

ट्रंप ने अपने संबोधन में अमेरिका की रक्षा उद्योग को मजबूत करने पर जोर दिया और घोषणा की कि उनकी सरकार कमर्शियल और सैन्य जहाज निर्माण को पुनर्जीवित करने के लिए व्हाइट हाउस में एक नया कार्यालय स्थापित करेगी। साथ ही, इस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए विशेष कर प्रोत्साहन देने की भी योजना बनाई जाएगी।

रूस-यूक्रेन युद्ध पर शांति का संदेश

ट्रंप ने अपने भाषण में रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी टिप्पणी की और कहा कि वे इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह खुलासा किया कि उन्हें यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की का एक पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें उन्होंने स्थायी शांति वार्ता के लिए अपनी तत्परता जाहिर की है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि रूस ने भी शांति वार्ता के लिए सकारात्मक संकेत दिए हैं।

क्या यह ट्रंप की चुनावी रणनीति का हिस्सा है?

ट्रंप के इस भाषण को 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों की तैयारी के रूप में भी देखा जा सकता है। उनकी टिप्पणियों में बाइडेन प्रशासन पर तीखा हमला और अमेरिका की "वापसी" की घोषणा उनकी चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकती है।

निष्कर्ष

डोनाल्ड ट्रंप के इस संबोधन से स्पष्ट होता है कि वे अमेरिका को वैश्विक मंच पर पहले से अधिक प्रभावशाली बनाना चाहते हैं। उनका ध्यान इमीग्रेशन, राष्ट्रीय सुरक्षा, व्यापारिक आत्मनिर्भरता और अमेरिकी पहचान को फिर से परिभाषित करने पर केंद्रित है। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी नीतियों का अमेरिका और वैश्विक राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ता है, विशेष रूप से 2024 के चुनावों की पृष्ठभूमि में।