देश / फिर कोरोना ढाएगा कहर, 5 राज्यों में इन वेरिएंट्स के तेजी से बढ़ रहे मामले

ओमिक्रोन के देश में एक हजार से भी ज्यादा वेरिएंट पाए गए हैं. मोटे तौर पर भारत में यही फैले हैं. BA.1, BA.2, BA.5, BQ.1, BA.4, BA 2.12.1 XBB, BA 2.75, ये सभी ओमिक्रोन के ही वेरिएंट हैं. ओमिक्रोन के 1000 वेरिएंट में से 100 Recombinant Version हैं, जो इस समय फैले हैं. इस समय XBB1.5 और XBB 1.16 वो Variant Of Interest (VOI) हैं, जिन पर वैज्ञानिकों की नजर है. VOI वो होते हैं, जो फैलते तेजी से हैं लेकिन जानलेवा नहीं होते

Vikrant Shekhawat : Mar 23, 2023, 05:30 PM
Covid-19 Omicron: ओमिक्रोन के देश में एक हजार से भी ज्यादा वेरिएंट पाए गए हैं. मोटे तौर पर भारत में यही फैले हैं.  BA.1, BA.2, BA.5, BQ.1, BA.4, BA 2.12.1 XBB, BA 2.75, ये सभी ओमिक्रोन के ही वेरिएंट हैं. ओमिक्रोन के 1000 वेरिएंट में से 100 Recombinant Version हैं, जो इस समय फैले हैं.  इस समय XBB1.5 और XBB 1.16 वो Variant Of Interest (VOI) हैं, जिन पर वैज्ञानिकों की नजर है.  VOI वो होते हैं, जो फैलते तेजी से हैं लेकिन जानलेवा नहीं होते.  

भारत में जीनोम सीक्वेंसिंग में कोरोना के अलग-अलग वेरिएंट मिले हैं. लेकिन जनवरी से मार्च के तीन महीने में बाकी सभी वेरिएंट के मामले घट रहे हैं, जबकि कोरोना के इस वेरिएंट XBB.1.16 के मामले तेजी से बढ़े हैं. जनवरी में इस वेरिएंट के 2 मामले थे जबकि मार्च में इसी वेरिएंट के 204 मामले सामने आ चुके हैं. तीन महीने में कुल 344 मामले इसी वेरिएंट के सामने आए हैं. महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक, गुजरात और दिल्ली में ये वेरिएंट फैला हुआ है.  

इसके अलावा XBB.1.5 के केस भी तीन महीनों में 196 हो चुके हैं. लेकिन जनवरी में जहां इसके 46 केस थे, फरवरी में ये 103 हुए और मार्च में 47 हो गए. XBB.2.3 ऐसा वेरिएंट है जिसके मामले फिलहाल बढ़त की ओर हैं. जनवरी में इसके 9 केस थे जबकि मार्च में 69 हैं. हालांकि ग्लोबल स्तर पर भारत के हालत बाकी कई देशों से बेहतर हैं.  

ग्लोबल लेवल पर औसतन रोजाना केस- 93,977  

अमेरिका से कुल नए मामलों का 19% रिपोर्ट हो रहे है.  

रूस में 12.9  

चीन में 8.3%  

दक्षिण कोरिया में 7%  

भारत से कुल ग्लोबल मामलों का औसतन 1% रिपोर्ट हो रहा है.  

भारत में रोजाना 966 औसत केस दर्ज हो रहे हैं, जबकि अभी भी रोजाना ग्लोबल लेवल पर 1 लाख के करीब केस हो रहे हैं. फरवरी में रोजाना का औसत 108 केस था. मार्च में साप्ताहिक मौतों की संख्या बढ़ी है. सबसे ज्यादा मामलों वाले महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और कर्नाटक, वे राज्य हैं जहां से सबसे ज्यादा केस आ रहे हैं.  इसके बाद तमिलनाडु, दिल्ली, हिमाचल और राजस्थान कुल 8 राज्य हैं, जहां से सबसे ज्यादा मामले हैं.  

स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी RTPCR पॉजिटिव सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाने के निर्देश दिए हैं. जल्द ही मॉक ड्रिल की जाएगी. प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में दवाओं, डॉक्टर्स और बेड्स की संख्या सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्रिल के निर्देश दिए गए हैं. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आज कोरोना के वैश्विक हालात की रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, 20 फरवरी से 19 मार्च के बीच यानी एक महीने के अंदर कोरोना के कुल मामले 37 लाख को पार कर गए. इस महीने में 26 हजार लोगों की मौत हो गई. हालांकि WHO के मुताबिक, 23 जनवरी से 19 फरवरी के बीच वाले एक महीने से तुलना करें तो कुल मामलों में 31% और कुल मौतों में 46% की गिरावट आई है. लेकिन कई देशों में कम टेस्टिंग हो रही है और कई देशों ने कोरोना की रेग्युलर रिपोर्टिंग में ढिलाई बरती हुई है. इस लिहाज से देखा जाए तो असल मामलों की संख्या काफी ज्यादा हो सकती है.

दुनिया में कहर मचा रहा XBB.1.5 वेरिएंट

दुनिया भर में इस वक्त जो वेरिएंट सबसे ज्यादा फैला है, वो है XBB.1.5.  इसके अलावा BQ.1,BA.2.75, CH.1.1, XBB and XBF. ये वो नए वेरिएंट हैं जिनकी मॉनिटरिंग की जा रही है. XBB.1.5. बीते हफ्तों में ग्लोबल स्तर पर 37.7% बढ़ा है. ये भारत समेत 85 देशों में पाया गया है. हालांकि ये वेरिएंट ऑफ इंटरस्ट की कैटेगरी में है. WHO के मुताबिक. दक्षिण पूर्व एशिया में सबसे ज्यादा नए केस भारत और इंडोनेशिया से दर्ज किए जा रहे हैं.