PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री ने आज गुजरात के वडोदरा में टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया, जहां टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) द्वारा C-295 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट प्लेन का निर्माण किया जाएगा। यह कॉम्प्लेक्स भारत में मिलिट्री एयरक्राफ्ट के लिए निजी क्षेत्र का पहला फाइनल असेंबली लाइन (FAL) है, जो भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आज का यह ऐतिहासिक दिन भारत के साथ-साथ टाटा ग्रुप के लिए भी गौरवशाली है।
भारत और स्पेन के बीच हुई थी 21,935 करोड़ की डील
भारत और स्पेन के बीच वर्ष 2021 में 56 C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की आपूर्ति के लिए 21,935 करोड़ रुपये की डील पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस डील का उद्देश्य भारतीय वायु सेना के पुराने हो चुके Avro-748 एयरक्राफ्ट को बदलना था। इस समझौते के तहत, स्पेन से 16 एयरक्राफ्ट पूरी तरह से असेंबल कर भेजे जाएंगे, जबकि शेष 40 विमानों का असेंबली कार्य वडोदरा में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के प्लांट में किया जाएगा।वडोदरा में बनने वाले इस प्लांट का पहला C-295 विमान सितंबर 2026 तक तैयार हो जाएगा, और इस प्लांट में बने सभी विमानों की डिलीवरी अगस्त 2031 तक होनी है। इस परियोजना से न केवल भारत में रक्षा उपकरणों के उत्पादन में वृद्धि होगी बल्कि मेक इन इंडिया के तहत निर्मित उत्पादों को वैश्विक स्तर पर निर्यात करने का भी अवसर मिलेगा।
रतन टाटा को याद करते हुए पीएम मोदी का संबोधन
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को याद किया और कहा कि यदि रतन टाटा आज इस अवसर पर होते तो वे बेहद प्रसन्न होते। उन्होंने कहा कि टाटा-एयरबस मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के माध्यम से भारत और स्पेन के बीच संबंधों में मजबूती आएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस परियोजना को भारत के 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड' मिशन के लिए एक मजबूत आधार बताया और कहा कि इससे भारत की वैश्विक पहचान को भी बल मिलेगा।प्रधानमंत्री ने इस परियोजना को भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताते हुए कहा कि यह देश के रक्षा उद्योग को सुदृढ़ करने के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी भारत को एक मजबूत स्थान दिलाने में सहायक सिद्ध होगी।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
भारत में निजी क्षेत्र द्वारा मिलिट्री एयरक्राफ्ट के निर्माण की यह परियोजना आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस नए प्लांट से भारत न केवल अपनी घरेलू मांग को पूरा कर सकेगा बल्कि भविष्य में अन्य देशों को भी सैन्य विमानों का निर्यात करने की क्षमता रखेगा।इस प्रकार, टाटा एयरक्राफ्ट कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन भारत के रक्षा क्षेत्र के विकास और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती की दिशा में एक ठोस कदम साबित होगा, जो भारत को एक आत्मनिर्भर और सशक्त राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री के विज़न को साकार करने में सहायक होगा।