Vikrant Shekhawat : May 21, 2022, 08:07 PM
नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश (Heavy Rainfall) और भूस्खलन की वजह से असम (Assam News) में जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। रिपोर्ट के अनुसार नगांव, होजई और कछार में हालात सबसे ज्यादा गंभीर बने हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन के अनुसार बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 पहुंच गई है और राज्य के 29 जिलो में करीब सात लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं।
असम के बाद अब बिहार राज्य बारिश की चपेट में हैं। बिहार में बिजली गिरने और आंधी के कारण 33 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मारे गए लोगों के परिवार को मुआवजा देने का ऐलान किया है। असम और बिहार के साथ साथ कर्नाटक में भी कुछ जगहों पर तेज बारिश की वजह से बाढ़ की समस्या उत्तपन्न हो गई है। बिहार असम और कर्नाटक में बारिश, बाढ़ और बिजली गिरनी की वजह से अब तक कुल 57 लोगों की मौत हो चुकी है।बारिश की वजह से केरल में भी हालात बदतर हो गए हैं। मौसम विभाग ने राज्य के 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए भारी बारिश की संभावना जताई है। वहीं दूसरी तरफ इडुक्की जिला प्रशासन ने अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए कल्लारकुट्टी और पंबला बांधों के शटर खोलने के आदेश दे दिए हैं।बिहार के 16 जिलों में आंधी और बिजली गिरने से 33 लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ने मारे गए परिवार वालों को 4 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर देने की घोषणा की है। सीएम नीतीश कुमार ने ट्वीटक करके लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिहार की इस घटना पर शोक जताया है। पीएम मोदी ने लिखा कि यह बहुत ही दुखद है कि बिहार के कई जिलों में आंधी और बिजली गिरने की वजह से कई लोगों की मौत हो गई। ईश्वर उनके परिवार वालों को ये क्षति सहने की शक्ति दे।असम के हालात पर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि नगांव में बारिश की वजह से करीब 3।36 लाख, कक्षार में 1।66 लाख लोग और होजई में 1।11 लाख लोग और दरांग जिले में 52, 709 लोग प्रभावित हुए हैं।समाचार एजेंसी के अनुसार कछार, लखीमपुर और नगांव जिलों में बाढ़ के पानी में डूबने से शुक्रवार को दो बच्चों समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई।असम में बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान किसानो को हुआ है। पूरे राज्य में बाढ़ की वजह से 80,036।90 हेक्टेयर फसल भूमि पूरी तरह से तबाह हो गई है। वहीं बाढ की वजह से 2251 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं।पिछले कुछ दिनो से लगातार बारिश की वजह से भारी बारिश और भूस्खलन ने असम की सीमाओं में स्थित दीमा हसाओ जिले के खूबसूरत शहर हाफलोंग को तबाह कर दिया है। बाढ़ की जवह से आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है।असम मे बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए वायुसेना 15 मई 2022 से लगातार बचाव कार्य में लगी हुई है। वायुसेना राहत बचाव कार्य के लिए Mi-17 हेलीकॉप्टर का प्रयोग कर रही है।एक रिपोर्ट के अनुसार IAF ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की कुल 20 टीमों को तैनात किया है।बारिश और बाढ़ के संकट के देखते हुए असम सरकार ने आवाजाही के संकट को खत्म करने के लिए सिलचर और गुवाहाटी के बीच आपात उड़ान सेवा शुरू की है। इसके लिए प्रत्येक यात्रियों को 3000 रुपये देने होंगे।कर्नाटक में भी बारिश का भारी प्रकोप है। बारिश की वजह से राज्य में अब तक 09 लोगों की मौत हो चुकी है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई जिलों में स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं।
असम के बाद अब बिहार राज्य बारिश की चपेट में हैं। बिहार में बिजली गिरने और आंधी के कारण 33 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मारे गए लोगों के परिवार को मुआवजा देने का ऐलान किया है। असम और बिहार के साथ साथ कर्नाटक में भी कुछ जगहों पर तेज बारिश की वजह से बाढ़ की समस्या उत्तपन्न हो गई है। बिहार असम और कर्नाटक में बारिश, बाढ़ और बिजली गिरनी की वजह से अब तक कुल 57 लोगों की मौत हो चुकी है।बारिश की वजह से केरल में भी हालात बदतर हो गए हैं। मौसम विभाग ने राज्य के 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए भारी बारिश की संभावना जताई है। वहीं दूसरी तरफ इडुक्की जिला प्रशासन ने अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए कल्लारकुट्टी और पंबला बांधों के शटर खोलने के आदेश दे दिए हैं।बिहार के 16 जिलों में आंधी और बिजली गिरने से 33 लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ने मारे गए परिवार वालों को 4 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर देने की घोषणा की है। सीएम नीतीश कुमार ने ट्वीटक करके लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बिहार की इस घटना पर शोक जताया है। पीएम मोदी ने लिखा कि यह बहुत ही दुखद है कि बिहार के कई जिलों में आंधी और बिजली गिरने की वजह से कई लोगों की मौत हो गई। ईश्वर उनके परिवार वालों को ये क्षति सहने की शक्ति दे।असम के हालात पर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि नगांव में बारिश की वजह से करीब 3।36 लाख, कक्षार में 1।66 लाख लोग और होजई में 1।11 लाख लोग और दरांग जिले में 52, 709 लोग प्रभावित हुए हैं।समाचार एजेंसी के अनुसार कछार, लखीमपुर और नगांव जिलों में बाढ़ के पानी में डूबने से शुक्रवार को दो बच्चों समेत कुल चार लोगों की मौत हो गई।असम में बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान किसानो को हुआ है। पूरे राज्य में बाढ़ की वजह से 80,036।90 हेक्टेयर फसल भूमि पूरी तरह से तबाह हो गई है। वहीं बाढ की वजह से 2251 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं।पिछले कुछ दिनो से लगातार बारिश की वजह से भारी बारिश और भूस्खलन ने असम की सीमाओं में स्थित दीमा हसाओ जिले के खूबसूरत शहर हाफलोंग को तबाह कर दिया है। बाढ़ की जवह से आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है।असम मे बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए वायुसेना 15 मई 2022 से लगातार बचाव कार्य में लगी हुई है। वायुसेना राहत बचाव कार्य के लिए Mi-17 हेलीकॉप्टर का प्रयोग कर रही है।एक रिपोर्ट के अनुसार IAF ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की कुल 20 टीमों को तैनात किया है।बारिश और बाढ़ के संकट के देखते हुए असम सरकार ने आवाजाही के संकट को खत्म करने के लिए सिलचर और गुवाहाटी के बीच आपात उड़ान सेवा शुरू की है। इसके लिए प्रत्येक यात्रियों को 3000 रुपये देने होंगे।कर्नाटक में भी बारिश का भारी प्रकोप है। बारिश की वजह से राज्य में अब तक 09 लोगों की मौत हो चुकी है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई जिलों में स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं।