सीकर । चरित्र पर संदेह जताने से नाराज भाई-भाभी ने मिलकर छोटे भाई की निर्दयतापूर्वक फावड़े से सिर व चेहरे पर वार कर हत्या कर दी। चीख सुनकर वृद्ध पिता जोरूराम दौड़ा तो आरोपी नंदकिशोर हाथ में खून से सना फावड़ा लेकर घर से भाग रहा था। बरामदे में छोटा बेटा दिनेश खून से लथपथ तड़प रहा था।
जाेरूराम का दूसरा बेटा हरिराम व उसकी पत्नी सुमन घर में सो रहे थे। गंभीर स्थिति में दिनेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सीओ सांवरमल नागाैरा ने बताया कि जोरूराम कुमावत के चार लड़के हैं। आरोपी नंदकिशोर का परिवार दूसरे घर में रहता है, वहीं मृतक दिनेश व हरिराम का परिवार जोरूराम के साथ रहता है।
तीन दिन पहले दिनेश ने अपनी भाभी व भतीजी के चरित्र पर संदेह जताते हुए बड़े भाई आराेपी नंदकिशोर को उलाहना दिया था। भतीजी को किसी ने मोबाइल दिया तो मामला कहासुनी व मारपीट में बदल गया। पुलिस थाने में भी शिकायत हुई, लेकिन रिश्तेदारों व परिजनों ने बीच-बचाव कर राजीनामा करवा दिया। आरोपी नंदकिशोर अपनी पत्नी व बेटी के चरित्र पर संदेह जताने से खासा आहत था। शनिवार काे सुबह करीब 4.30 बजे वह फावड़ा लेकर दिनेश को मारने आया। उस वक्त जोरूराम घर के अंदर चाय बनाने चला गया था।
बरामदे में दिनेश अकेला सो रहा था। आरोपी नंदकिशोर ने फावड़े से पहले सिर व बाद में चेहरे पर दो वार किए। पलंग पर खून निकलता देख वह मौक से भाग गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया। वहीं आरोपी नंदकिशोर व उसकी पत्नी कमला को हिरासत में लिया है।
बदनामी न हो इसलिए शिकायत करता था
पिता जाेरूराम ने कहा कि घर की बदनामी नहीं हो, इसके लिए दिनेश शिकायत करता था। नंदकिशोर मुंबई में काम करता है। लॉकडाउन के दौरान ही आया था। वह अपनी पत्नी व बेटी के चरित्र पर संदेह के आरोप नहीं झेल पाया और छोटे भाई दिनेश को मार डाला। जाेरूराम ने हत्या में तीन-चार लोगों के शामिल होने की रिपोर्ट दी है।