Jalore / फोटो सेशन में खुली दुल्हन की पोल, घूंघट की आड़ में दूसरी लड़की से करवा डाली दूल्हे की शादी

राजस्थान के जालोर जिले के सरवाना पुलिस ने फर्जी शादी (Fake Marriage) और 5 लाख रुपये समेत जेवरात हड़पने के मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई फर्जी दुल्हन (Looteri Dulhan) गुजरात की रहने वाली है। मामले का खुलासा शादी के बाद दूल्हे के परिवार की महिलाओं के साथ दुल्हन के होने वाले फोटो सेशन में हुआ।

Vikrant Shekhawat : May 30, 2022, 06:21 PM
जालोर। राजस्थान के जालोर जिले के सरवाना पुलिस ने फर्जी शादी (Fake Marriage) और 5 लाख रुपये समेत जेवरात हड़पने के मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया है। पकड़ी गई फर्जी दुल्हन (Looteri Dulhan) गुजरात की रहने वाली है। मामले का खुलासा शादी के बाद दूल्हे के परिवार की महिलाओं के साथ दुल्हन के होने वाले फोटो सेशन में हुआ। वहां दुल्हन का चेहरा देखकर परिवार की महिलाओं ने बताया कि यह वह दुल्हन नहीं है जिसकी फोटो दिखाई गई थी। इस पर पीड़ित पुलिस के पास पहुंचा और अपनी आपबीती बताई। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुये फर्जी दुल्हन को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया।

पुलिस के अनुसार 27 मई को दांतिया निवासी सोहन सिंह भोमिया ने सरवाना थाने में रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसके साथ शादी करवाने के नाम पर धोखाधड़ी हुई है। उसने बताया कि मुराद खां और गणपत सिंह ने उससे रुपये तथा जेवरात लेकर किसी अन्य लड़की से शादी करवा दी है। जबकि उसे शादी के लिए दूसरी लड़की की फोटो दिखाई गई थी। सरवाना पुलिस ने मामला दर्ज कर करवाई करते हुए गुजरात 

यह था पूरा मामला

दांतिया निवासी मुराद खां ने सोहन सिंह को गुजरात के डीसा निवासी गणपत सिंह चौहान के साले की बेटी से शादी करवाने की बात कही। इसके एवज में उसने सोहन सिंह से 5 लाख रुपये मांगे। सोहन सिंह उसके झांसे में आकर बड़े भाई तेज सिंह, भंवर सिंह और गेन सिंह को लेकर मुराद खां के साथ डीसा में गणपत सिंह के घर पहुंच गया। वहां गणपत सिंह ने उनको 20 साल की लड़की की फोटो दिखाकर बताया कि यह उसके साले कीर्ति सिंह की बेटी है।


लड़की की फोटो दिखाकर शादी की बात पक्की कर ली

इस दौरान रुपये मांगने पर सोहन सिंह के बड़े भाई तेज सिंह ने 2 लाख रुपये दे दिए और एक महीने बाद शादी की बात पक्की कर ली। 26 मई को मुराद खां ने सोहन सिंह के परिजनों को बताया कि गणपत सिंह के परिवार में मौत हो गई है। इसलिए चार पांच लोग उसके साथ चलें और सोहन सिंह की शादी करके दुल्हन को घर ले आयें। इस पर सोहन सिंह उसी दिन फिर भाई तेज सिंह समेत जेठू सिंह, भंवर सिंह, हड़मत सिंह, जालम सिंह और मुराद खां को लेकर डीसा के लिए रवाना हो गया।


रातों रात शादी करवाकर रवाना कर दिया

वे रात करीब 10 बजे डीसा पहुंचे और वहां एक होटल में रुककर खाना खाया। रात करीब 12 बजे सभी गणपत सिंह के घर पहुंचे और उसे डेढ़ लाख रुपये सहित दुल्हन के लिए कान के झुमके, सोने की अंगूठी, चांदी का कंदोरा व छड़े दिए। उसके बाद गणपत सिंह ने एक लड़की के साथ सोहन सिंह की शादी करवाकर उन्हें वहां से रवाना कर दिया। इस दौरान लड़की घूंघट में रही। 27 मई की सुबह 5 बजे सभी घर पहुंचे और सो गए।


ऐसे हुआ खुलासा कि दुल्हन फर्जी है

दोपहर में घर की महिलाओं ने दुल्हन के साथ फोटो खींचवाने के लिए दुल्हन को देखा तब मालूम पड़ा कि दुल्हन फोटो वाली लड़की नहीं है। लड़की से पूछताछ की तो उसने अपना नाम व पता हिम्मतनगर निवासी हिना बताया। इसके साथ ही उसने बताया कि गणपत सिंह ने उसे 30 हजार रुपये देकर शादी करवाई है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर दूसरे दिन ही फर्जी दुल्हन हिना गिरफ्तार कर लिया।