Lok Sabha Election / 'INDIA' में सीट शेयरिंग से पहले महामंथन- नीतीश-जयंत अब जानेंगे मन की बात

देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है. बीजेपी के खिलाफ विपक्षी गठबंधन के सूत्रधार रहे नीतीश कुमार और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने 2024 के चुनाव को लेकर अपने-अपने नेताओं की ‘मन की बात’ को जानने की कवायद शुरू कर दी है. नीतीश सोमवार से दो दिनों तक पटना में जेडीयू के प्रखंड अध्यक्ष से लेकर जिला अध्यक्ष तक के नेताओं से वन टू वन मुलाकात करेंगे तो जयंत चौधरी पश्चिमी यूपी के आरएलडी

Vikrant Shekhawat : Sep 11, 2023, 12:39 PM
Lok Sabha Election: देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछाई जाने लगी है. बीजेपी के खिलाफ विपक्षी गठबंधन के सूत्रधार रहे नीतीश कुमार और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने 2024 के चुनाव को लेकर अपने-अपने नेताओं की ‘मन की बात’ को जानने की कवायद शुरू कर दी है. नीतीश सोमवार से दो दिनों तक पटना में जेडीयू के प्रखंड अध्यक्ष से लेकर जिला अध्यक्ष तक के नेताओं से वन टू वन मुलाकात करेंगे तो जयंत चौधरी पश्चिमी यूपी के आरएलडी नेताओं की बैठक कर फीडबैक लेंगे. आखिर INDIA गठबंधन के घटक दल अपने-अपने नेताओं के साथ मंथन क्यों करने में जुट गए हैं?

सीटों के बंटवारे का निकलेगा फॉर्मूला!

राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर बृज क्षेत्र के नेताओं के साथ बैठक करेंगे, जिसमें सभी जिलों के जिलाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, प्रकोष्ठों के अध्यक्ष और क्षेत्रीय अध्यक्ष शिरकत करेंगे. जयंत चौधरी ने अपने नेताओं की मन की बात को समझने और जानने के लिए यह बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि जयंत अपने सभी पदाधिकारियों से लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा कर सकते हैं, जिससे गठबंधन के सामने उसी आधार पर सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला रखा जा सके.

बैठक बुलाने के पीछे का प्लान

जयंत चौधरी के सामने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने पिता चौधरी अजित सिंह और दादा चौधरी चरण सिंह की सियासी विरासत को बचाने की चुनौती है. पिछले दो लोकसभा चुनाव से आरएलडी अपना खाता भी नहीं खोल पा रही है. 2019 में बसपा-सपा के साथ गठबंधन करने के बाद भी जयंत चौधरी और उनके पिता अजित चौधरी अपनी-अपनी सीट से जीत नहीं सके थे, लेकिन किसान आंदोलन और 2022 के चुनाव से स्थिति बदली है. यही वजह है कि आरएलडी ने 2024 में पश्चिमी यूपी की एक दर्जन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है, जिसे लेकर जयंत चौधरी रणनीति बनाने में जुट गए हैं.

चंद्रशेखर को भी सीट दिलाना चाहते हैं जयंत

आरएलडी ने बैठक ग्रेटर नोएडा के गुर्जर भवन में बुलाई है, जहां पर जयंत चौधरी अपने पदाधिकारीयों से फीडबैक लेंगे. इस दौरान उन तमाम सीटों को लेकर बात करेंगे, जहां पर पार्टी के चुनाव लड़ने की तैयारी है. जयंत चौधरी ने दलित नेता चंद्रशेखर आजाद के साथ भी दोस्ती कर रखी है. ऐसे में उन्हें भी विपक्षी गठबंधन में सीटें दिलाने का जिम्मा जंयत के कंधों पर है. सपा 2024 के लोकसभा चुनाव में जयंत को उनकी डिमांड के मुताबिक सीटें देने के मूड में नहीं है तो आरएलडी अपने कोटे से सीट देना नहीं चाहती है बल्कि एक सहयोगी दल के तौर पर चंद्रशेखर को सीट दिलाना चाहती है.

नीतीश दो दिनों तक लेंगे फीडबैक

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू नेताओं की अहम बैठक बुलाई है. नीतीश कुमार सोमवार और मंगलवार को अपनी पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष से लेकर जिला अध्यक्ष तक के नेताओं से वन टू वन मुलाकात करेंगे. इस दौरान सभी नेताओं से फीडबैक लेंगे और उनसे यह जानने की कोशिश करेंगे कि जमीनी स्तर पर जेडीयू को लेकर आम लोगों के मन में क्या चल रहा है. यह बैठक सीएम नीतीश अपने आवास पर पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों और विधानसभा प्रभारी के साथ करेंगे और 2024 चुनाव को लेकर फीडबैक लेंगे.

JDU-RJD के बीच तालमेल बैठाना जरूरी

नीतीश कुमार एनडीए छोड़कर महागठबंधन में शामिल होने के बाद से लगातार अपने नेताओं के साथ मुलाकात और बातचीत कर रहे हैं. सीएम आवास में ही नीतीश पहले सांसदों और विधायकों से मिल चुके हैं और अब इस कड़ी में प्रखंड अध्यक्ष से लेकर जिला अध्यक्ष तक के नेताओं और विधानसभा प्रभारी से रूबरू होकर 2024 के लिए दिशा निर्देश देंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे. इसके पीछे एक बड़ी वजह ये है कि जेडीयू बिहार में आरजेडी के खिलाफ चुनाव लड़ती रही है, जिसके चलते दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच तालमेल नहीं बैठ पा रहा है. इसीलिए आए दिन सियासी टकराव भी दिखते हैं. जेडीयू लंबे समय तक बीजेपी के साथ रही है, जिसके चलते अब उसे घेरना भी आसान नहीं दिख रहा है.