Vikrant Shekhawat : Apr 17, 2021, 04:07 PM
DELHI: कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने तहलका मचा दिया है। इसी बीच राजस्थान के कोटा शहर से एक ऐसा भयानक मामला सामने आया है, जहां 24 घंटे में 32 साल की एक महिला के दोनों फेफड़े खराब हो गए। इसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं। दरअसल, यह मामला कोटा का है, यहां एक 32 साल की महिला का 9 तारीख को एक्स-रे कराया तो वह ठीक थी, 12 तारीख तक भी वह महिला ठीक थी। बीपी, ऑक्सीजन लेवल, एक्स रे सब ठीक था। इसके बाद 12 तारीख की रात को घबराहट महसूस हुई।
महिला 13 तारीख को खड़ी भी नहीं हो पा रही थी, सांस लेने में दिक्कत हुई तो चेक करने के बाद पता चला कि ऑक्सीजन लेवल 94 था। 13 तारीख को सिटी स्कैन करवाया तो उसके दोनों लंग्स मैं 80 परसेंट तक इंफेक्शन लग चुका था। यह देख कर कोटा के स्वास रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के के डंग भी चकित रह गए कि मात्र 24 घंटे में लंग्स इतने खराब हो सकते हैं। उन्होंने इंदौर के विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श किया तो उन्होंने बताया कि यह नया स्ट्रेन है जिस वजह से ऐसा हुआ है। डॉक्टर का कहना है कि यह नया स्ट्रेन तेजी से फैला रहा है, यह युवाओं में भी बहुत तेजी से लंग्स इन्फेक्शन फैला रहा है। हमें इस केस से सबक लेना चाहिए और लक्षण दिखते ही जांच करानी चाहिए, क्योंकि कोरोना अब समय नहीं दे रहा है। बीपी ऑक्सीजन लेवल एक्स रे सब ठीक होने के बावजूद भी एकदम लंग्स में इंफेक्शन हो सकता है।कोरोना के छिपे हुए लक्षण बढ़ा रहे मुश्किल: बता दें कि कोरोना मरीजों में कुछ नए और बेहद अनोखे लक्षण देखे जा रहे हैं। सभी एज ग्रुप के लोगों पर इस हाइली इंफेक्शियस वायरस का समान खतरा है। वायरस का ये नया स्ट्रेन अपने साथ विभिन्न प्रकार के लक्षण लेकर आया है। पहले लोगों को बुखार, खांसी, जुकाम, नाक बहना, सांस में तकलीफ, बदन दर्द और लॉस ऑफ टेस्ट एंड स्मैल से जुड़ी समस्या थी। लेकिन इस बार कुछ नए लक्षण सामने आए हैं। ज़ीरोस्टोमिया- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस के मरीजों में इस बार एक ओरल सिम्पटम्स देखा जा रहा है। डॉक्टर इसे ज़ीरोस्टोमिया (ड्राय माउथ) कह रहे हैं, जिसमें मुंह के अंदर का सैलिवरी ग्लैंड काम करना बंद कर देता है और इंसान का मुंह सूखने लगता है। ऐसा तब होता है जब वायरस किसी इंसान की ओरल लाइनिंग और मसल फाइबर पर अटैक करता है।कोविड टंग- कोविड टंग भी एक नया और हैरान करने वाला लक्षण है। इसमें इंसान की जीभ का रंग सफेद पड़ने लगता है। जुबान के ऊपर हल्के-हल्के धब्बे पड़ने लगते हैं। मुंह के अंदर लार बनना बंद हो जाती है जो उसे हानिकारक बैक्टीरिया से बचाने का काम करती है। चबाने-थूकने में दिक्कत: ये लक्षण दिखने पर इंसान को चबाने और थूकने में बड़ी दिक्कत होती है। ये जुबान की सेंसेशन को भी प्रभावित करता है। मुंह में अल्सर के कारण लगातार चबाने से मांसपेशियों में दर्द की शिकायत भी हो सकती है।पिंक आई- कोरोना के नए स्ट्रेन में आंखों से जुड़ा हुआ भी एक नया लक्षण सामने आया है। चीन में हुई एक हालिया स्टडी के मुताबिक, कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की आंखों में हल्का लालपन देखा गया है। आंखों में हल्की सूजन और लगातार पानी बहने की समस्या भी हो रही है। कान की समस्या- नए लक्षणों में कान से जुड़ी दिक्कत भी देखने को मिल रही है। कई मरीजों ने कम सुनाई देने या कानों में दबाव महसूस होने की बात कबूल की है। कुछ मरीजों ने कान में दर्द की शिकायत भी की है।सीडीसी के मुताबिक, कोई भी असामान्य लक्षण दिखने पर तुरंत उसकी जांच कराएं। डायजेस्टिव सिस्टम जिसमें गैस्ट्रो-इंटसटाइनल GI समेत लिवर, पैंक्रियाज और गॉल ब्लैडर भी शामिल है। इनका ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत है। कोविड GI के फंक्शन को प्रभावित कर सकता है, जिसका काम शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स और फ्लूड को एब्जॉर्ब करना है।इसके अलावा कोविड-19 के लॉन्ग टर्म्स लक्षणों में कई तरह की दिक्कतें देखने को मिली हैं। कमजोरी, ब्रेन फॉग, चक्कर आना, कंपकंपी, इंसोमेनिया (अनिद्रा), डिप्रेशन, एन्जाइटी, जोड़ों में दर्द और सीने में जकड़न जैसी शिकायतें सामने आ रही हैं।कैसे रखें अपना ख्याल- कोरोना वायरस के घातक स्ट्रेन से बचने के लिए मुंह पर अच्छी तरह मास्क पहनें। हाथों को अच्छी तरह सैनिटाइज करें या साबुन से धोएं। भीड़ में जाने से बचें। हेल्थ ऑथोरिटीज द्वारा जारी की जा रही गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करें।
महिला 13 तारीख को खड़ी भी नहीं हो पा रही थी, सांस लेने में दिक्कत हुई तो चेक करने के बाद पता चला कि ऑक्सीजन लेवल 94 था। 13 तारीख को सिटी स्कैन करवाया तो उसके दोनों लंग्स मैं 80 परसेंट तक इंफेक्शन लग चुका था। यह देख कर कोटा के स्वास रोग विशेषज्ञ डॉक्टर के के डंग भी चकित रह गए कि मात्र 24 घंटे में लंग्स इतने खराब हो सकते हैं। उन्होंने इंदौर के विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श किया तो उन्होंने बताया कि यह नया स्ट्रेन है जिस वजह से ऐसा हुआ है। डॉक्टर का कहना है कि यह नया स्ट्रेन तेजी से फैला रहा है, यह युवाओं में भी बहुत तेजी से लंग्स इन्फेक्शन फैला रहा है। हमें इस केस से सबक लेना चाहिए और लक्षण दिखते ही जांच करानी चाहिए, क्योंकि कोरोना अब समय नहीं दे रहा है। बीपी ऑक्सीजन लेवल एक्स रे सब ठीक होने के बावजूद भी एकदम लंग्स में इंफेक्शन हो सकता है।कोरोना के छिपे हुए लक्षण बढ़ा रहे मुश्किल: बता दें कि कोरोना मरीजों में कुछ नए और बेहद अनोखे लक्षण देखे जा रहे हैं। सभी एज ग्रुप के लोगों पर इस हाइली इंफेक्शियस वायरस का समान खतरा है। वायरस का ये नया स्ट्रेन अपने साथ विभिन्न प्रकार के लक्षण लेकर आया है। पहले लोगों को बुखार, खांसी, जुकाम, नाक बहना, सांस में तकलीफ, बदन दर्द और लॉस ऑफ टेस्ट एंड स्मैल से जुड़ी समस्या थी। लेकिन इस बार कुछ नए लक्षण सामने आए हैं। ज़ीरोस्टोमिया- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस के मरीजों में इस बार एक ओरल सिम्पटम्स देखा जा रहा है। डॉक्टर इसे ज़ीरोस्टोमिया (ड्राय माउथ) कह रहे हैं, जिसमें मुंह के अंदर का सैलिवरी ग्लैंड काम करना बंद कर देता है और इंसान का मुंह सूखने लगता है। ऐसा तब होता है जब वायरस किसी इंसान की ओरल लाइनिंग और मसल फाइबर पर अटैक करता है।कोविड टंग- कोविड टंग भी एक नया और हैरान करने वाला लक्षण है। इसमें इंसान की जीभ का रंग सफेद पड़ने लगता है। जुबान के ऊपर हल्के-हल्के धब्बे पड़ने लगते हैं। मुंह के अंदर लार बनना बंद हो जाती है जो उसे हानिकारक बैक्टीरिया से बचाने का काम करती है। चबाने-थूकने में दिक्कत: ये लक्षण दिखने पर इंसान को चबाने और थूकने में बड़ी दिक्कत होती है। ये जुबान की सेंसेशन को भी प्रभावित करता है। मुंह में अल्सर के कारण लगातार चबाने से मांसपेशियों में दर्द की शिकायत भी हो सकती है।पिंक आई- कोरोना के नए स्ट्रेन में आंखों से जुड़ा हुआ भी एक नया लक्षण सामने आया है। चीन में हुई एक हालिया स्टडी के मुताबिक, कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की आंखों में हल्का लालपन देखा गया है। आंखों में हल्की सूजन और लगातार पानी बहने की समस्या भी हो रही है। कान की समस्या- नए लक्षणों में कान से जुड़ी दिक्कत भी देखने को मिल रही है। कई मरीजों ने कम सुनाई देने या कानों में दबाव महसूस होने की बात कबूल की है। कुछ मरीजों ने कान में दर्द की शिकायत भी की है।सीडीसी के मुताबिक, कोई भी असामान्य लक्षण दिखने पर तुरंत उसकी जांच कराएं। डायजेस्टिव सिस्टम जिसमें गैस्ट्रो-इंटसटाइनल GI समेत लिवर, पैंक्रियाज और गॉल ब्लैडर भी शामिल है। इनका ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत है। कोविड GI के फंक्शन को प्रभावित कर सकता है, जिसका काम शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स और फ्लूड को एब्जॉर्ब करना है।इसके अलावा कोविड-19 के लॉन्ग टर्म्स लक्षणों में कई तरह की दिक्कतें देखने को मिली हैं। कमजोरी, ब्रेन फॉग, चक्कर आना, कंपकंपी, इंसोमेनिया (अनिद्रा), डिप्रेशन, एन्जाइटी, जोड़ों में दर्द और सीने में जकड़न जैसी शिकायतें सामने आ रही हैं।कैसे रखें अपना ख्याल- कोरोना वायरस के घातक स्ट्रेन से बचने के लिए मुंह पर अच्छी तरह मास्क पहनें। हाथों को अच्छी तरह सैनिटाइज करें या साबुन से धोएं। भीड़ में जाने से बचें। हेल्थ ऑथोरिटीज द्वारा जारी की जा रही गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करें।