Vikrant Shekhawat : Jul 24, 2024, 06:20 PM
Anandpal Encounter Case: गैंगस्टर आनंदपाल का एनकाउंटर करने वाले 5 पुलिस अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा चलेगा। कोर्ट ने इनके खिलाफ प्रसंज्ञान लेते हुए हत्या की धारा 302 के तहत मुकदमा चलाने और जांच के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया है। एसीजेएम सीबीआई कोर्ट ने तत्कालीन चूरू एसपी राहुल बारहट, तत्कालीन एडिशनल एसपी विद्या प्रकाश चौधरी, डीएसपी सूर्यवीर सिंह राठौड़, आरएसी हेड कॉन्स्टेबल कैलाश के विरुद्ध मुकदमा चलाने के आदेश दिए हैं।आनंदपाल की पत्नी ने पेश किए कई गवाह24 जून 2017 को चूरू के मालासर गांव में एसओजी ने आनंदपाल का एनकाउंटर किया था। एनकाउंटर के बाद से ही इस पर सवाल उठ रहे थे। एनकाउंटर को लेकर सीबीआई ने 2020 में क्लोजर रिपोर्ट पेश की थी, जिसे आनंदपाल की पत्नी राजकंवर ने चैलेंज किया। एसीजेएम कोर्ट में 2020 में प्रोटेस्ट पिटिशन दायर की। सुनवाई के दौरान कोर्ट में चार साल में राजकंवर की ओर से कई गवाह पेश किए गए।राजकंवर के वकील ने बताया- यह एनकाउंटर नहीं था और छत पर आनंदपाल को नजदीक से एक के बाद एक गोली मारी गई। गोली बहुत नजदीक से थी, इसकी पुष्टि डॉक्टर ने भी की है। कोर्ट में कई गवाहों को पेश किया गया। उनके आधार पर एसीजेएम कोर्ट ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्रसंज्ञान लिया है। कोर्ट ने राजकंवर की ओर से गवाहों की सूची भी 16 अक्टूबर से पहले पेश करने के आदेश दिए हैं।आनंदपाल के करीबी दोस्त ने बताया था उसका ठिकाना3 सितंबर 2015 को आनंदपाल को नागौर जिले के डीडवाना कोर्ट में पेशी पर ले जाया गया था। वापसी के दौरान उसका छोटा भाई विक्की उर्फ रूपेश अपने साथियों के साथ हथियार से लैस होकर आया। पुलिस वाहन पर फिल्मी स्टाइल में ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी और आनंदपाल को भगाकर ले गया। एसओजी को तभी से दोनों भाइयों और उसके गैंग की तलाश थी।दो साल बाद 2017 में एसओजी को तब बड़ी सफलता मिली, जब उसने हरियाणा के सिरसा से विक्की और आनंदपाल के करीबी दोस्त देवेंद्र उर्फ गट्टू को दबोच लिया। दोनों से काफी समय तक एसओजी ने पूछताछ की, लेकिन कुछ नहीं बोले। टीम ने दोनों को एनकाउंटर करने की धमकी दी। इस पर गट्टू टूट गया। उसने ही एसओजी की टीम के तत्कालीन आईजी दिनेश एमएन को आनंदपाल के ठिकाने के बारे में बताया।24 जून 2017 को टीम चूरू के मालासर में गट्टू के बताए ठिकाने श्रवण के घर पहुंची। उस घर को रात में पुलिस ने पूरी तरह घेर लिया। जब पुलिस पर फायरिंग होने लगी, तब जवाबी फायरिंग के दौरान आनंदपाल की मौत हो गई।