यूनिवर्सिटी एग्जाम न्यूज़ / राजस्थान में परीक्षाओं का आयोजन संभव नहीं, उच्च शिक्षा विभाग ने इन बिंदुओं का किया जिक्र

जयपुर: उच्च शिक्षा की अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर चले आ रहे चार दिनों के असमंजस को दूर करते हुए आज उच्च शिक्षा विभाग की ओर से एमएचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर राजस्थान में परीक्षाओं आयोजन में असमर्थता जताई गई है. उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी द्वारा लिखे गए पत्र में कुल 8 ऐसे बिंदुओं को गिनाया गया है जिसके तहत परीक्षा को नहीं करवाने की बात कही गई है

Vikrant Shekhawat : Jul 11, 2020, 09:27 PM

जयपुर: उच्च शिक्षा की अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर चले आ रहे चार दिनों के असमंजस को दूर करते हुए आज उच्च शिक्षा विभाग की ओर से एमएचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिखकर राजस्थान में परीक्षाओं आयोजन में असमर्थता जताई गई है. उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी द्वारा लिखे गए पत्र में कुल 8 ऐसे बिंदुओं को गिनाया गया है जिसके तहत परीक्षा को नहीं करवाने की बात कही गई है


इसके साथ ही पत्र के अंत में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने लिखा कि "उक्त सभी परिस्थितियों के मद्देनजर राज्य में किसी भी परीक्षा का आयोजन करवाया जाना संभव नहीं है". इसके साथ ही पत्र में लिखा गया है कि राजस्थान में पढ़ने वाले अधिकतर विद्यार्थी राजस्थान के बाहर के पढ़ने वाले हैं. ऐसे में यातायात की समस्या के चलते वो राजस्थान नहीं आ पाएंगे.प त्र में उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा परीक्षा करवाने में असमर्थता जताते हुए इन 8 बिंदुओं का जिक्र किया.


1- यातायात की समस्या के चलते विद्यार्थी परीक्षा देने के लिए नहीं पहुंच सकते राजस्थान

2- कोरोना के चलते पीजी और छात्रावास बंद है,,,साथ ही मकान मालिक भी नहीं रख रहे हैं किरायेदार

3- सितम्बर में राजस्थान में मानसून रहता अपने चरम पर,सड़कें हो जाती क्षतिग्रस्त, विद्यार्थियों का पहचानना असमंभव

4- इंटरनेट की सेवाओं की वर्तमान गुणवत्ता एवं उपलब्धता के कारण ऑनलाइन परीक्षा संभव नहीं

5- पंजाब, हरियाणा, उडीसा, तमिलनाडू, पश्चिमी बंगाल, पुंडुचेरी, आईआईट मुम्बई, खडगपुर, कानपुर और रुडकी की परीक्षाएं भी हुई है स्थगित

6- सभी वीसी, विभागों से वार्ता के बाद निकाला निष्कर्ष, कोरोना के चलते विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के साथ नहीं किया जा सकता खिलवाड़

7- विद्यार्थियों, अभिभावकों, शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक स्टाफ के स्वास्थ्य एवं शिक्षण हित में किसी विषय परिस्थिति से निपटा जा सके

8- सरकार ने 4 जुलाई को विद्यार्थियों और अभिभावकों के मनोस्थिति को देखते हुए परीक्षा नहीं करवाने का लिया फैसला.