Lok Sabha Election / 'जितनी ऊंचाई पर कटती है पतंग उतना ही बड़ा होता है पतन' अखिलेश का BJP पर हमला

लोकसभा चुनाव 2024 के सातों चरण समाप्त होने के बाद अब परिणाम आने में कुछ घंटे ही शेष रह गए हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी(SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का एक बयान सामने, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी(BJP) पर तीखा हमला किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्न 'एक्स' पर अपने हैंडल से पोस्ट में लिखा, 'जितनी ऊंचाई पर जाकर कटती है पतंग उतना ही बड़ा होता है

Vikrant Shekhawat : Jun 03, 2024, 06:45 PM
Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव 2024 के सातों चरण समाप्त होने के बाद अब परिणाम आने में कुछ घंटे ही शेष रह गए हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी(SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव का एक बयान सामने, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी(BJP) पर तीखा हमला किया। उन्होंने  सोशल मीडिया प्लेटफॉर्न 'एक्स' पर अपने हैंडल से पोस्ट में लिखा, 'जितनी ऊंचाई पर जाकर कटती है पतंग उतना ही बड़ा होता है उसका पतन, भाजपा कई दोषों के लिए ज़िम्मेदार है।" 

'सामाजिक रूप से सौहार्द बिगाड़ा व भाईचारा खत्म किया'

सपा सु्प्रीमो ने भारतीय जनता पार्टी यानी BJP पर हमलावर होते हुए पोस्ट में लिखा कि बीजेपी ने देश में सामाजिक रूप से सौहार्द बिगाड़ा व भाईचारा खत्म किया, जाति के खिलाफ जाति; संप्रदाय के खिलाफ संप्रदाय लड़वाए। आगे पोस्ट में लिखा, " आपराधिक रूप से ऐसे लोगों को मंत्री पद दिया और बनाए भी रखा जिन्होंने किसानों की हत्या की, जो महिलाओं पर अत्याचार के दोषी हैं। 

'केयर फंड के नाम के आगे पीएम के नाम का इस्तेमाल करके...'

सपा चीफ ने नैतिकता को लेकर भी भाजपा को निशाने पर लिया। उन्होंने लिखा," नैतिक रूप से चंदे का पैसा खा गए, केयर फंड के नाम के आगे पीएम के नाम का इस्तेमाल करके बाद में हिसाब देने से मना कर दिया, अपराधियों को शामिल करके उनके कुकृत्यों पर पर्दा डाला।" उन्होंने आगे लिखा कि हाथरस की बेटी के बलात्कार हत्या व कानपुर देहात कांड में जहां मां बेटी को झोपड़ी में जिंदा जलाकर मार डाला ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं। 

"चुनाव का नतीजा 'मतगणना' से आएगा, 'मनगणना' से नहीं"

पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने एक अलग पोस्ट में लिखा, "चुनाव का नतीजा 'मतगणना' से आएगा, 'मनगणना' से नहीं!'मन की बात' चुनाव पर लागू नहीं होती, वहां 'जन की बात' चलती है और जब जागरुक जनता चौकन्नी होती है तो किसी की भी मनमानी नहीं चलती है।"