Vikrant Shekhawat : Sep 27, 2021, 09:13 AM
राजस्थान में रविवार को हुई राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) के दौरान गंगापुर सिटी में बड़ी गड़बड़ी सामने आई। लेवल-2 की परीक्षा सुबह 10 बजे से थी, लेकिन इससे करीब डेढ़ घंटे पहले ही यानी 8:32 बजे ही इसका पेपर एक कांस्टेबल के मोबाइल पर आ गया। एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ ने यह जानकारी दी। गौर करने वाली बात ये है कि इस कांस्टेबल की पत्नी भी रीट के एग्जाम में बैठी थी। सूत्रों के अनुसार पुलिस के हत्थे ऐसी चार महिलाएं चढ़ीं, जिनके पास परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र आ गया था। इनमें से एक कांस्टेबल की पत्नी है और एक हेड कांस्टेबल की पत्नी है। दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। फिलहाल जिला पुलिस और एसओजी की टीम ने कुल 8 जनों को हिरासत में लिया है। इनसे कड़ाई से पूछताछ की जा रही है। देर रात जयपुर से मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार किया गया है।15 लाख रु. का सौदा करते हुए पकड़े गए देशराज से पूछताछ में खुला खेलपिछले दिनों गंगापुर में पेपर लीक करवाने के प्रयास में 15 लाख का सौदा करते हुए पकड़े गए देशराज के मोबाइल से मिले नंबरों के आधार पर इस पेपर लीक कांड का खुलासा हुआ। पुलिस को हेड कांस्टेबल देवेंद्र सिंह और कांस्टेबल यदुवीर सिंह का नंबर देशराज के मोबाइल चैट में लगातार मिला था। देवेंद्र की पत्नी लक्ष्मी गुर्जर और यदुवीर सिंह की पत्नी सीमा गुर्जर का परीक्षा केंद्र गंगापुर में था। देशराज के मोबाइल में मिले नंबरों के आधार पर पुलिस ने इन दोनों और एक अन्य युवक आशीष मीणा के मोबाइल को सर्विलांस पर ले रखा था। परीक्षा शुरू होने से करीब दो घंटे पहले देवेंद्र और यदुवीर की पत्नियां क्रमश: लक्ष्मी गुर्जर और सीमा गुर्जर तथा ऊषा मीणा और मनीषा मीणा नाम की दो अन्य परीक्षार्थियों को पेपर मिल गया था। मोबाइल सर्विलांस के जरिए पुलिस और एसओजी को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, पुलिस-एसओजी की टीमें सक्रिय हुई और गंगापुर पहुंचकर परीक्षा केंद्रों से चारों महिलाओं को हिरासत में ले लिया। चारों महिलाओं के अलावा पुलिसकर्मी देवेंद्र सिंह, यदुवीर सिंह को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। इसके साथ ही सर्विलांस पर चल रहे आशीष मीणा और एक अन्य युवक दिलखुश मीणा को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। दोनों पुलिसकर्मियों जो इस समय वन विभाग में डेपुटेशन पर चल रहे हैं।
8 जिलों में 40 से ज्यादा गिरफ्तार 7 सरकारी शिक्षक भी शामिल{बीकानेर में 25 अभ्यर्थियों से ~1.5 करोड़ में नकल का सौदा किया गया। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगी चप्पलें 7.50 लाख रुपए में बेची गईं, एक चप्पल 30 हजार में बेची। सभी ब्लूटूथ से जुड़ी।{नागौर में 3, राजसमंद में 2 और भरतपुर-बूंदी में 1-1 सरकारी शिक्षक गड़बड़ी करते पकड़ा गया। राजसमंद में भाई अाैर साले की जगह परीक्षा देने अाए दाे थर्ड ग्रेड शिक्षक गिरफ्तार। अजमेर में दो, सवाई माधोपुर में 8 गिरफ्तार और सीकर में भी एक को पकड़ा।{राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अलवर के मांडण केंद्र पर प्रथम पारी में पेपर बांटने में हुई देरी और अभ्यर्थियों के परीक्षा बहिष्कार को देखते हुए यहां के 600 अभ्यर्थियों की परीक्षा फिर कराने पर जल्द निर्णय कर सकता है।कहीं सरकारी शिक्षकों ने तो कहीं खाकी ने शर्मसार कियाअजमेर | राजस्थान में सबसे बड़ी ‘परीक्षा’ संपन्न हो गई। 16 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों वाली राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 2021 काे शांतिपूर्वक संपन्न कराना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था। बोर्ड की मानें तो करीब 13 लाख अभ्यर्थी उपस्थित हुए। मगर न तो कहीं कोई भगदड़ मची और न कहीं उत्पात हुआ। हालांकि, सरकार ‘अपनाें’ की ही करतूत से हार गई। कहीं सरकारी शिक्षकों ने तो कहीं पुलिसकर्मियों ने गड़बड़ी फैलाई। जबकि सीएम अशोक गहलोत ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि अगर किसी गड़बड़ी में कोई सरकारी कर्मचारी लिप्त मिला तो उसे बर्खास्त कर दिया जाएगा। इसके बावजूद ये नहीं माने। उधर, परीक्षा के बाद राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली ने इसके लिए सीएम, शिक्षा मंत्री, सभी विभागों के अफसर, जिला व पुलिस प्रशासन और एसओजी का आभार जताया। उन्होंने बताया कि इस बार पिछली परीक्षाओं की तुलना में 10% कम अभ्यर्थी बैठे। उनका दावा था कि यह वे गैंगस्टर और माफिया के लोग थे, जो गृह विभाग द्वारा की गई कार्यवाही से डर गए। परीक्षा में मुन्नाभाई नहीं बैठ पाए। डॉ. जारोली ने रविवार शाम बोर्ड के रीट कार्यालय में मीडिया से मुखातिब होते हुए ये बातें कहीं।नई रणनीति; अब विभिन्न चरणों में कराई जाएगी रीटडॉ. जारोली ने कहा कि अभ्यर्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब उनका सुझाव यही है कि इस परीक्षा को विभिन्न चरणों में कराया जाए। सरकार को भी इस संबंध में अवगत कराया जाएगा। आगामी रीट परीक्षा में सरकार जैसा निर्देशित करेगी, बोर्ड उसी अनुरूप काम करेगा। इस बार एक व्यक्ति ने अधिकतम 22 फॉर्म भरे थे।आगे की तैयारी; रोज एक लाख ओएमआर शीट जांचेंगेराजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली ने दावा किया कि इस बार रीट प्रश्न पत्र में अन्य सालों की तुलना में त्रुटियां सबसे कम होंगी। एक लाख ओएमआर शीट प्रतिदिन जांच कराने का लक्ष्य है। प्रयास रहेगा कि परिणाम जल्द से जल्द घोषित हो जाए, इससे पूर्व आंसर की को भी समय पर जारी करने की कोशिश की जाएगी।एक्सपर्ट बोले- दोनों पेपर में आसान सवाल; पूरा सिलेबस कवर किया, गणित-विज्ञान का स्तर 8वीं तक का रहासुबह रीट लेवल-2 व दोपहर में लेवल-1 के प्रश्न पत्र हुए। निगेटिव मार्किंग नहीं होने, प्रश्नपत्र आसान होने से मेरिट के हाई रहने की संभावना है। एनसीईआरटी आधारित सवाल और सिलेबस को पूरा कवर करने से भी अभ्यर्थियों के लिए आसानी रही।अंदर मां, बाहर पिता की ‘परीक्षा’नाथद्वारा | भीम निवासी प्रियंका चौहान 4 माह के बेटे को साथ ले रीट देने आई। आंध्रप्रदेश के सिंकदराबाद में कार्यरत फौजी अरविंद सिंह छुट्टी ले कर आए और पत्नी प्रियंका को परीक्षा दिलाने ले गए। इस दौरान पत्नी अंदर परीक्षा देती रही और वे बाहर बच्चे को खिलाते रहे।
8 जिलों में 40 से ज्यादा गिरफ्तार 7 सरकारी शिक्षक भी शामिल{बीकानेर में 25 अभ्यर्थियों से ~1.5 करोड़ में नकल का सौदा किया गया। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लगी चप्पलें 7.50 लाख रुपए में बेची गईं, एक चप्पल 30 हजार में बेची। सभी ब्लूटूथ से जुड़ी।{नागौर में 3, राजसमंद में 2 और भरतपुर-बूंदी में 1-1 सरकारी शिक्षक गड़बड़ी करते पकड़ा गया। राजसमंद में भाई अाैर साले की जगह परीक्षा देने अाए दाे थर्ड ग्रेड शिक्षक गिरफ्तार। अजमेर में दो, सवाई माधोपुर में 8 गिरफ्तार और सीकर में भी एक को पकड़ा।{राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अलवर के मांडण केंद्र पर प्रथम पारी में पेपर बांटने में हुई देरी और अभ्यर्थियों के परीक्षा बहिष्कार को देखते हुए यहां के 600 अभ्यर्थियों की परीक्षा फिर कराने पर जल्द निर्णय कर सकता है।कहीं सरकारी शिक्षकों ने तो कहीं खाकी ने शर्मसार कियाअजमेर | राजस्थान में सबसे बड़ी ‘परीक्षा’ संपन्न हो गई। 16 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों वाली राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 2021 काे शांतिपूर्वक संपन्न कराना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था। बोर्ड की मानें तो करीब 13 लाख अभ्यर्थी उपस्थित हुए। मगर न तो कहीं कोई भगदड़ मची और न कहीं उत्पात हुआ। हालांकि, सरकार ‘अपनाें’ की ही करतूत से हार गई। कहीं सरकारी शिक्षकों ने तो कहीं पुलिसकर्मियों ने गड़बड़ी फैलाई। जबकि सीएम अशोक गहलोत ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि अगर किसी गड़बड़ी में कोई सरकारी कर्मचारी लिप्त मिला तो उसे बर्खास्त कर दिया जाएगा। इसके बावजूद ये नहीं माने। उधर, परीक्षा के बाद राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली ने इसके लिए सीएम, शिक्षा मंत्री, सभी विभागों के अफसर, जिला व पुलिस प्रशासन और एसओजी का आभार जताया। उन्होंने बताया कि इस बार पिछली परीक्षाओं की तुलना में 10% कम अभ्यर्थी बैठे। उनका दावा था कि यह वे गैंगस्टर और माफिया के लोग थे, जो गृह विभाग द्वारा की गई कार्यवाही से डर गए। परीक्षा में मुन्नाभाई नहीं बैठ पाए। डॉ. जारोली ने रविवार शाम बोर्ड के रीट कार्यालय में मीडिया से मुखातिब होते हुए ये बातें कहीं।नई रणनीति; अब विभिन्न चरणों में कराई जाएगी रीटडॉ. जारोली ने कहा कि अभ्यर्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब उनका सुझाव यही है कि इस परीक्षा को विभिन्न चरणों में कराया जाए। सरकार को भी इस संबंध में अवगत कराया जाएगा। आगामी रीट परीक्षा में सरकार जैसा निर्देशित करेगी, बोर्ड उसी अनुरूप काम करेगा। इस बार एक व्यक्ति ने अधिकतम 22 फॉर्म भरे थे।आगे की तैयारी; रोज एक लाख ओएमआर शीट जांचेंगेराजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली ने दावा किया कि इस बार रीट प्रश्न पत्र में अन्य सालों की तुलना में त्रुटियां सबसे कम होंगी। एक लाख ओएमआर शीट प्रतिदिन जांच कराने का लक्ष्य है। प्रयास रहेगा कि परिणाम जल्द से जल्द घोषित हो जाए, इससे पूर्व आंसर की को भी समय पर जारी करने की कोशिश की जाएगी।एक्सपर्ट बोले- दोनों पेपर में आसान सवाल; पूरा सिलेबस कवर किया, गणित-विज्ञान का स्तर 8वीं तक का रहासुबह रीट लेवल-2 व दोपहर में लेवल-1 के प्रश्न पत्र हुए। निगेटिव मार्किंग नहीं होने, प्रश्नपत्र आसान होने से मेरिट के हाई रहने की संभावना है। एनसीईआरटी आधारित सवाल और सिलेबस को पूरा कवर करने से भी अभ्यर्थियों के लिए आसानी रही।अंदर मां, बाहर पिता की ‘परीक्षा’नाथद्वारा | भीम निवासी प्रियंका चौहान 4 माह के बेटे को साथ ले रीट देने आई। आंध्रप्रदेश के सिंकदराबाद में कार्यरत फौजी अरविंद सिंह छुट्टी ले कर आए और पत्नी प्रियंका को परीक्षा दिलाने ले गए। इस दौरान पत्नी अंदर परीक्षा देती रही और वे बाहर बच्चे को खिलाते रहे।