Vikrant Shekhawat : Nov 12, 2021, 03:21 PM
नई दिल्ली: मधुबनी पेंटिंग के कारण मशहूर दुलारी देवी को बुधवार को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस दौरान पीएम मोदी से उनकी अलग से मुलाकात हुई और उन्हें अपनी एक पेंटिंग भी दुलारी देवी ने भेंट की। गुरुवार को पीएम मोदी ने पेंटिंग के साथ ही दुलारी देवी के साथ हुई मुलाकात की तस्वीरें शेयर की। पीएम मोदी ने लिखा कि दुलारी देवी जी उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें #PeoplesPadma से सम्मानित किया गया है। मधुबनी की रहने वाली दुलारी देवी एक प्रतिभाशाली कलाकार हैं। पद्म अलंकरण समारोह के बाद पुरस्कार विजेताओं के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान उन्होंने मुझे अपनी कलाकृति भेंट की। उसके लिए उनका आभार और अभिनंदन।मधुबनी के रांटी गांव की रहने वाली 53 वर्षीया दुलारी देवी अलग-अलग विषयों पर अब तक तकरीबन 8 हजार पेंटिंग बना चुकी हैं। उनकी पूरी जिंदगी प्रेरणा से कम नहीं है। उनका पद्मश्री पुरस्कार तक का सफर काफी मुश्किलों भरा रहा है। दुलारी देवी की शादी महज 12 साल में शादी हो गई थी, लेकिन 2 साल बाद ही शादी टूट गई। इसके बाद वह मायके वापस आ गईं।घर चलाने के लिए वो अपनी मां के साथ पड़ोस में रहने वाली मिथिला पेंटिंग की मशहूर आर्टिस्ट महासुंदरी देवी और कर्पूरी देवी के घर झाड़ू-पोंछा का काम करने लगीं। इसी दौरान महासुंदरी देवी और कर्पूरी देवी को पेंटिंग करते हुए देखकर दुलारी देवी भी पेंटिंग करने लगी और आज इस मुकाम पर हैं।पढ़ाई-लिखाई के नाम पर बस अपना नाम भर लिख पाने वाली दुलारी देवी की बनाई पेंटिंग दुनिया भर के कई नामचीन लेखकों के किताबों के साथ ही इग्नू द्वारा तैयार मैथिली भाषा के पाठ्यक्रम के मुख्यपृष्ठ पर भी छप चुकी हैं। दुलारी देवी की बनाई पेंटिंग गीता वुल्फ की 'फॉलोइंग माइ पेंट ब्रश' के अलावा मार्टिन ली कॉज की फ्रेंच में लिखी किताबों की शोभा बढ़ा रही है।