जयपुर / आईओसीएल की पाइप लाइन से क्रूड ऑयल चुराने वाली गैंग का सरगना और पार्टनर गिरफ्तार

जयपुर।आईओसीएल की पाइप लाइन तक भूमिगत सुरंग बनाकर हाइटेक तरीके से वॉल्व लगाकर क्रूड ऑयल चुराने वाली अंतराज्यीय गैंग का खुलासा हुआ है। मामले में जयपुर ग्रामीण जिले की शाहपुरा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस गैंग के मुख्य सरगना व उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया। इस गैंग के सरगना से पूछताछ में बड़े खुलासे हो सकते हैं। वहीं, इस ऑयल चोरी के खुलासे के बाद आईओसीएल के अधिकारियों को भी सूचना दी गई है।

Vikrant Shekhawat : Jun 29, 2020, 10:12 PM

जयपुर।आईओसीएल की पाइप लाइन तक भूमिगत सुरंग बनाकर हाइटेक तरीके से वॉल्व लगाकर क्रूड ऑयल चुराने वाली अंतराज्यीय गैंग का खुलासा हुआ है। मामले में जयपुर ग्रामीण जिले की शाहपुरा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस गैंग के मुख्य सरगना उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया। इस गैंग के सरगना से पूछताछ में बड़े खुलासे हो सकते हैं। वहीं, इस ऑयल चोरी के खुलासे के बाद आईओसीएल के अधिकारियों को भी सूचना दी गई है। इससे वे कंपनी के अधिकारी भी अपनी जांच में जुट गए है।

पुलिस अधीक्षक शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार राशिद नई दिल्ली का रहने वाला है। यह गैंग का मुख्य सरगना है। जबकि दूसरा आरोपी पवन कुमार (40) भी दिल्ली का रहने वाला है। एसपी के अनुसार पिछले साल अक्टूबर माह में शाहपुरा क्षेत्र से पुलिया के पास गुजरने वाली आईओसीएल की मुख्य पाइप लाइन में सुरंग बनाकर क्रूड ऑयल की चोरी हुई थी।

दिल्ली में पुलिस ने मकान में दबिश दी

पुलिस की एक टीम ने दिल्ली में मकान पर दबिश दी तो वे घर का दरवाजा बंदकर अंदर छिप गए। तब पुलिस टीम ने मशक्कत कर दरवाजा खुलवाया। मकान की तलाशी लेने पर मुख्य आरोपी राशिद उसका पार्टनर पवन कुमार पकड़े गए। जिन्हें पुलिस टीम पकड़कर जयपुर ले आई। यहां पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में खुलासा

थानाप्रभारी दीपक खंडेलवाल ने बताया कि राशिद ने खुलासा किया कि इस खुदाई का काम यूपी निवासी शाहिद, सोनू उनके साथी करते है। जो कि 3-4 माह में पाइप लाइन तक सुरंग खुदाई का काम करते हैं और प्लैंक्स, जैक आदि की मदद से पाइप लाइन में वॉल्व लगाकर क्रूड ऑयल चुराते हैं। राशिद इस तेल को अपने टैंकरों में भरवाने के बाद पवन को पहुंचाता है। इसके बाद इस चुराए गए ऑयल को अन्य राज्यों में बेचा जाता है। इस गैंग के तार नोएडा उत्तरप्रदेश गुजरात से जुड़े होने की जानकारी मिली है। यह गैंग वारदात से पहले नए मोबाइल फोन एक ही नाम से कई सिम जारी करवाती है। इन्हीं सिम पर बातचीत करते हैं। काम पूरा होने के बाद इन मोबाइल सिम को नष्ट कर फेंक देते हैं।