राजस्थान / उदयपुर-अहमदाबाद हाइवे पर जाम खुलवाने पहुंची पुलिस के वाहन फूंके

शिक्षक भर्ती 2018 में अनारक्षित वर्ग की 1167 सीटों को जनजाति वर्ग से भरने की मांग को लेकर धरना दे रहे सैकड़ों अभ्यर्थियों ने उदयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाइवे को गुरुवार को पत्थर डाल कर जाम कर दिया। जाम खुलवाने आई पुलिस पर इन्होंने पथराव किया जिसमें एक एडीशनल एसपी सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के तीन वाहन फूंक डाले। बचाव में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाई फायर किया।

Vikrant Shekhawat : Sep 24, 2020, 11:21 PM

शिक्षक भर्ती 2018 में अनारक्षित वर्ग की 1167 सीटों को जनजाति वर्ग से भरने की मांग को लेकर धरना दे रहे सैकड़ों अभ्यर्थियों ने उदयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाइवे को गुरुवार को पत्थर डाल कर जाम कर दिया। जाम खुलवाने आई पुलिस पर इन्होंने पथराव किया जिसमें एक एडीशनल एसपी सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के तीन वाहन फूंक डाले। बचाव में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाई फायर किया। यहां पिछले 17 दिन से हाइवे किनारे कांक री डूंगरी पहाड़ी पर बिना अनुमति के प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शनकारियों ने करीब पांच किलोमीटर के एरिया को अपने कब्जे में ले लिया है।

हाइवे पर हाथों में पत्थर और लट्ठ लिए खड़े नजर आए। इस दौरान एकाएक माहौल गर्मा गया। प्रदर्शनकारियों ने हाइवे पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस को जवाब में आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। प्रदर्शनकारियों ने हाइवे पर गाड़ियों को उल्टा कर दिया। वाहनों पर पत्थरबाजी की। इसमें एसडीएम के वाहन चालक के घायल होने की सूचना है। हालांकि मौके पर पहुंचा पुलिस दल स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा है।

दरअसल, हाइवे के अचानक जाम किए जाने से वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई। दोनों तरफ वाहन खड़े हो गए। यातायात को व्यवस्थित करने के लिए पुलिस ने रूट डायवर्ट कर दिया है। वहीं डूंगरपुर से पुलिस जाप्ता भी मौके पर पहुंच गया।


बताया जा रहा है कि अभ्यर्थियों ने 24 सिंतबर तक का प्रशासन व राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया था। मांग पूरी नहीं होने पर हाइवे पर पत्थर डाल कर बंद कर दिया। यह अपने साथ पत्थर और लट्ठ लेकर आए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ कर प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाने का काम किया।

कांकरी डूंगरी पहाड़ी पर 7 सितंबर से चल रहा प्रदर्शन
शिक्षक भर्ती के अनारक्षित 1167 पदों को जनजाति वर्ग से भरने की मांग को लेकर सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी अपने साथियों के साथ पड़ाव डालकर बैठे हुए हैं। अभ्यर्थियों को थानाधिकारी बिछीवाड़ा, तहसीलदार बिछीवाड़ा, उपखंड अधिकारी बिछीवाड़ा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डूंगरपुर ने वार्ता कर समझाया। इस पहाड़ी पर अपना पड़ाव ना डालें।

जिला कलेक्टर से अनुमति प्राप्त कर उनके द्वारा निर्देशित स्थान पर कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए अपना धरना प्रदर्शन करें। इसके बाद भी नियमों को ताक में रख कर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस पर बिछीवाड़ा पुलिस ने कोविड की धारा व गैर जमानती धारा में दो अलग अलग मामले दर्ज किए थे। अब गुरुवार को अचानक हाइवे पर उतर आए।

यह है मामला
शिक्षक भर्ती 2018 में अनारक्षित वर्ग की 1167 सीटों को जनजाति वर्ग से भरने की मांग की जा रही है। इसके लिए कां करी डूंगरी पर अभ्यर्थी पड़ाव डाले हुए है। राज्य सरकार ने इस मामले के लिए कमेटी भी गठित की थी, लेकिन अब तक मांगे पूरी नहीं होने का हवाला देते हुए अभ्यर्थी हाइवे पर आ गए।