News18 : Aug 04, 2020, 06:39 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 15 अगस्त को राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (National Digital Health Mission) की घोषणा जल्द कर सकते हैं। इस योजना के तहत हर नागरिक के स्वास्थ्य का डाटा एक प्लेटफॉर्म पर होगा। इसके अलावा हर किसी का हेल्थ ID कार्ड तैयार किया जाएगा। इस डाटा में डॉक्टर की डिटेल्स के साथ देशभर में स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी उपलब्ध होगी। जिससे एक ही प्लेटफॉर्म पर हेल्थ से जुड़ी तमाम जानकारी उपलब्ध होगी। स्कीम से जुड़ी जानकारी नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ इंदु भूषण न्यूज 18 इंडिया से साझा की।
भूषण ने बताया कि इस योजना में खासतौर पर चार चीजों पर फोकस किया गया है। स्वास्थ्य ID, पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड, निजी डॉक्टर, और हेल्थ फैसिलिटीज का रिकॉर्ड। बाद में इस मिशन में टेलीमेडिसिन सेवाओं को जोड़ा जाएगा। इसमें हेल्थ आईडी कार्ड धारकों की गोपनीयता का पूरा ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ये स्वैछिक प्लेटफॉर्म है। इससे जुड़ने के लिए कोई बाध्यता नहीं होगी। यानी कि किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी उसकी सहमति से ही साझा की जाएगी। इसी तरह डॉक्टर्स और अस्पतालों की सहमति से ही उनकी जानकारी साझा की जाएगी।
बिना सहमति के कोई और नहीं देख सकेगा डाटाभूषण ने जानकारी दी कि इस हेल्थ कार्ड में बनने पर अगर कोई डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाता है तो उसकी सहमति से डॉक्टर उसका रिकवर्ड ऑनलाइन देख सकेंगे। इसके लिए ऐसा सिस्टम तैयार किया जा रहा है कि किसी का व्यक्तिगत डाटा उसकी सहमति के बगैर कोई दूसरा नही देख सकता। इसके लिए मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड जैसी सुविधा दी जा सकती है। मान लीजिये किसी ने अगर अपना कोई हेल्थ का टेस्ट करवा रखा है तो उसकी डिटेल भी एक जगह ऑनलाइन उपलब्ध होगी उसे डॉक्टर को दिखाया जा सकता है।गरीबों को मुफ्त में बीमा कवरेज मुहैया कराती है मोदी सरकार की ये योजनालोगों के स्वास्थ्य से ही जुड़ी प्रधानमंत्री जन अरोग्य योजना (PM-JAY) या आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) गरीबों को मुफ्त में बीमा कवरेज मुहैया कराती है। यह दुनिया की सबसे बड़ी और पूरी तरह से सरकार की ओर से प्रायोजित स्वास्थ्य बीमा योजना है। इस योजना का लक्ष्य 10।74 करोड़ गरीब और वंचित परिवारों को स्वास्थ्य बीमा के दायरे में लाना है। इसके तहत प्रत्येक परिवार को सालाना 5 लाख का बीमा कवर मिलता है, जिसमें 1400 पूर्व-निर्धारित पैकेज शामिल हैं।
भूषण ने बताया कि इस योजना में खासतौर पर चार चीजों पर फोकस किया गया है। स्वास्थ्य ID, पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड, निजी डॉक्टर, और हेल्थ फैसिलिटीज का रिकॉर्ड। बाद में इस मिशन में टेलीमेडिसिन सेवाओं को जोड़ा जाएगा। इसमें हेल्थ आईडी कार्ड धारकों की गोपनीयता का पूरा ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ये स्वैछिक प्लेटफॉर्म है। इससे जुड़ने के लिए कोई बाध्यता नहीं होगी। यानी कि किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी उसकी सहमति से ही साझा की जाएगी। इसी तरह डॉक्टर्स और अस्पतालों की सहमति से ही उनकी जानकारी साझा की जाएगी।
बिना सहमति के कोई और नहीं देख सकेगा डाटाभूषण ने जानकारी दी कि इस हेल्थ कार्ड में बनने पर अगर कोई डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाता है तो उसकी सहमति से डॉक्टर उसका रिकवर्ड ऑनलाइन देख सकेंगे। इसके लिए ऐसा सिस्टम तैयार किया जा रहा है कि किसी का व्यक्तिगत डाटा उसकी सहमति के बगैर कोई दूसरा नही देख सकता। इसके लिए मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड जैसी सुविधा दी जा सकती है। मान लीजिये किसी ने अगर अपना कोई हेल्थ का टेस्ट करवा रखा है तो उसकी डिटेल भी एक जगह ऑनलाइन उपलब्ध होगी उसे डॉक्टर को दिखाया जा सकता है।गरीबों को मुफ्त में बीमा कवरेज मुहैया कराती है मोदी सरकार की ये योजनालोगों के स्वास्थ्य से ही जुड़ी प्रधानमंत्री जन अरोग्य योजना (PM-JAY) या आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat) गरीबों को मुफ्त में बीमा कवरेज मुहैया कराती है। यह दुनिया की सबसे बड़ी और पूरी तरह से सरकार की ओर से प्रायोजित स्वास्थ्य बीमा योजना है। इस योजना का लक्ष्य 10।74 करोड़ गरीब और वंचित परिवारों को स्वास्थ्य बीमा के दायरे में लाना है। इसके तहत प्रत्येक परिवार को सालाना 5 लाख का बीमा कवर मिलता है, जिसमें 1400 पूर्व-निर्धारित पैकेज शामिल हैं।