Vikrant Shekhawat : Jun 29, 2022, 09:19 PM
राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के मामले में कई खुलासे हो रहे हैं। एनआईए ने नृशंस हत्या के मामले में आतंकवाद विरोधी अधिनियम 'यूएपीए' के तहत फिर से मामला दर्ज किया। आरोपियों का पाकिस्तान से कनेक्शन सामने आया है। राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठेर ने बताया कि मुख्य आरोपी दावत-ए-इस्लामी संगठन के संपर्क में थे। उनमें से एक 2014 में संगठन से मिलने पाकिस्तान के कराची भी गया था। हम इसे (सिर काटने की घटना) आतंकी कृत्य मान रहे हैं। एनआईए ने हत्या के दोनों आरोपी मोहम्मद रियाज और मोहम्मद गौस से पूछताछ के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अब इस मामले की जांच एनआईए ही करेगी। खबरों की मानें तो आरोपी ने कराची में लगभग 15 दिन की ट्रेनिंग भी थी। यह ट्रेनिंग 2014-15 में ली गई है। दोनों पाकिस्तान में दावत-ए-इस्लाम संगठन से भी जुड़े हुए थे। कराची से वापस आने के बाद दोनों आरोपी समाज के युवाओं को लगातार अपने धर्म के लिए कट्टर रहने के लिए भी भड़का रहे थे। उन्होंने एक व्हाट्स ग्रुप भी बनाया था जिसमें भड़काऊ वीडियो और मैसेज भेजकर युवाओं का ब्रेन वॉश किया जा रहा था। बता दें कि उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में दो व्यक्तियों ने एक दर्जी की गला काटकर हत्या कर दी और सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर कहा कि उन्होंने 'इस्लाम के अपमान' का बदला लेने के लिए ऐसा किया। घटना को लेकर सांप्रदायिक तनाव पैदा होने के बाद उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने वाले दोनों शख्स ने ऑनलाइन वीडियो डालकर इस गुनाह की जिम्मेदारी ली और पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है।एक वीडियो क्लिप में एक कथित हमलावर को कहते सुना जा सकता है कि उसने एक आदमी का सर कलम कर दिया है। उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धमकी देते हुए कहा कि ''यह छुरा उन तक भी पहुंचेगा।''हमलावरों ने परोक्ष रूप से नुपुर शर्मा का भी जिक्र किया जिन्हें पैगंबर मोहम्मद पर एक टिप्पणी के मामले में भाजपा से निलंबित किया गया था।