Rajasthan / प्रदेश की जेलों में बंदी कैंटीन की शुरुआत, हर महीने साढ़े तीन हजार का सामान खरीद सकेंगे कैदी

प्रदेश की कई जेलों में बंदी कैंटीन की शुरुआत की गई है। यहां कैदियों को खाद्य सामग्री, कंफैक्शनरी, कॉस्मेटिक्स, टॉयलेट्री, नोटबुक, पेंसिल और दैनिक उपयोग में आने वाली लगभग 43 से 58 प्रकार की सामग्री मिलेगी। कैंटीन की शुरूआत से पारदर्शिता के साथ बंदियों के लिए सही सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।

Vikrant Shekhawat : Feb 17, 2022, 11:49 AM
प्रदेश की कई जेलों में बंदी कैंटीन की शुरुआत की गई है। यहां कैदियों को खाद्य सामग्री, कंफैक्शनरी, कॉस्मेटिक्स, टॉयलेट्री, नोटबुक, पेंसिल और दैनिक उपयोग में आने वाली लगभग 43 से 58 प्रकार की सामग्री मिलेगी। कैंटीन की शुरूआत से पारदर्शिता के साथ बंदियों के लिए सही सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।

सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने केंद्रीय कारागार जयपुर में कॉनफैड द्वारा बंदियों के लिए संचालित की जाने वाली बंदी कैंटीन का उद्घाटन किया। इसी के साथ सीकर, श्रीगंगानगर, भीलवाड़ा, धौलपुर, कोटा, चित्तौड़गढ़, भरतपुर, दौसा और कोटपूतली जेल में बनी कैंटीन का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि छह महीने में कैंटीन के संचालन की समीक्षा की जाएगी और सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे। इसके आधार पर कैंटीन में और सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। साथ ही इस मॉडल को राज्य की सभी जेलों में शुरू किया जाएगा।

इस मौके पर कारागार मंत्री टीकाराम जूली ने बंदियों की मांग पर कैंटीन से सामान खरीदने की सीमा को 2500 रुपए से बढ़ाकर 3500 रुपए करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि सहकारिता उपभोक्ता भंडारों द्वारा संचालित की जाने वाली इन कैंटीनों में अच्छी क्वालिटी का सामान उपलब्ध कराया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने कैदियों से बात कर उनकी समस्याएं भी सुनी।  

जेलों में बंद कैदी आदतन अपराधी नहीं

महानिदेशक पुलिस जेल भूपेन्द्र कुमार दक ने कहा कि प्रदेश की 140 जेलों में करीब 23 हजार बंदी है। इन जेलों के निरीक्षण के दौरान सामने आया कि बड़ी संख्या में बंदी आदतन अपराधी नहीं है। उनके अंदर अच्छे कार्यों की मनोवृति को विकसित करने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं, इससे वे समाज में आत्मसम्मान के साथ जीवन जी सके।  उन्होंने कहा कि कैदियों को गुणवतापूर्ण सामग्री के लिए कॉनफैड और जेल प्रशासन का यह प्रयास कैदियों के लिए सुविधा जनक साबित होगा।