Rajasthan Crisis / तीन दिन की चुप्पी के बाद, गहलोत और पायलट का कल होगा आमना-सामना

राजस्थान सरकार का सियासी संकट समाप्त होने की घोषणा के तीन दिन बाद राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उनके खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सचिन पायलट से मुलाकात करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कल दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों का आमना-सामना हो सकता है। राजस्थान विधानसभा का विशेष सत्र शुरू होने से पहले यह बैठक रखी गई है।

NDTV : Aug 12, 2020, 10:40 PM
जयपुर: राजस्थान सरकार का सियासी संकट (Rajasthan Government Crisis) समाप्त होने की घोषणा के तीन दिन बाद राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) उनके खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सचिन पायलट (Sachin Pilot) से मुलाकात करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कल दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों का आमना-सामना हो सकता है। राजस्थान विधानसभा का विशेष सत्र शुरू होने से पहले यह बैठक रखी गई है। राजस्थान विधानसभा का विशेष सत्र 14 अगस्त से शुरू हो रहा है। करीब एक महीने के सियासी घमासान के बाद सचिन पायलट लौटे हैं।

राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात के बाद मंगलवार को जयपुर लौटे थे। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से उन्हें भरोसा दिया गया है कि उनकी शिकायतों को दूर किया जाएगा। हालांकि, उनके जयपुर पहुंचते ही मुख्यमंत्री गहलोत जैसलमेर के लिए निकल गए थे, जहां कांग्रेस के 100 विधायकों को रखा गया था।

गहलोत ने कहा कि कांग्रेस विधायक इस राजनीतिक टकराव से "स्वाभाविक रूप से परेशान" हैं, लेकिन हर किसी को आगे बढ़ना चाहिए। संवाददाताओं से बात करते हुए गहलोत ने कहा, "जिस तरह से यह पूरा घटनाक्रम हुआ, उससे विधायक वास्तव में परेशान थे। मैंने उन्हें समझाया कि कभी-कभी हमें सहनशील होने की आवश्यकता होती है यदि हमें राष्ट्र, राज्य और लोगों की सेवा करनी है और लोकतंत्र को बचाना है।" 

उन्होंने कहा, "हमें गलतियों को माफ करना होगा और लोकतंत्र की खातिर एकजुट होना होगा। मेरे साथ 100 से अधिक विधायक खड़े हुए हैं। यह अपने आप में उल्लेखनीय है।"

बता दें कि गहलोत खेमे के विधायक आज जयपुर लौट आए हैं और सीधे फेयरमाउंट होटल पहुंचे। राजस्थान कांग्रेस में बगावत के वक्त भी ये विधायक इसी होटल में ठहरे थे। संभावना है कि विधायक शुक्रवार को विधानसभा सत्र तक यहां ही रहेंगे।