Rajasthan political Crisis / सचिन पायलट और अशोक गहलोत में हो गई सुलह

राजस्थान में राजनीतिक संकट का अंत अब लगभग तय माना जा रहा है पार्टी सूत्रों की मानें तो अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम और बागी नेता सचिन पायलट में सुलह हो गई है कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने राजस्‍थान के सियासी संकट के बीच सीएम अशोक गहलोत से करीब 20 मिनट फोन पर बात की है. यह बातचीत समन्वय के फार्मूले को लेकर हुई है

Vikrant Shekhawat : Aug 10, 2020, 08:38 PM

राजस्थान (Rajasthan) में राजनीतिक संकट (political Crisis) का अंत अब लगभग तय माना जा रहा है. पार्टी सूत्रों की मानें तो अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और पूर्व डिप्टी सीएम और बागी नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) में सुलह हो गई है. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस की अंतरिम अध्‍यक्ष  सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने राजस्‍थान के सियासी संकट के बीच सीएम अशोक गहलोत से करीब 20 मिनट फोन पर बात की है. यह बातचीत समन्वय के फार्मूले को लेकर हुई है. हालांकि, अभी आधिकारिक तौर पर इसका ऐलान नहीं हुआ है.


सीएम से मिले पायलट समर्थक विधायक शर्मा

सोमवार को राजस्थान का राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदला और शाम होते होते सचिन पायलट कैंप के विधायक भंवरलाल शर्मा जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर मुलाकात के लिए पहुंचे. इस बात की विधायक भंवरलाल शर्मा के पुत्र ने पुष्टि की है. आपको बता दें कि विधायक भंवरलाल शर्मा का ऑडियो टेप सामने आया था. यही नहीं, गहलोत से मुलाकात के बाद शर्मा ने कहा कि घर का मामला घर में निपट गया अब कोई शिकवा शिकायत नहीं है. साथ शर्मा ने कहा कि मैंने पार्टी नहीं छोड़ी थी. जबकि सचिन पायलट को लेकर कहा कि वह अपने बारे में खुद बताएंगे.


यही नहीं, सूत्रों के मुताबिक, सचिन पायलट और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की दूसरी मुलाकात कुछ देर बाद हो सकती है. यह मुलाकात राहुल गांधी के तुगलक लेन स्थित आवास पर होगी. इसके बाद यह लगभग साफ हो गया है कि गहलोत और सचिन में सुलह हो गई है

सचिन पायलट और अशोक गहलोत में हो गई सुलह

बता दें कि शर्मा को एसओजी भी तलाश कर रही थी. भंवर लाल शर्मा सचिन पायलट कैंप के नेता हैं. पिछले दिनों कांग्रेस ने शर्मा को निलंबित भी किया था. ऐसा माना जा रहा है कि सचिन पायलट गुट के बाकी विधायक भी रात तक जयपुर पहुंच जाएंगे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पायलट और समर्थकों की भूमिका तय करेगी. ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी और सरकार में पहले की भूमिका में ही सचिन पायलट रहेंगे.


वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक नरेन्द्र बुडानिया ने कहा है कि सचिन पायलट को बगावत का कदम नहीं उठाना चाहिए था. वार्ता का यह काम पहले ही कर लेना चाहिए था. पार्टी संगठित है और जीत हमारी होगी. जितना पायलट परिवार को सम्मान मिला उतना हिन्दुस्तान में किसी को भी किसी पार्टी में नहीं मिला. उनकी बाड़ेबंदी गलत थी, अब वो आ रहे है. उनके पास कांग्रेस के अलावा कोई जगह ही नहीं थी. गहलोत जी की अगुआई में हम एक हैं. इसके अलावा कांग्रेस विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा ने कहा, 'जो आएगा वो आ जाएगा, जो जाएगा वो चला जाएगा. सरकार की विजय शुरू से ही थी. 14 अगस्त को जरूरत से ज्यादा वोट पड़ेंगे सरकार के पक्ष में.'