Dainik Bhaskar : Feb 26, 2020, 07:36 AM
नई दिल्ली | अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को 53 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस में 26 सवालों के जवाब दिए। ट्रम्प ने स्पष्ट किया कि मैंने कश्मीर मामले पर मध्यस्थता को लेकर कुछ नहीं कहा। कश्मीर निश्चित ही भारत और पाकिस्तान के बीच बड़ा मसला है। वे इस पर लंबे समय से काम कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने भारतीय मुसलमानों के मुद्दे पर कहा- प्रधानमंत्री मोदी ने इस मामले पर मुझे मजबूत जवाब दिया है। मोदी ने बताया है कि पहले जहां 1.4 करोड़ मुसलमान थे, वे आज 20 करोड़ हैं। वे मुसलमानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं सीएए पर ट्रम्प ने कहा- मैं इस पर कोई चर्चा नहीं करना चाहता हूं। मैं यह भारत पर ही छोड़ता हूं। उम्मीद है कि वे उनके लोगों के लिए सही निर्णय लेंगे।ट्रेड डील पर: ‘लंबे समय से लंबित ट्रेड डील पर ट्रम्प ने कहा- हम पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाया जाता है। मुझे लगता है कि जब आप भारत के साथ कोई डील कर रहे होते हैं तो आपको बहुत ज्यादा टैरिफ चुकाना पड़ता है। हार्ले डेविडसन को इसी वजह से बहुत ज्यादा टैरिफ देना पड़ता है जबकि भारत यदि हमें कोई मोटरसाइकल भेजता है तो उसे न के बराबर शुल्क चुकाना होता है।’सीमा पार आतंकवाद पर: ‘पाकिस्तान भी कश्मीर पर काम कर रहा है। यह लंबे समय से अनसुलझा मुद्दा है। लेकिन, हर चीज के दो पहलू होते हैं। हमने आतंकवाद पर विस्तार से चर्चा की। कश्मीर पर मध्यस्थता को लेकर मैंने कुछ नहीं कहा है। यह भारत-पाकिस्तान के बीच सबसे बड़ा मुद्दा है। उनको यह सुलझाना चाहिए। सीमा पार आतंकवाद पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इसमें कोई दो राय नहीं कि यह बहुत बड़ी समस्या है। इस मामले में जो संभव होगा। वो मैं करूंगा क्योंकि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों से मेरे अच्छे रिश्ते हैं।’सीएए और धार्मिक आजादी पर: ‘मैं नागरिकता कानून को लेकर कोई चर्चा नहीं करना चाहता। मैं यह भारत पर छोड़ता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे अपने लोगों के लिए सही फैसला करेंगे। मुसलमानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे बहुत मजबूत जवाब दिया। उन्होंने बताया कि जहां एक समय में केवल 4 करोड़ मुस्लिम थे, वहां आज 20 करोड़ हैं। हमने इस बारे में चर्चा की है। मोदी ने मुझे बताया है कि वे मुसलमानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। मोदी और मेरे बीच बीच धार्मिक स्वतंत्रता पर बात हुई। प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि देश में लोगों के पास धार्मिक आजादी हो। अगर आप देखें, तो भारत इसके लिए गंभीर प्रयास करता रहा है।’ भारत और मोदी पर: ‘प्रधानमंत्री मोदी एक बेहतरीन नेता हैं। भारत एक शानदार देश है। ऊर्जा क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ रहा है। भारत बड़ी मात्रा में रक्षा उपकरण खरीद रहा है। अगले 50 से 100 साल में भारत की भूमिका बड़ी होगी। भारत का भविष्य उज्जवल है।’ वैश्विक मामलों पर: ‘भारत-अमेरिका के बीच कोरोनावायरस को लेकर भी चर्चा हुई। अमेरिका इसे रोकने के लिए 14 हजार करोड़ रु. से ज्यादा खर्च कर रहा है। वहां इसे लेकर हालात काबू में हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस की तरफ से जासूसी के मुद्दे पर खुफिया एंजेंसियों ने मुझे कोई जानकारी नहीं दी। तालिबान के साथ अमेरिकी शांति समझौते पर मैंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की है। मुझे लगता है कि भारत भी इससे खुश होगा।’