Hathras Gangrape / स्मृति ईरानी राहुल गांधी पर किया हमला, बताई उनके हाथरस जाने की असली वजह....

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि हाथरस घटना में पीड़िता को जरूर न्याय मिलेगा। राहुल गांधी के हाथरस जाने को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने जोरदार निशाना साधा है। स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी पीड़िता के न्याय के लिए नहीं बल्कि राजनीति के लिए हाथरस जा रहे हैं। राहुल गांधी के हाथरस दौरे को देखते हुए दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट फ्लाईवे पर सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं।

Vikrant Shekhawat : Oct 03, 2020, 02:05 PM
नई दिल्ली | केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि हाथरस घटना में पीड़िता को जरूर न्याय मिलेगा। राहुल गांधी के हाथरस जाने को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने जोरदार निशाना साधा है। स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी पीड़िता के न्याय के लिए नहीं बल्कि राजनीति के लिए हाथरस जा रहे हैं। राहुल गांधी के हाथरस दौरे को देखते हुए दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट फ्लाईवे पर सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं।

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा, "जनता कांग्रेस की रणनीति से वाकिफ है... इसलिए उन्होंने 2019 में बीजेपी की जीत सुनिश्चित की।" उन्होंने कहा, "एक लोकतांत्रिक देश में राजनेता को रोक नहीं सकते हैं, लेकिन लोग समझते हैं कि हाथरस का उनका (राहुल गांधी) दौरा अपनी राजनीति के लिए है, पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए नहीं।"

आज सुबह राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा, "दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।" राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए आज दोपहर को हाथरस के लिए रवाना हो सकते हैं। 

यूपी पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी राजनीतिक दल को गांव में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी। नोएडा पुलिस ने कहा है कि वे राहुल गांधी और अन्य नेताओं को दिल्ली-नोएडा बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ने देंगे। माना जा रहा है कि राहुल-प्रियंका और अन्य नेता दोपहर बाद हाथरस के लिए रवाना होंगे। वहीं, हाथरस सदर के एसडीएम प्रेम प्रकाश ने कहा कि मीडिया को गांव में पीड़िता के परिवार से मिलने की इजाजत है, क्योंकि एसआईटी की जांच अब पूरी हो चुकी है। लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण पांच से ज्यादा मीडियाकर्मियों को भी गांव में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।