Vikrant Shekhawat : Apr 21, 2021, 03:16 PM
कोटा: राजस्थान के कोटा में भी कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। गहलोत सरकार ने 19 अप्रैल से 3 मई तक के लिए लॉकडाउन लगा दिया है। गहलोत सरकार ने इस लॉकडाउन को 'जन अनुशासन पखवाड़ा' नाम दिया है। लॉकडाउन के दौरान जरूरी सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी सेवाएं बंद हैं। हालांकि जिन व्यापारियों की दुकानें बंद हैं, वे अब इसे खोलने की मांग करने लगे हैं। कोटा व्यापार महासंघ का एक प्रतिनिधिमंडल व्यापारियों के साथ समानता का व्यवहार करने की मांग को लेकर मंगलवार को जिला मजिस्ट्रेट से मिला और उन्होंने उपभोक्ता वस्तुओं के साथ जूते- चप्पल, फनीर्चर, स्टेशनरी, सरार्फा प्रिंटिंग, प्रेस, इलेक्ट्रॉनिक सामानों की दुकानें भी खोलने की मांग की।इस बारे में आज जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्पष्ट रुप से कह दिया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में जन अनुशासन पखवाड़ा लागू करने का फैसला किया है। प्रशासन तो व्यापारियों की मांग का ज्ञापन मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव तक पहुंचा सकता है। इससे अधिक कुछ भी करना जिला प्रशासन के बस में नहीं है और कोई अधिकार भी नहीं है। उधर कोटा जिले में सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने राज्य सरकार को पत्र भेजकर आर्थिक तंगी से जूझ रहे व्यापारियों को शाम पांच बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति देने का आग्रह किया है। उल्लेखनीय है कि सोमवार से जन अनुशासन पखवाडा के तहत आवश्यक वस्तुओं किराना, फल- सब्जी, दूध, डेयरी आदि की दुकानें सीमित समय के लिए और सोशल डिस्टेंसिंग तथा बिना मास के प्रवेश की अनुमति नहीं देने जैसी एहतियात बरतने के साथ खोलने की अनुमति दी थी जबकि शेष दुकानें बंद हैं।