Vikrant Shekhawat : Jun 13, 2021, 03:38 PM
जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस विधायक ने अपनी ही सरकार पर फोन टैपिंग आरोप लगाया है. कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि कुछ विधायकों के फोन टैप किए जा रहे हैं. इसको लेकर भाजपा ने कांग्रेस सरकार से सफाई मांगी है.फोन टैपिंग की शिकायत करने वाले विधायकों में से किसी का नाम लिए बगैर कांग्रेस नेता सचिन पायलट के कट्टर समर्थक सोलंकी ने कहा कि विधायकों को एजेंसियों के फंसने का डर है.जयपुर की चाकसू विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक सोलंकी ने संवाददाताओं को बताया, ‘मुझे नहीं पता कि मेरा फोन टैप किया गया है या नहीं. कुछ विधायकों ने मुझे बताया कि उनके फोन टैप किये जा रहे हैं. मुझे यह भी पता नहीं है कि राज्य सरकार फोन टैपिंग में शामिल है या नहीं. कई अधिकारियों ने उन्हें (विधायकों) सचेत किया है कि ऐसा लगता है कि उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है.’उन्होंने आगे कहा, ‘इनमें से कुछ विधायकों ने मामले की जानकारी मुख्यमंत्री को भी दी है.’ उन्होंने कहा कि वह नहीं जानते कि विधायकों को तकनीकी जानकारी है या नहीं या कोई ऐसा एप भी है जिसके जरिए उन्हें अपना फोन टैप होने की जानकारी मिली है.विधायक के बयान पर विपक्षी भाजपा ने कहा कि कांग्रेस अपने ही विधायकों को डरा-धमका रही है.केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के ही कुछ विधायकों ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है कि अवैध तरीके से हमारे फोन टैप किए जा रहे हैं. कांग्रेस सरकार को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि फोन वैध तरीके से टैप हो रहे हैं या अवैध तरीके से.भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने ट्वीट किया, ‘आज फिर से कांग्रेस के एक विधायक कह रहे हैं कि ‘कई विधायक कह रहे हैं कि उनके फोन टैप हो रहे हैं, उनकी जासूसी हो रही है’, कांग्रेस बताए कि ये विधायक कौन हैं?’उन्होंने कहा, ‘सो जा बेटा गब्बर आ जाएगा’ की तर्ज़ पर कांग्रेस अपने ही विधायकों को डरा रही है. कांग्रेस बताए गब्बर कब आएगा?’विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा, ‘गहलोत सरकार फिर से जनप्रतिनिधियों को डरा रही है.’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘अपनी ही सरकार से भयक्रांत कांग्रेस विधायकों का दबी जुबां में फोन टैपिंग की बात कहने से उनकी मनोस्थिति व पीड़ा जगजाहिर हो गई है. ना जाने कब क्या हो जाए…’गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में पायलट और कांग्रेस के 18 विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत कर दी थी. उन्होंने अवैध तरीके से फोन टैपिंग सहित अन्य कई आरोप सरकार के खिलाफ लगाए थे. उस दौरान गहलोत के विशेषाधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा द्वारा टेलीफोन पर बातचीत के कुछ ऑडियो क्लिप साझा किए जाने से इन आरोपों को बल मिला था.