Manish Sisodia News / किसी पद की कोई चाहत नहीं... जानें मनीष सिसोदिया ने क्या-क्या कहा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अभी जेल में हैं, लेकिन दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल से बाहर आ चुके हैं. जेल से निकलने के बाद सिसोदिया सबसे पहले अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से मिले थे. जेल से बाहर आए दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बुधवार को जब मीडिया से बात की तो भी उन्होंने सुनीता केजरीवाल की जमकर तारीफ की.

Vikrant Shekhawat : Aug 15, 2024, 09:02 AM
Manish Sisodia News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अभी जेल में हैं, लेकिन दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल से बाहर आ चुके हैं. जेल से निकलने के बाद सिसोदिया सबसे पहले अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से मिले थे. जेल से बाहर आए दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बुधवार को जब मीडिया से बात की तो भी उन्होंने सुनीता केजरीवाल की जमकर तारीफ की.

पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सुनीता ने पार्टी के लिए जबरदस्त काम किया. जब अरविंद केजरीवाल जेल में हैं. तो सुनीता केजरीवाल उनकी आवाज को लोगों तक पहुंचाने का काम कर रही हैं. हालांकि इसेक बाद उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद इस भूमिका की जरूरत नहीं पड़ेगी.

किसी पद की लालसा नहीं- मनीष सिसोदिया

दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री से जब उनकी भूमिका को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी में मेरी भूमिका पार्टी नेताओं से बात करने के बाद तय होती है. ऐसे फैसले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तय करते हैं. आगे उन्होंने कहा कि अभी पार्टी नेताओं से बात करने के बाद ये तय हुआ है कि गली-गली जाकर लोगों से मिलना है. इसलिए लोगों के बीच जाऊंग, पदयात्रा करूंगा. उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें किसी पद की लालसा नहीं है.

विपक्ष को एक जुट करने की अपील

मनीष सिसोदिया बीते शुक्रवार को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए थे. इसके बाद इन्होंने अगले दिन पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों से देश में अत्याचार के खिलाफ विरोध करने का आह्वान किया. इसेक साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सभी विपक्षी दल तानाशाही के खिलाफ एक हो जाएं तो अरविंद केजरीवाल 24 घंटे के भीतर जेल से बाहर आ जाएंगे.

राज्यपाल पर भी बरसे सिसोदिया

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सिसोदिया ने कहा कि राज्यपाल का पद समाप्त कर दिया जाना चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि इस पद को समाप्त कर देना चाहिए. राज्यपाल की कोई आवश्यकता नही है. राज्यपाल पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकारों को गिराने के अलावा उनका क्या काम है? इसके अलावा वे क्या कर रहे हैं? सिसोदिया ने आगे कहा कि राज्यपाल एक संस्था के रूप में इस देश पर बोझ बन गए हैं.